यहां पर जमीन में गड़ा है भगवान परशुराम जी का फरसा…
-मंदिर में भगवान परशुराम के पद चिह्न है विद्यमान
देवी देवताओं के इस धरती पर अवतरित होने को कभी भी झुठलाया नहीं जा सकता है। भारत में जगह-जगह पर देवी देवताओं के अवतरित होने के प्रमाण आज भी विद्यमान हैं।...
इस मंदिर में भगवान गणेश गजमुखी नहीं, नरमुखी रुप में हैं विराजमान….
-देश का एकमात्र सिद्धिविनायक गणेश जी का मंदिर
सिद्धिविनायक भगवान श्री गणेश के देश या विदेश में जितने भी मंदिर हैं, वहां उनकी गजमुखी प्रतिमाएं ही प्राण-प्रतिष्ठित हैं। परंतु देश में एकमात्र एेसा मंदिर भी है, जहां पर भगवान श्री...
सकारात्मक उर्जा, अच्छी सेहत पानी है तो जाएं रोजाना मंदिर
-विज्ञान ने भी स्वीकारे तथ्य
जब हम किसी मंदिर के सामने से गुजरते हैं, तो हमारा मस्तक स्वतः ही झुक जाता है। यह धार्मिक पहलू है। वहीं दूसरी तरफ साइंस ने यह स्वीकार है कि रोजाना मंदिर जाने वालों को...
यहां होती है बिना सिर वाली मूर्तियों की पूजा-अर्चना
-900 साल पहले बने मंदिरों को ओरंगजेब ने तुड़वाया
सनातन धर्म में मंदिर या किसी घर में प्राण प्रतिष्ठित प्रतिमा के किसी भी तरह से खंडित होने पर उस प्रतिमा को पूजन के अयोग्य मान लिया जाता है। या यूं...
घट-घट में, कण-कण में है प्रभु श्री राम का वास
-भारत में यहां पर स्थित हैं भगवान श्री राम के मंदिर
भगवान श्री विष्णु हरि के अवतार भगवान श्री राम का घट-घट व कण-कण में वास माना जाता है। भगवान श्री राम के राम राज्य का उल्लेख सदियों बाद भी...
भारत में यहां पर होती दशानन रावण की पूजा, नहीं किया जाता है दहन
-कई लोग रावण को मानते हैं अपना पूर्वज
माता सीता का हरण करने पर भगवान श्री राम की ओर से महाबली, प्रकांड पंडित, वेदों के ज्ञाता, महादेव के अनन्य भक्त लंकापति रावण का वध कर बुराई पर अच्छाई की जीत...
त्रिदेवों में कौन है सर्वश्रेष्ठ, मह्रर्षि भृगु ने कैसे ली परीक्षा
-भगवान विष्णु क्यों नहीं हुए क्रोधित
देवी देवता अपने भक्तों की तपस्या अनुसार ही उनकी परीक्षा लेने हेतू उन्हें वरदान प्रदान करते हैं। वहीं ऋषि महात्मा भी देवी देवताओं की परीक्षा लेने में भी संकोच नहीं करते थे। एक बार...
आखिर क्यों भगवान श्री राम को धरती पर लेना पड़ा अवतार…
-नारद मुनि के श्राप से ही भगवान विष्णु को लेना पड़ा था भगवान राम का अवतार
जब किसी देवता, राक्षस या फिर इंसान को तप, बुद्धि या फिर पौरुष का अभिमान हुआ है, तो उसका फल भोगना ही पड़ा है।...
धृतराष्ट्र, पाण्डु, विदुर का कुछ ऐसे हुआ था जन्म…
-नियोग विधि से होता था बच्चे का जन्म
हमारी मौजूदा साइंस को आज बेहद उन्नत माना जा रहा है। परंतु यदि सही अर्थों में कहा जाए तो हमारी प्राचीन सभ्यता में साइंस अधिक उन्नत कही जा सकती है। 21वीं सदी...
दानवीर कर्ण, सूर्य पुत्र ही नहीं, दानव पुत्र भी थे…
-कर्ण में थी देव और दानव की दो आत्माओं का वास
द्वापर युग में 18 दिनों तक निरंतर चले भीष्ण महाभारत युद्ध में दानवीर, महायोद्धा के नाम से पहचान रखने वाले कर्ण को सूर्य पुत्र कहा जाता है। परंतु बहुत...