कौन से हैं भारत के सबसे अमीर मंदिर ??

भारत की प्राचीन सभ्यता, वास्तुकला से निर्मित मंदिर, नक्काशी को देखकर हर कोई नतमस्तक हो जाता है। देवी देवताओं के मंदिरों में हर मनोकामना के पूर्ण होने पर श्रद्धाभाव से धन अर्पित करने वालों लोगों की संख्या लाखों में ही नहीं करोड़ों में होती है। यही कारण है कि आज भारत के कई प्राचीन मंदिरों के तहखानों में करोड़ों नहीं अरबों, खरबों रुपये के हीरे जवाहरात, स्वर्ण आभूषण पड़े हैं। आईए आज आपको भारत के उन मंदिरों की जानकारी देते हैं। जहां पर कई सदियों से श्रद्धाभाव से चढाए गई आकूत धन संपदा पड़ी है।
विश्व का सबसे अमीर मंदिर पद्मनाभस्वामी मंदिर
सबसे पहले तिरुवनंतपुरम स्थित पद्मनाभस्वामी मंदिर में केवल भारत ही नहीं विश्व के सभी धार्मिक स्थलों से अधिक धन संपनदा पड़ी है। या यूं कहें यह मंदिर विश्व का सबसे अमीर मंदिरों में शीर्ष स्थान पर विराजमान है। भगवान विष्णु को समर्पित इस मंदिर में द्रविड़ शैली की वास्तुकला का उत्कृ्ष्ट नमूना देखने को मिलता है। कुछ समय पहले इस मंदिर के एक तहखाने को खोला गया तो इस तहखाने में हीरे जवाहरात मंडित स्वर्ण आभूषण पाए गए। इस मंदिर के कई तहखाने अभी खोलने शेष हैं। मंदिर की संपत्ति को एक खरब डॉलर से अधिक माना जा रहा है।

रिजर्व वैंक से ज्यादा धन संपदा पर मुगलों, अंग्रेजों ने हाथ भी नहीं लगाया दक्षिण के इस मंदिर को2018/
वेंकटेश्वर मंदिर तिरुपति
तिरुपति स्थित वेंकटेश्वर मंदिर को तिरुमाला मंदिर भी कहा जाता है। पर्व के दिनों में इस मंदिर में आने वाले भक्तों की संख्या का अनुमान लगाना मुश्किल ही हो जाता है। जानकारी अनुसार इस मंदिर में कई सदियों पुराने राजे महाराजाओं के आभूषणों का 52 टन स्वर्ण भंडार मौजूद है। इसकी कीमत करीब 37 हजार करोड़ रुपये आंकी जा रही है। मंदिर कमेटी की ओर से हर साल तीर्थयात्रियों से मिले तीन हजार किलोग्राम सोने को राष्ट्रीयकृत बैंकों में गोलड रिजर्व के रुप में जमा करवाया जाता है।

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शिरडी के साईं बाबा का मंदिर
18वीं शताब्दी में अवतरित हुए साईं बाबा का शिरडी स्थित मंदिर आज हर धर्म के लोगों के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है। हर वर्ष लाखों भक्त यहां पर नमन करने पहुंचते हैं। कहा जाता है कि बाबा का सिंहासन ही 94 किलोग्राम सोने का बना हुआ है। यहां पर भक्तों द्वारा 100 मिलियन राशि दान की जा चुकी है।


वैष्णो माता का मंदिर
जिले के कटड़ा स्थित मां वैष्णो का मंदिर 5,200 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। मां भगवती यहां पर स्थित पहाड़ी की गुफा के भीतर विराजमान है। हर वर्ष मंदिर के राजस्व में निरंतर वृद्धि होती जा रही है। मंदिर की इस समय 500 करोड़ रुपये की वार्षिक आय बताई जा रही है।

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मुंबई सिद्धि विनायक मंदिर
मुंबई स्थित सिद्धि विनाक गणपति बप्‍पा मंदिर का महाराष्ट्र में सबसे लोकप्रिय मंदिर है। बॉलीवुड कलाकारों के अलावा एप्‍पल के सीईओ टिम कुक के दौरे के बाद इस मंदिर के प्तति लोगों की आस्था में निरंतर वृद्धि देखी जा रही है। भगवान गणेश जी के मंदिर का गुंबद 3.7 किलो ग्राम सोने से बना हुआ है। इस मंदिर की वार्षिक आय 100 करोड़ से अधिक की बताई जाती है। जबकि 125 करोड़ रुपये की राशि बैंक में जमा है।

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मीनाक्षी मंदिर, मदुरैई
14वीं शताब्‍दी में मदुरैई स्थित मीनाक्षी मंदिर को मुगल शासक ने लूट कर तहस नहस कर दिया। बावजूद इस मंदिर की शान आज भी भव्य है। एक मिलियन से अधिक भक्त इस मंदिर में दर्शन करने आते हैं। यह पर्व अप्रैल और मई माह के मध्य मनाया जाता है। इस मंदिर की छह करोड़ रुपये की वार्षिक कमाई है।


पुरी का जगन्नाथ मंदिर
पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ के मंदिर को 12वीं शताब्दी के बार 18 बार तहस नहस किया गया। भगवान जगन्नाथ को दरिद्र नारायम भगवान के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर की वार्षिक आय 50 करोड़ रुपये से अधिक की बताई जाती है। इस मंदिर में स्वर्ण आभूषणों की संख्या का कोई भी अनुमान लगाना मुमकिन नहीं है।


सबरीमाला मंदिर, पेरियार बाघ
केरल के पेरियार टाइगर रिजर्व में स्थित सबरीमाला मंदिर में सारा साल ही भक्त नमन करने पहुंचते हैं। मन्नत पूरा होने पर भगवान के चरणों में धन की बरसात भी करते हैं। जानकारी अनुसार मंदिर में दान की राशि 203 करोड़ रुपए की बताई गई थी। यहां पर केवल प्रसाद से ही 74.50 करोड़ की आय होती है।

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