हर रोग से होगा बचाव…करें इन चार दानों का सेवन

सर्दी जुकाम से राहत दिलाएगा यह घरेलु नुस्खा

भारतीय रसोई में मसालों का ऐसा खज़ाना पाया जाता है जो खाने के स्वाद को तो बढ़ाता ही है साथ ही हमारे शरीर व सेहत के लिए भी फायदेमंद है। आज हम आपको एक ऐसे ही मसाले के बारे में बताएंगे जो खाने के स्वाद को बढ़ाने के साथ ही एक औषधि के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। इस मसाले के प्रयोग से खाने में तीखापन आता है। हम बात कर रहे हैं ‘काली मिर्च’ की।  काली मिर्च का प्रयोग लगभग सभी सब्जियों में किया जा सकता है। इस गुणकारी मसाले में कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस, कैरोटिन, थाईमन जैसे पोष्टिक तत्व पाए जाते हैं। आयुर्वेद के अनुसार खाली पेट काली मिर्च का सेवन करने से कई प्रकार के  फायदे होते हैं।

दक्षिण भारत में होती है अधिक पैदावार

काली मिर्च का मुख्य उत्पादन स्थान दक्षिण भारत ही माना जाता है। भारत के अलावा इंडोनेशिया, बोर्नियो, इंडोचीन, मलय, श्रीलंका और स्याम आदि बाहरी देशों में भी काली मिर्च की पैदावार होती है। भारत में काली मिर्च के पौधे मालाबार और त्रावणकोर के जंगलों में पाए जाते हैं। दक्षिण भारत में काली मिर्च का उत्पादन सबसे अधिक मात्रा में होता है। दक्षिण भारत में इसकी खेती की जाती है। आयुर्वेद के प्राचीन ग्रंथों में भी काली मिर्च के उपयोग और फायदों का वर्णन किया गया है। कहा जाता है कि 15वीं शताब्दी में वास्को-डि-गामा द्वारा भारत के मालाबार के तटवर्ती क्षेत्रों की खोज की गई थी । इस खोज का मकसद भी काली मिर्च का व्यापार और उसका आर्थिक महत्व ही माना जाता है।

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काली मिर्च के सेवन के लाभ

मलेरिया होने पर कालीमिर्च के सेवन से लाभ होता है। दांतों के दर्द, सूजन व आँखों की रोशनी के लिए भी इसका प्रयोग लाभदायक है। इसके सेवन से कैंसर जैसे खतरनाक रोग से बचाव होता है, इसके अलावा इसका सेवन सर्दी-जुकाम में भी बहुत फायदेमंद है।

कैंसर से करे बचाव

काली मिर्च के सेवन से कैंसर जैसे खतरनाक रोग से बचाव होता है। यूनिवर्सिटी ऑफ मिशींगन के कैंसर सेंटर द्वारा किये गये एक अध्ययन में पाया गया है कि ब्रेस्ट कैंसर को रोकने में काली मिर्च का सेवन बेहद फायदेमंद रहता है। 

सर्दी और जुकाम से दिलाए राहत

काली मिर्च के सेवन से सर्दी, जुकाम और कफ में आराम मिलता है। इसके सेवन से खांसी, सर्दी के कारण नाक बहने जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। ज्यादा सर्दी लग जाने पर काली मिर्च और लहसुन को मिलाकर खाने से तुंरत राहत मिलती। जुकाम होने पर काली मिर्च को गर्म दूध में मिलाकर पीने से फायदा होता है। खांसी से राहत पाने के लिए काली मिर्च के पाउडर को शहद के साथ मिलाकर चाटने से लाभ होता है।

लो ब्लड प्रेशर में है उपयोगी

लो ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए काली मिर्च का सेवन लाभदायक हो सकता है। इसके लिए लिए काली मिर्च के 5 दाने और किशमिश के 15 दाने मिलाकर दिन में दो या तीन बार खाने से लो ब्लड प्रेशर नार्मल होना शुरू हो जाता है।

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पाचन तंत्र के लिए है फायदेमंद

काली मिर्च का सेवन पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद है। इसके सेवन से पाचन शक्ति बढ़ती है। इसके सेवन से पेट का फूलना, अपच, कब्ज,दस्त आदि समस्याएं दूर होती हैं। काली मिर्च के उपयोग से पेट की गैस से राहत मिलती है।

भूख बढ़ाए

काली मिर्च के सेवन से पाचन तंत्र सही रहता है। और भूख न लगने की समस्या दूर होती है। भूख कम लगने पर भोजन में काली मिर्च का पाउडर डालकर खाने से भूख लगने लगती है।

त्वचा के लिए है लाभदायक

काली मिर्च का प्रयोग खाने के अलावा चेहरे के लिए भी लाभदायक है। काली मिर्च को दरदरा सा पीसकर चेहरे पर स्क्रब करने से डेड सकिन यानि मृत परत निकल जाती है और चेहरे पर चमक आती है। साथ ही इसके सेवन से खून का प्रवाह सही होता है जिससे त्वचा और चेहरे पर निखार आता है। काली मिर्च में पाए लाने वाले जीवाणुविरोधी तत्व त्वचा को संक्रमण से भी बचाते हैं।

आंखों की रोशनी बढ़ाए

आंखों की रोशनी के लिए भी काली मिर्च का प्रयोग फायदेमंद रहता है। इसके लिए आधा चम्मच देसी घी में आधा चम्मच काली मिर्च या पाउडर मिलाकर खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।

वजन घटाने में करे मदद

काली मिर्च का नियमित रूप में सेवन करने से वजन कम किया  जा सकता है। इसमें पाए जाने वाले तत्व वसा की बाहरी परत को तोड़ने हैं जिससे शरीर में फालतु वसा जमा नहीं होती। इसके सेवन से पेशाब और पसीना ज्यादा मात्रा में आता है जिससे शरीर के जहरीले तत्व बाहर निकलते हैं और वजन कम होता है।

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दांतों के लिए है लाभदायक

दांतों के दर्द में काली मिर्च का प्रयोग करने से राहत मिलती है। इसके प्रयोग से दांतों के रोगों से बचाव होता है इसीलिए आयुर्वेदिक दंत मंजन में काली मिर्च का प्रयोग किया जाता है।

बालों की रूसी को करे दूर

बालों में से रूसी हटाने के लिए काली मिर्च का प्रयोग बेहद फाएदेमंद रहता है। इसमें पाए जाने वाले एंटी-बैक्टीरियल तत्व रूसी को दूर करते हैं। इसके लिए एक कप दही में काली मिर्च के पाउडर को मिलाकर बालों की जड़ों में लगाकर आधे घंटे बाद बालों को पानी से धोने से लाभ होता है। लेकिन इसके अधिक प्रयोग से सिर की त्वचा खराब भी हो सकती है।

तनाव को करे कम

काली मिर्च को एक प्राकृतिक एंटी-डिप्रेशन पदार्थ माना जाता है। तनाव या अवसाद में नियमित रूप से काली मिर्च का सेवन करने से तनाव दूर होगा। इसका भोजन में नियमित रूप से प्रयोग करने से दिमाग में नकारात्मक विचार नहीं आते।

काली मिर्च का कैसे करें प्रयोग

मुख्य रूप से काली मिर्च का प्रयोग गरम मसाले में किया जाता है। लेकिन ताज़ा पिसी हुई काली मिर्च ज्यादा फायदेमंद होती है। ताज़ा पिसी काली मिर्च का प्रयोग हर प्रकार की सब्ज़ी में किया जा सकता है। इसके साथ ही आमलेट, छांछ व नींबू पानी आदि में भी ताज़ा पिसी काली मिर्च का प्रयोग किया जा सकता है. इससे स्वाद भी बढ़ जाता है और सेहत को भी फायदा होता है।

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काली मिर्च के नुकसान

चाहे काली मिर्च का सेवन शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है। लेकिन इसका अधिक सेवन शरीर लिए नुकसानदेह भी हो सकता है। क्योंकि काली मिर्च की तासीर गरम होती है इसके अधिक सेवन से पेट से संबंधित समस्याएं पैदा हो सकती हैं। काली मिर्च के पाउडर का उपयोग करने से सांस संबंधी समस्या हो सकती है। इससे गले में जलन, गले में खराश और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। काली मिर्च को त्वचा पर सीधे प्रयोग करने से त्वचा पर जलन आदि समस्याएं हो सकती हैं। गर्भावस्था में काली मिर्च का अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है।

धर्मेन्द्र संधू

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