सर्दी, जुकाम, सिरदर्द के उपचार का रामबाण नुस्खा

-तुलसी पूजन दिवस पर विशेष
भारतीय संस्कृति में तुलसी के पौधे को माता का दर्जा दिया गया है। इसका प्रमुख कारण तुलसी में माता लक्ष्मी का वास होना माना गया है। भारत के हर घर में तुलसी के पौधे को लगा कर उसका पूजन भी किया जाता है। तुलसी के सेवन से बिना किसी साइड इफेक्ट से कई रोगों को आसानी से दूर किया जा सकता है। भारत में आज हर जगह तुलसी पूजन दिवस को विशेष तौर से मनाया जा रहा है। तुलसी केवल एक पौधा ही नहीं बल्कि इस धरती के लिए यह वरदान है।  आयुर्वेद में तुलसी की अमृत से तुलना की गई है। क्योंकि इस औषधि के नियमित उपयोग से इंसान हमेशा खुश और शांत रखता है।

तुलसी के हैं आठ नाम

तुलसी को आठ नामों से पुकारा जाता है। इनमें वृंदा, वृंदावनी, विश्वपावनी, विश्वपूजिता, पुष्पसारा, नंदिनी, तुलसी और कृष्णजीवनी प्रमुख हैं। माजा जाता है कि जो लोग तुलसी का विधिवत पूजन कर नामाष्टक का पाठ करते हैं, उन्हें अश्वमेध यज्ञ का फल प्राप्त होता है।

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माता की पूजन विधि
तुलसी माता की सुबह अपने नैतिक कार्यों से निवृत होकर ही पूजा करनी चाहिए। पहले कुमकुम से उनका टीका करना चाहिए। इसके बाद माता आरती करके जल चढ़ाना चाहिए। जल चढ़ाते वक्त इन मंत्रों का जाप जरुर करें।
महाप्रसादजननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी।
आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते।।
तुलसी के नुस्खे पीढियों से हैं लाभदायक
तुलसी के सेवन से रोगों के उपचार के लिए पीढि़यों से चले आ रहे नुस्‍खों को हर घर में प्रयोग किया जा रहा है। तुलसी के पत्तों को यदि रामबाण औषधि कहा जाए, तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। तुलसी एक ऐसा हर्ब है जो कई समस्याओं को आसानी से दूर कर सकता है। तुलसी को अगर दूध के साथ मिला लिया जाये तो कई रोग दूर हो जाते हैं।
सिर दर्द, जुकाम, सर्दी, माइग्रेन में तुलसी का काढा फायदेमंद
सर्दी, जुकाम, सिरदर्द होने पर तुलसी का काढ़ा बनाकर पीने से यह रोग दूर हो जाते हैं। फ्लू में तुलसी का दूध संग सेवन बेहद लाभदायक है। माईग्रेन की समस्या में यह पौधा राहत प्रदान करता है।
किडनी की पथरी से दिलाए निजात
यदि किडनी में पथरी की समस्या का पहले दौर में पता चल जाए तो तुलसी वाले दूध का सेवन सुबह खाली पेट करना शुरू कर दें। इस उपाय से कुछ ही दिनों में किडनी की पथरी गलकर बाहर निकल जाएगी।
कैंसर की समस्या का करे समाधान
एंटीबायोटिक गुणों की वजह से तुलसी में कैंसर से लड़ने के गुण समाहित हैं। दूध में तुलसी मिक्स करने से इसका प्रभाव बेहद प्रभावशाली और रोग नाशक हो जाता है। नियमित रुप से तुलसी वाला दूध पीने से कैंसर जैसी बीमारी भी शरीर पर असर नहीं करती है।
दिल को रोगों को करे दूर 
दिल से सबंधित कोई बीमारी या फिर हार्ट अटैक पड़ने की दिक्कत हो तो उन मरीाजों तो तुलसी वाला दूध सुबह के समय खाली पेट पिलाने से लाभ मिलता है। तुलसी सेवन से दिल से संबंधित कई रोग ठीक होते हैं।
सांस की तकलीफ में दे राहत
दमा सांस की सबसे खतरनाक समस्या है। इस रोग में इंसान को सांस लेने में बड़ी परेशानी आती है। खास तौर से जब मौसम में परिवरर्तन आता है। इस समस्या से बचाव करने के लिए दूध और तुलसी का सेवन लाभदायक होता है। नियमित तौर से इस उपाय को करने से सांस से संबंधित रोग ठीक हो जाते हैं।
टेंशन को करे समाप्त
मौजूदा समय में लोग अधिक काम करने से या फिर अधिक जिम्मेदारियां मिलने से लोग टेंशन में आ जाते हैं। जिससे नर्वस सिस्टम में दिक्कत आ जाती है। दूध व तुलसी वाला नुस्खा अपना कर  इस समस्या से राहत मिलती है।
प्रदीप शाही

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