सिर्फ एक महीने के दौरान 60,000 से अधिक नये नशा-पीडि़त मरीज़ रजिस्टर्ड हुये

-प्राईवेट अस्पतालों और कैमिस्टों को फ्लू के लक्षणों वाले मरीज़ों की जानकारी देने के लिए कहा गया
-ई-संजीवनी एप के द्वारा ऑनलाइन ओपीडी सेवाओं की शुरूआत
चंडीगढ़, 25 अप्रैल: राज्य में कोविड -19 के फैलाव को काबू करने के लिए लगाए गए कफ्र्यू के दौरान नशा-पीडि़तों को निर्विघ्न इलाज सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए चलाई गई मुहिम को बड़े स्तर पर सफलता हासिल हुई है जिसके अंतर्गत केवल एक महीने के दौरान ही 60,000 से अधिक की संख्या में नयी रजिस्ट्रेशन दर्ज की गई हैं।

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इस संबंधी और जानकारी देते हुये स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि मरीज़ों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते ओट क्लिनिकों के खुलने का समय प्रात:काल 8 बजे कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से जारी आदेशों के अधीन नशा-मुक्ति प्रोग्राम समेत स्वास्थ्य विभाग के सभी अति ज़रूरी प्रोग्रामों की तरफ विशेष ध्यान दिया जा रहा है जिससे गंभीर मरीज़ों को भी किसी किस्म की मुश्किल का सामना न करना पड़े। उन्होंने समाज सेवकों और आम लोगों से अपील भी की कि इस नाजुक समय में सरकार की हिदायतों की पालना की जाये और केवल ज़रूरत पडऩे पर ही अस्पतालों तक पहुँच की जाये।

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फ्लू कार्नरों संबंधी बताते हुये उन्होंने कहा कि कोरोना के शक्की मरीज़ों के सैंपल लेने के लिए सरकारी अस्पतालों में फ्लू कार्नर स्थापित गए हैं। कोविड -19 की रोकथाम और निगरानी बढ़ाने के लिए राज्य के सभी प्राईवेट अस्पतालों को फ्लू के लक्षणों वाले मरीजों को सरकारी अस्पतालों में रैफर करने के लिए कहा गया है। इन सरकारी अस्पतालों के फ्लू कार्नरों में फ्लू के लक्षण जैसे कि बुख़ार, खाँसी, साँस लेने में तकलीफ़, निमोनिया आदि के सभी मरीजों की मुफ़्त आरटी -पीसीआर टेस्टिंग की जायेगी।

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स. बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, पंजाब की तरफ से सभी जिलों को हिदायतें जारी की गई हैं कि इस मुहिम के ज़रिये यकीनी बनाया जायेगा कि कोविड -19 का एक भी शक्की मरीज़ जांच से वंचित न रह सके जिससे इस बीमारी के सार्वजनिक स्तर पर फैलाव को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि इसमें प्राईवेट अस्पतालों के अलावा सभी कैमिस्टों को फ्लू, खाँसी और ज़ुकाम के इलाज के लिए बेची जाने वाली दवाओं, खरीददार की जानकारी समेत देने के लिए भी आदेश दिए गए हैं।
ई -संजीवनी संबंधी जानकारी देते हुये स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार ने कोविड -19 महामारी के मद्देनजऱ राज्य के लोगों के लिए निर्विघ्न स्वास्थ्य सेवाओं को यकीनी बनाने के लिए लोक हित प्रयास किया है। पंजाब सरकार ने सी-डैक मोहाली द्वारा विकसित एकीकृत टैलीमेडीसनल सल्यूशन, ई -संजीवनी -ऑनलाइन ओपीडी सेवा (डाक्टर से मरीज़ तक) की शुरुआत की है। यह प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों के आम लोगों के लिए विशेष स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँचाने के लिए लोगों को अधिक से अधिक ऑनलाइन ओ.पी.डी की सेवाओं मुहैया करवाई जा सकें। उन्होंने बताया कि यह लोगों को वीडियो कॉनफरंसिंग के द्वारा माहिर डाक्टरों के नैटवर्क के साथ जुडऩे और घर बैठे ही स्वास्थ्य सम्बन्धित आम समस्याओं के लिए डाक्टरी इलाज और सलाह लेने के लिए प्लेटफार्म प्रदान करता है।

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