Thursday, April 25, 2024
Home भारत

भारत

किस पौधे में त्रिदेव व अन्य सभी देवताओं का है वास

-क्यों की जाती है पीपल के वृक्ष की पूजा? -क्या है पीपल की पूजा का वैज्ञानिक महत्व ? पेड़ पौधे हमारे जीवन में विशेष महत्व रखते हैं। वनस्पति व पेड़ पौधों के बिना मानव जीवन की कल्पना करना भी असंभव सा...

यहां होते हैं 16 देवियों के एक साथ दर्शन

-स्त्री शक्ति, ममता व सम्मान का प्रतीक ‘रानी सती मंदिर’ भारत में ईश्वर के कई रूपों की पूजा की जाती है। पूरे भारत में कई ऐतिहासिक व प्रसिद्ध मंदिर हैं जो भारतीय जनमानस की आस्था व श्रद्धा का केन्द्र हैं।...

इस अनादि काल मंत्र की संतान है चारों वेद ऋग्वेद, यर्जुवेद, सामवेद व अथर्ववेद

-सृष्टिकर्ता ब्रह्मा जी के चार मुखों से हुई थी चारों वेदों की रचना -सृष्टिकर्ता ब्रह्मा जी को आकाशवाणी से हुई थी गायत्री मंत्र की प्राप्ति -गायत्री महा मंत्र के भाव को अन्य धर्मों ने भी स्वीकारा गायत्री महामंत्र ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं...

आत्मा रोकती थी बार-बार इस किले का निर्माण

-किले में हो चुकी है कई फिल्मों की शूटिंग राजस्थान के किले व महल दुनिया में अपनी अलग पहचान रखते हैं। हर साल लाखों की तादाद में देश-विदेश से पर्यटक राजाओं के शाही ठाठ-बाठ को देखने के लिए आते हैं...

इस व्रत को रखने से मिलता है एक हजार अश्वमेघ यज्ञ का फल

-कार्तिक शुक्ल एकादशी पर निद्रा से जगते हैं भगवान श्री हरि विष्णू -एकादशी व्रत से मिलती है कर्ज से मुक्ति भारतीय संस्कृति में व्रत रखने की परंपरा सदियों से कायम है। हर व्रत का हिंदू धर्म में बेहद महत्व है। एकादशी...

त्रिशक्ति मां सरस्वती, मां लक्ष्मी, मां काली पिंडी रुप में यहां है विराजमान

-14वीं सदी में एक ब्राह्मण ने ढू़ंडी थी माता वैष्षों की पावन गुफा -भैरव नाथ के दर्शन बिना नहीं पूरी होती यात्रा भारतीय संस्कृति अनुसार त्रिदेव भगवान ब्रह्मा, भगवान हरि विष्णू और भगवान महादेव को इस समूचे ब्रह्मांड का रचियचा माना...

मंदिर है पर प्रतिमा नहीं, इसी कारण नहीं होती मंदिर में पूजा

-11वीं सदी में स्थापिच में किया गया था वास्तुकला भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है। भारत के प्राचीन मंदिर समृद्ध भारतीय वास्तुकला के जीते जागते प्रमाण हैं। यह प्राचीन भारतीय मंदिर आज भी भारतीय संस्कृति, भारतीय इतिहास की गौरव गाथा...

19 नवंबर सोमवार को होगा भगवान श्री कृष्ण के शालिग्राम रुप से तुलसी माता...

-धरती पर तुलसी के रुप में वास करती है मां लक्ष्मीइस समूचे ब्राह्मांड में हर तरफ विद्यमान परम पिता परमात्मा के स्वरुप माने जाने वाले देवी देवता किसी न किसी जीवंत रुप में इंसान को दर्शन जरुर देते हैं।...

कैसा होगा संवत 2075- चुनावी साल और बाजार का हाल

-पिछली दिवाली से अब तक सैंसेक्स ने दर्ज की आठ प्रतिशत की वृद्धि -अगली दिवाली तक सैंसेक्स के 35 से 40 हजार के ब्रैकेट वाले 50 प्रतिशत तो 49 प्रतिशत ने माना 45 हजार का आंकड़ा छूएगा, बाजार पर भारी...