Sunday, May 19, 2024
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17 तत्वों से निर्मित सूक्ष्म शरीर शिव लिंग में समाहित है समूची सृष्टि 

  -लिंग के मूल में भगवान ब्रह्रमा, मध्य में भगवान श्री विष्णू और उपर जागृत अवस्था में भोले नाथ हैं विराजमान -शिवलिंग की वेदी, महावेदी और लिंग ही हैं भगवान शंकर देवताओं में भोले नाथ को देवों के महादेव के रुप में...

हिंदू परंपराओं के पीछे क्या हैं वैज्ञानिक तर्क ??

  प्रत्येक संस्कृति के अपने रीति रिवाज़, अपनी परम्पराएं, अपने विश्वास होते हैं। जो पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ते रहते हैं। भारतीय संस्कृति के भी अपने विश्वास, रीति रिवाज़, मान्यताएं एवं परम्पराएं हैं जो एक पीढ़ी, दूसरी पीढ़ी को हस्तांतरित...

इस पर्वत पर ज्योतिर्लिंग के रूप में हुए प्रकट देवों के देव महादेव भगवान...

-माता पार्वती, भोले शंकर का समावेष है ज्योतिर्लिंग श्री मल्लिकार्जुन इस सृष्टि के रचियता कहे जाने वाले त्रिदेव भगवान ब्रह्मा, श्री हरि विष्णू और महादेव भोले शंकर मृत्य़लोक में विभिन्न रुप धर कर सभी के पाप व कष्टों को दूर...

सृष्टि रचियता ब्रह्मा, माता गंगा, सरस्वती, वरुण देव का हैै इसमें वास

-शंख समाप्त करता है ग्रहों के दुष्प्रभाव -शंख से जुड़े चमत्कारी धार्मिक व वैज्ञानिक तथ्य -शंख पूजन से कैसे बरसेगा धन भारतीय संस्कृति में शंख को विशेष महत्व प्रदान किया गया है। शास्त्रों के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान प्राप्त हुए 14...

गुरु नानक देव जी की पावन स्मृतियों हैं यहां सुशोभित

  -बहन नानकी जी का कशीदाकारी किया रुमाल डेरा बाबा नानक में है सुशोभित -देश ही नहीं विदेश में मौजूद ही गुरु साहिब की पावन निशानियां श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश समय ही यह स्पष्ट हो गया था कि यह...

देवता भी “स्वाहा” से पहले नहीं ग्रहण कर पाते यज्ञ आहूति

--“भगवान अग्नि देव की पत्नी हैं स्वाहा” -“स्वाहा” का उच्चारण है अनुष्ठान की महत्वपूर्ण क्रिया किसी भी हवन यज्ञ, अनुष्ठान के दौरान मंत्रोच्चारण के बाद अग्नि में आहूति अर्पित करने के अंत में स्वाहा शब्द का उच्चारण किए जाने की परंपरा...

भगवान विष्णू आज वेदों की रक्षा के लिए हुए मत्स्य अवतार के रुप में...

-कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली के रुप में मनाने की परंपरा -देश भर में 23 नवंबर 2018 को मनाई जा रही कार्तिक पूर्णिमा हिंदू धर्म में सदियों से पूर्णिमा का व्रत रखने की परंपरा रही है। हर साल 12 पूर्णिमा आती...

जाने भगवान शिव की अश्रू से उत्पन्न ‘ रुद्राक्ष’ आपके लिए कैसे है...

-रुद्राक्ष के विभिन्न रुपों में वास करते हैं देवी-देवता -विभिन्न मुखी रुद्राक्ष से मिलते हैं यह लाभ समस्त देवी देवताओं में से भगवान भोलेनाथ का भक्तों की ओर से आराध्य के रुप में सबसे अधिक पूजन किया जाता है। इसके कई...

इस मंदिर में है पुरुषों का प्रवेश वर्जित, पुरुष सोलह श्रृंगार कर ही इस...

-केवल महिलाएं, किन्नर ही कर सकते हैं मंदिर में देवी के दर्शन भारतीय संस्कृति में अनेकों एेसे चमत्‍कारिक मंदिर हैं। जहां पर बेहद रहस्यमयी धार्मिक रीति-रिवाज, मान्यताएं, परंपराएं प्रचलित हैं। सदियों से समाज के पुरुष प्रधान होने के कारण महिलाओं...

मन की गति से चलता था देवशिल्पी का निर्मित यह विमान

--लंकापति रावण के पास पुष्पक ही नहीं कई विमानों का था जखीरा -इच्छानुसार छोटा, बड़ा होने वाला विमान भूमि पर चलने में था सक्षम ­-ऋगवेद में 200 से अधिक बार विमानों का उल्लेख क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि कोई एेसा...