रोगमुक्त रहना है तो.. जहां भी मिलें बस चबा लें यह पत्ते

धर्मेन्द्र संधू

कुछ ऐसे पेड़ पौधे हैं जिनके फल व फूल का उपयोग किया जाता है। साथ ही कुछ वह पौधे भी हैं जिनका हर हिस्सा चाहे वह जड़ हो, चाहे फूल हों या फिर पत्तें हों, उपयोग में लाए जा सकते हैं। एक ऐसा ही पौधा है अनार। अनार स्वास्थ्य के लिए बेहद गुणकारी है। खासकर खून की कमी से जूझ रहे लोगों को अनार खाने या अनार का जूस पीने की सलाह दी जाती है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि अनार के पत्ते भी कई प्रकार की सेहत समस्याओं व रोगों को दूर करते हैं।

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अनार के पत्तों के फायदे

पाचन तंत्र के लिए हैं लाभकारी

पाचन शक्ति को बढ़ाने वाले गुण अनार के पत्तों में पाए जाते हैं। मुख्य रूप से अनार के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। अनार के पत्तों का काढ़ा बनाकर पीने से पेट व पाचन संबंधी समस्याओं में आराम मिलता है। इसके अलावा दस्त लगने पर अनार की ताज़ा पत्तियों का रस निकालकर पीने से दस्त आने बंद हो जाते हैं। साथ ही पेट दर्द होने पर भी यह काढ़ा फायदेमंद सिद्ध होता है। पेट की समस्याओं जैसे पेट का खराब होना आदि से राहत पाने के लिए अनार की हरी पत्तियों को सुखाकर चूर्ण बना लें। हफ्ते में दो या तीन बार गुनगुने पानी के साथ इस पाउडर का एक चम्मच खाने से फायदा होता है।

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अनिद्रा की समस्या में फायदेमंद

अनार के पत्ते आपकी नींद न आने की समस्या को दूर कर सकते हैं। इसलिए अगर आप अनिद्रा की समस्या से परेशान हैं तो अनार की 15-20 ताज़ा पत्तियों को पीस लें और एक गिलास पानी में तब तक उबालें, जब तक पानी आधे से भी कम न रह जाए। रात को सोने से पहले यह काढ़ा पीने से कुछ ही दिनों में अनिद्रा की समस्या दूर हो जाती है और अच्छी नींद आती है।

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पीलिया के रोग में उपयोगी

अनार के पत्ते पीलिया के रोग में आराम दिलाते हैं। अनार की ताज़ा पत्तियों को सुखाकर पीस लें। इस पाउडर को पानी में उबालकर काढ़ा बनाकर पीने से पीलिया के रोग में फायदा होता है। इस काढ़े को दिन में दो बार पी सकते हैं।

मुंह के छालों को दूर करते हैं अनार के पत्ते

अनार की कोमल पत्तियां मुंह के छालों को ठीक करती हैं। मुंह में छाले होने पर अनार की पत्तियों का काढ़ा बनाकर गरारे करने से फायदा होता है। इस काढ़े को थोड़ी देर मुंह में रखने के बाद बाहर निकाल दें।

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पुरानी खुजली को दूर करती हैं अनार की पत्तियां

शरीर के किसी भी हिस्से पर होने वाली पुरानी खुजली जो घावों का रूप धारण कर लेती है, इस खुजली से राहत दिलाने में भी अनार की पत्तियां दवा का काम करती हैं। पुरानी खुजली को मेडिकल की भाषा में एक्जिमा कहा जाता है। इससे राहत पाने के लिए अनार की पत्तियों को पीसकर लेप बनाकर लगा सकते हैं।

त्वचा के लिए गुणकारी हैं अनार के पत्ते

त्वचा की समस्याओं के समाधान के लिए अनार के पत्तों को पीसकर उनका रस निकाल लें। इस रस की आधी मात्रा के बराबर तिल का तेल मिला लें। इस मिश्रण को अच्छी तरह से गर्म कर लें यानि पका लें। इस मिश्रण की शरीर पर मालिश करने से त्वचा संबंधी समस्याओं में आराम मिलता है। खासकर उम्र से पहले पड़ने वाली झुर्रियां दूर होती हैं।

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खांसी का घरेलु इलाज हैं अनार के पत्ते

खांसी व गले की अन्य समस्याओं जैसे गले में खराश व संक्रमण होने पर अनार की ताजा पत्तियों को धोने के बाद पानी में उबालकर काढ़ा बना लें। इस काढ़े का दिन में दो बार सेवन करने से गले की समस्याओं के साथ ही खांसी से छुटकारा मिलता है।

अनार के पत्तों के नुकसान

हालांकि अनार के पत्तों का सेवन करने से कई प्रकार के फायदे होते हैं लेकिन फिर भी इन पत्तों का किसी भी रूप में उपयोग करने से पहले या पत्तों की मात्रा के बारे में किसी आयुर्वेद के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें और इन पत्तों के फायदे व नुकसान के बारे में जानकारी हासिल कर लें।

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