यहां होते हैं भगवान शिव के त्रिशूल के अंश के साक्षात दर्शन….
समस्त देवी देवताओं में भगवान शिव को विशेष दर्जा प्राप्त है। भगवान शंकर को देवों के देव महादेव के नाम से पुकारा व पूजा जाता है। भगवान शिव को इस सृष्टि का सृजन व संहारक माना गया है। भगवान...
विश्व का एकमात्र चतुर्मखी मंदिर है पशुपति नाथ पर…
-एक नहीं दो देशों में प्राण-प्रतिष्ठित पशुपति नाथ मंदिर
देवों के देव महादेव भगवान शंकर को ही इस सृष्टि का आदि और अंत माना गया है। यही कारण है कि महादेव शिव का पूजन केवल भारत ही नहीं विश्व भर...
किस देवता ने किया था श्री कृष्ण की द्वारिका, रावण की सोने की लंका...
-वास्तु शास्त्र के जनक थे भगवान श्री विश्वकर्मा
क्या आप जानते हैं कि सदियों पहले परमावतार भगवान श्री कृष्ण की पानी में डूब गई स्वर्ण, हीरे जवाहरात मंडित द्वारिका, दशानन रावण की सोने की लंका का निर्माण किस ने किया।...
क्या आप जानते हैं भगवान शिव के थे छह पुत्र ?
-भगवान गणेश, भगवान कार्तिकेय के थे चार अन्य भाई
क्या आप जानते हैं कि देवों के देव महादेव व भगवान श्री हरि विष्णु जी का विहाह भगवान श्री ब्रह्मा जी के बेटों की बेटियों से हुआ था। भगवान शंकर का...
अगर सोचने समझने की शक्ति बढ़ानी है तो….
-बसंत पंचमी के दिन हुई थी माता सरस्वती अवतरित
-बसंत पंचमी पर माता सरस्वती के पूजन से मिलता है इच्छित वरदान
संगीत, ज्ञान और कला की देवी, ब्राह्माण की रचयिता माता सरस्वती के अवतरण दिवस पर उनके पूजन से इच्छित वरदान...
चारों दिशाओं में चार धाम करते हैं पापों का नाश
-दर्शन करने से होती है मोक्ष की प्राप्ति
चार दिशाओं में विद्यमान चारों धाम में साक्षात प्रभु का वास है। जीवन में इन धाम के दर्शन करने मात्र से पापों का नाश हो मोक्ष की प्राप्ति होती है। चारों धाम...
आदिशक्ति के नौ रुप करते हैं भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण
-ननदुर्गा के रुप में की जाती है माता की पूजा
आदिशक्ति में सभी देवी देवताओं का वास है। आदिशक्ति मां दुर्गा पाप, अन्य़ाय को समाप्त कर धर्म की स्थापना करने के लिए धरती पर अवतरित हुई। मां दुर्गा को नवदुर्गा...
भगवान गणेश को भूल कर भी न लगाएं इस का भोग, वरना हो जाएंगे...
-तुलसी को भगवान गणेश ने क्यों दिया था श्राप ?
तुलसी एक एेसा पौधा है, जिसका पूजन किया जाता है। तुलसी को भगवान हरि विष्णु जी के जीवंत रुप शालिग्राम की अर्धांगिनी का भी दर्जा प्राप्त है। तुलसी को विष्णु...
गांधारी से नहीं, टेस्ट टयूब से हुआ था 101 कौरवों का जन्म…
-क्या नाम थे पांडवों व कौरवों के....
महाभारत युद्ध धर्म औऱ अधर्म में हुआ था। धर्म के पक्ष में भगवान श्री कृष्ण के अलावा पांच पांडव व दानवीर कर्ण और अधर्म के साथ 102 कौरव थे। परंतु क्या आप इस...
ब्राह्मण पिता, राक्षसी माता के पुत्र थे परम शिव भक्त, वेदों के ज्ञाता दशानन
-राजनीतिज्ञ, सेनापति, वास्तुकला विशेषज्ञ रावण को था तंत्र मंत्र का विशेष ज्ञान
शास्त्रों में वर्णित है कि इस धरती पर हर कोई अपने पूर्व जन्म में किए अच्छे और बुरे कर्म कमों का फल भोग मृत्यु को प्राप्त होता है।...