‘आप’ सरकार ने 9 महीने के कार्यकाल के दौरान स्वास्थ्य क्षेत्र में हासिल कीं बड़ी उपलब्धियाँ:चेतन सिंह जौड़ामाजरा

मान सरकार के नेतृत्व अधीन स्वास्थ्य विभाग बड़े कदम उठा रहा: स्वास्थ्य मंत्री

कहा, नई सरकार के नेतृत्व अधीन स्वास्थ्य क्षेत्र में आ रहे हैं क्रांतिकारी बदलाव

चंडीगढ़ : भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने अपने मौजूदा कार्याकाल के केवल 9 महीनों में ही राज्य के सरकारी स्वास्थ्य क्षेत्र की छवि को नया रूप दिया है। आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की मुख्य प्राथमिकताओं में सरकारी स्वास्थ्य ढांचे की मज़बूती और आम लोगों के लिए सेवाओं को बेहतर बनाना शामिल है और चुनावी घोषणापत्र में किए गए स्वास्थ्य क्षेत्र से सम्बन्धित हर वायदे को पार्टी पूरी मुशक्कत से पूरा कर रही है।

पंजाब के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 100 से अधिक आम आदमी क्लीनिकों (मोहल्ला क्लीनिकों) का उद्घाटन किया गया और यह आज़ादी के बाद पंजाब के इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी राजनीतिक पार्टी ने राज्य भर में स्वास्थ्य सेवाओं पर इतना ज़ोर दिया है। उम्मीद है कि 26 जनवरी से ऐसे 500 और क्लीनिक कार्यशील होंगे। राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाना मान सरकार का मुख्य उद्देश्य है और हम इसके सुधार के लिए निस्वार्थ प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग आम आदमी क्लीनिकों का लाभ उठा रहे हैं और आम आदमी क्लीनिकों के आंकड़ों से यह स्पष्ट तौर पर देखा गया है कि पहले तीन महीनों में आम आदमी क्लीनिकों की लैबोरेटरियों में क्रमवार 6,30,035 मरीजों का इलाज किया गया और 81,909 लैब टैस्ट किए गए।
स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि पंजाब हैल्थ सिस्टम कॉर्पोरेशन ने पंजाब में आम आदमी क्लीनिक और अन्य स्वास्थ्य संस्थाओं को 124 करोड़ रुपए की दवाएँ और अन्य वस्तुएँ सप्लाई की हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भी हमारे प्रयासों से अच्छी तरह से अवगत है और यही कारण है कि स्वास्थ्य क्षेत्र में हमारे प्रयासों को कई अवसरों पर सम्मानित किया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य में 34 समर्पित जच्चा-बच्चा अस्पताल कार्यशील हैं और राज्य में मातृ मृत्यु दर को 13.93 प्रतिशत तक घटाने में सफल रहा है।

जौड़ामाजरा ने कहा कि सरकार ने हेपेटाइटिस बी और सी के फैलाव को रोकने पर विशेष ध्यान दिया है और मरीजों की स्क्रीनिंग और उनके समय पर इलाज पर और ज्यादा ज़ोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार द्वारा हेपेटाइटिस के विरुद्ध कोई ख़ास ध्यान नहीं दिया गया था और स्क्रीनिंग एवं इलाज बहुत कम था, परन्तु हमारी सरकार ने 3 लाख से अधिक संदिग्ध व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की है और 2,47,680 गर्भवती महिलाओं के हेपेटाइटिस बी और सी के मुफ़्त टैस्ट किए गए हैं।

जौड़ामाजरा ने ज़ोर देकर कहा कि सरकार राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आर.बी.एस.के.) को बेहतर तरीके से चला रही है और राज्य भर के सरकारी स्कूलों और आंगनवाड़ी केन्द्रों के 22,585 बच्चों को मुफ़्त इलाज मुहैया करवाया गया है। उन्होंने कहा कि हमने प्रतिष्ठित सरकारी और निजी सूचीबद्ध स्वास्थ्य सुविधाओं में 224 बच्चों के दिल के मुफ़्त ऑपरेशन करवाए हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने चंडीगढ़ के नज़दीक मुल्लांपुर में 300 बिस्तरों वाले कैंसर अस्पताल का उद्घाटन भी किया है और 16.25 करोड़ रुपए की लागत से राज्य के 1,555 कैंसर के मरीजों को मुफ़्त इलाज मुहैया करवाया है।

जौड़ामाजरा ने कहा कि पंजाब में मोतियाबिन्द की समस्या एक आम बीमारी बन गई है, परन्तु हम इसको ख़त्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मोतियाबिन्द से पीडि़त 1,26,010 मरीजों के ऑपरेशन किए गए और केराटोप्लास्टी सजऱ्री के द्वारा 512 मरीज़ फिर देखने योग्य हो सके। हम मोतियाबिन्द और दृष्टिहानता के विरुद्ध राष्ट्रीय कार्यक्रम को बेहतर ढंग से चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने गुरदों की पुरानी समस्याओं वाले मरीजों पर भी ध्यान केंद्रित किया है और उनके लिए अलग-अलग सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं में 33 डायलसिस यूनिट स्थापित किए गए हैं। 20,525 से अधिक मरीजों ने सरकारी डायलसिस इकाईयों में मुफ़्त इलाज का लाभ लिया।

जौड़ामाजरा ने कहा कि हमने नशा-मुक्ति केन्द्रों को 58 करोड़ रुपए की दवाएँ मुहैया करवाई हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा पंजाब सरकार के कार्यकाल की एक अन्य उपलब्धि 21 सिटी स्कैन और 6 एमआरआई स्कैन सैंटरों की शुरुआत करना भी है। सभी 23 जि़ला अस्पतालों और तीन मेडिकल कॉलेजों में ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों के इलाज के लिए स्ट्रोक रेडी यूनिट चालू किए गए हैं, जो 24 घंटे कार्यशील हैं, जहाँ ब्रेन स्ट्रोक वाले मरीज़ का तुरंत इलाज किया जाएगा। ऐसे मरीज़ का मुफ़्त सिटी स्कैन करने के साथ-साथ 30,000 रुपए की कीमत का जीवन रक्षक टीका भी मुफ़्त लगाया जाएगा।

जौड़ामाजरा ने कहा कि हम स्वास्थ्य विभाग के मास मीडिया विंग का भी कायाकल्प किया है। उन्होंने कहा कि जि़ला मास मीडिया अफ़सर, डिप्टी मास मीडिया अफ़सर और ब्लॉक एक्स्टेंशन ऐजूकेटरों समेत मास मीडिया विंग के अधिकारियों को ज़मीनी स्तर पर जागरूकता पैदा करने के लिए कहा है, जिससे हम लोगों को अलग- अलग बीमारियों से बचाव के प्रयासों संबंधी जागरूक कर सकें। श्री जौड़ामाजरा ने आगे कहा कि विंग को आधुनिक उपकरण मुहैया करावाए जाएंगे, जिससे वह राज्य भर में जागरूकता मुहिम शुरू कर सकें।

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