Saturday, May 11, 2024
Home धर्म

धर्म

भगवान राम के काल में विद्यमान थी यह विचित्र प्रजातियां

-प्राकृतिक असंतुलन के कारण लुप्त हुई कुछ प्रजातियां प्रदीप शाही जिस तरह से प्यार की भाषा को इंसान हो या पक्षी या फिर जानवर सभी समझ लेते हैं। उसी तरह से पक्षी और जानवर भी आपस में बातें करते हैं। परंतु...

इस जानवर की पीठ पर विद्यमान हैं श्री राम की अंगुलियों के निशान

-रामसेतू के निर्माण में दिया था अमूल्य योगदान प्रदीप शाही त्रेता युग में बढ़ रहे अधर्म, अत्याचार को समाप्त करने के लिए भगवान श्री विष्णु हरि इस पावन धरती पर श्री राम के रुप में अवतरित हुए। देवी सीता का लंकापति...

किस राजा ने की ‘वैराग्य शतक’, ‘श्रृंगार शतक’ और ‘नीति शतक’ की रचना

-आज भी उज्जैन में स्थापित है इस राजा की गुफा प्रदीप शाही भारत की प्राचीन विरासत को विश्व भर की संस्कृति में सबसे उत्कृष्ट माना गया है। भारत की इस पावन धरती पर देवी-देवताओं ने अवतरित हो कर अधर्म का नाश...

एक ऐसा मंदिर जहा होती है भस्म से आरती , जिनके दर्शन मात्र से...

-वंदना एक ऐसा मंदिर जहां देश-विदेश से श्रद्धालु पूरे साल दर्शन करने आते हैं |मगर कुंभ के दौरान यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं |यह मंदिर अति प्राचीन होने के साथ-साथ भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक...

कहां पर स्थापित है 15 हजार किलोग्राम स्वर्ण से निर्मित स्वर्ण मंदिर

-100 एकड़ में स्थापित समूचा मंदिर स्वर्ण से निर्मित प्रदीप शाही भारत के कोने-कोने में विभिन्न देवी-देवताओं के मंदिर स्थापित हैं। हर मंदिर अपने आप में किसी अजूबे से कम नहीं है। इन सभी मंदिरों में सदियों पहले भीतर और बाहर...

देवी सीता को मुंह दिखाई रस्म पर श्री राम ने क्या दिया वचन

-भगवान श्री राम कैसे बने मर्यादा पुरुषोतम प्रदीप शाही सतयुग के बाद त्रेतायुग में भगवान श्री विष्णु हरि ने भगवान श्री राम के रुप में इस धरती पर अवतार लिया। श्री राम के साथ शेषनाग ने उनके छोटे भाई लक्ष्मण के...

भगवान श्री ब्रह्मा जी का पांचवा सिर किस ने काटा

-केतकी के फूल को भगवान शिव ने क्यों दिया श्राप प्रदीप शाही भगवान श्री ब्रह्मा जी, भगवान श्री विष्णु हरि और भगवान श्री महेश (देवों के देव महादेव) इस त्रिमूर्ति को हिंदू संस्कृति में सबसे अधिक पूजनीय माना गया है। भगवान...

भगवान विष्णु पाताल लोक में ही क्यों करते हैं योगनिद्रा

-इस समय शुभ कार्य करने होते हैं प्रतिबंधित प्रदीप शाही हिंदू धर्मानुसार ग्रंथों में, पुराणानुसार भगवान श्री विष्णु हरि जी को परमेश्वर के तीन मुख्य स्वरुप में एक रुप माना जाता है। भारतीय धर्म ग्रंथों अनुसार त्रिमूर्ति में भगवान श्री ब्रह्मा...

सोमनाथ मंदिर बाणस्तंभ का रहस्य, साइंस की समझ से परे

-छठी शताब्दी में निर्मित किया था बाणस्तंभ प्रदीप शाही हिंदू धर्म के उत्थान औऱ पत्न के इतिहास का प्रतीक गुजरात का सोमनाथ मंदिर जिसे भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से पहले ज्योतिर्लिंग होने का सौभाग्य प्राप्त है। ऋग्वेद में भी इस...

अभिमन्यु ने जन्म से पहले ही कैसे सीखा चक्रव्यूह भेदना

-चंद्र देव के पुत्र थे अभिमन्यु प्रदीप शाही द्वापर युग में हुए महाभारत काल में भगवान श्री विष्णु हरि के अवतार श्री कृष्ण के अलावा अन्य सभी देवी-देवताओं ने स्वयं या अपने पुत्रों को अवतार रुप में धरती पर भेजा। पौराणिक...