2022 तक प्रदेश में लगेंगे 20 हजार सोलर पंप-कांगड़

-कहा, सिंचाई के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन है सौर जल पंपिंग योजना
– सरकार की वित्तिय वर्ष 2018-19 में 2800 सोलर पंप लगाने की योजना
 चंडीगढ़,1 जुलाई: पंजाब एनर्जी डेवलेपमेंट एजेंसी (पेडा) सौर ऊर्जा संयंत्र, सौर स्ट्रीट लाइट्स, सौर जल ताप प्रणाली, बायोमास पावर प्लांट और मिनी हाइडल प्रोजेक्ट स्थापित कर नए व नवीकरणीय स्रोतों अर्थात सूर्य, हवा, बायोमास और पानी से ऊर्जा का उपयोग करने के लिए लगातार काम रहा है। इसके अलावा राज्य की ऊर्जा मांग को पूरा करने के लिए परियोजनाएं चल रही हैं। इसी कड़ी में सिंचाई क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन के लिए सौर जल पंपिंग योजना की दिशा में काम किया गया है और आने वाले कुछ सालों में प्रदेश में बड़े स्तर पर सौर जल पंपिग योजना के अंतर्गत सोलर पंप लगाए जाएंगे।
यह जानकारी बिजली एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ ने दी। श्री कांगड़ ने कहा कि वर्तमान पंजाब सरकार ने 18 मार्च 2017 को आयोजित पहली बैठक में मंत्रिपरिषद द्वारा तय 80 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान कर सौर पंपिंग योजना को बड़े पैमाने पर लागू करने का निर्णय लिया था। 13वीं पंचवर्षीय योजना (2017-2022) के दौरान प्रदेश में 20,000 सौर पंप स्थापित करने की योजना तैयार की गई है। वित्तिय वर्ष 2018-19 के दौरान 2, 3 और 5 एचपी क्षमता के 2800 सौर पंपों को फंडिंग पैटर्न के तहत स्थापित किया जाएगा। जिसके अंतर्गत केंद्रीय प्रायोजित, प्रदेश प्रायोजित व लाभार्थी का अनुपात तय किया गया है। जिसमें प्रदेश की ओर से 50 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। सौर जल पंपिंग योजना राज्य सरकार व किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है, साथ ही यह डीजल, ईंधन, पर्यावरण और राज्य सब्सिडी को संरक्षित करेगा। उन्होंने बताया कि सौर पंप की स्थापना के लिए किसानों से आवेदन आमंत्रित करने की प्रक्रिया प्रगति पर है।
श्री कांगड़ ने कहा कि प्रदेश में नवीकरणीय ऊर्जा को लेकर लोगों में जागरुकता फैलाई जा रही है और लोग बड़े ही उत्साह से सौर प्रोजैक्टों को अपना रहे हैं। वर्तमान में नवीकरणीय ऊर्जा एक सशक्त माध्यम है जो कि वातावरण अनुकूल तो है ही साथ ही लोगों के लिए भी आसानी से उपलब्ध है। पेडा के सी.ई.ओ श्री एन.पी.एस रंधावा ने कहा कि नए एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई), भारत सरकार 2000-2001 से कृषि क्षेत्र में सिंचाई के लिए सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा दे रहा है और 2020-2021 तक देश में 10 लाख सौर पंप स्थापित करने की योजना बना रहा है। पंजाब सरकार इस योजना को लेकर बड़े स्तर पर काम कर रही है। एमएनआरई, भारत सरकार  1 एचपी(हार्स पावर) पर 30 प्रतिशत सब्सिडी, 2 और 3 एचपी पर 25 प्रतिशत और 5 एचपी क्षमता पंप पर 20 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान कर रही है। यह योजना विभिन्न राज्यों द्वारा लागू की जा रही है और देश में अब तक 1.50 लाख सौर पंप स्थापित किए गए हैं।
पंजाब सरकार ने इस योजना को वर्ष 2000-2001 के दौरान लांच किया था और वित्तिय वर्ष 2003-04 तक 1850 सौर पंप स्थापित किए गए थे। इन वर्षों के दौरान एमएनआरई, भारत सरकार और पंजाब सरकार ने योजना के कार्यान्वयन पर 80 प्रतिशत और 10 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की और बाकी 10 प्रतिशत लागत किसानों ने लगाई है।
वित्तिय वर्ष  2010-11 के दौरान भारत सरकार ने सब्सिडी 30 प्रतिशत तक बढ़ा दी और वर्ष 2013-14 तक 2 एचपी क्षमता के 105 पंप लगाए गए। उन्होंने बताया कि 2001 से लेकर 2014 तक राज्य में कुल 1955 पंप स्थापित किए जा चुके हैं। 2017 से लेकर 2022 तक पंजाब सरकार के नेतृत्व में इस योजना पर बड़े स्तर पर सोलर पंपिंग योजना को प्रदेश में चलाया जाएगा

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