दोस्तो आज हम आपको एक ऐसे मसाले व औषधि के बारे में बताएंगे जिसका प्रयोग आम तौर पर रसोई में किया जाता है। इस मसाले का प्रयोग करने से खाने की खुशबू व स्वाद बढ़ जाता है। हम बात कर रहे हैं ‘दालचीनी’ की। दालचीनी एक ऐसा मसाला है जिसका प्रयोग दाल-सब्ज़ी से लेकर चाय के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है।दालचीनी का प्रयोग प्राचीन समय से एक औषधि के रूप में किया जा रहा है। दालचीनी मूल रूप से एक पेड़ की सूखी हुई छाल होती है। दालचीनी शर्करा, फैटी व एमिनो एसिड का प्राकृतिक स्त्रोत है। दालचीनी में आयरन, मैंगनीज़ व फाइबर तथा एंटी आक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं।इसे भी पढ़ें…बहरापन व कानों के रोग होंगे दूर.. करें इसका प्रयोग..
दिमाग को करे तेज़
दालचीनी को सूंघने मात्र से ही दिमाग की नसें सक्रिय हो जाती हैं। दालचीनी के प्रयोग से स्मरण शक्ति, ध्यान व दिमाग की कार्य क्षमता बढ़ती है। दालचीनी चिंता व घबराहट को कम करने में मदद करती है। घबराहट व चिंता में दालचीनी वाली चाय फायदेमंद रहती है।
कैंसर से करे बचाव
दालचीनी का सेवन कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। इसका प्रयोग नियमित रूप से करने से कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है।
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पाचन तंत्र में करे सुधार
दालचीनी का सेवन अपच, उल्टी, गैस, पेट दर्द व जलन से राहत देता है। दालचीनी का काढ़ा बनाकर पीने से गैस व कब्ज़ से राहत मिलती है। दालचीनी का काली मिर्च व शहद के साथ मिलाकर भोजन के बाद सेवन करने से अफारा नहीं होता।
सर्दी-जुकाम में है लाभदायक
सर्दी-जुकाम होने पर दालचीनी के पाउडर को पानी में उबालकर पीने से आराम मिलता है। इसके सेवन से गले की सूजन व मलेरिया आदि में लाभ मिलता है। इसके अतिरिक्त दालचीनी का सेवन करने से कई प्रकार के सांस संबंधी रोगों व समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।
ब्लड शूगर को करे नियंत्रित
दालचीनी में शूगर के स्तर को नियंत्रित करने वाले तत्व पाए जाते हैं। दालचीनी का पाउडर डालकर दूध पीने से टाइप-टू डायबिटीज़ के मरीज़ों को फायदा होता है।
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दिल के लिए है रामबाण औषधि
दालचीनी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो हार्ट अटैक से बचाने में मदद करते हैं। दालचीनी का सेवन करने से दिल व धमनियों के संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। दालचीनी का प्रयोग अंदरूनी ऊतकों की सूजन को कम करता है।
अनिद्रा की समस्या को करे दूर
बढ़िया नींद ना आने पर व अनिद्रा की समस्या से राहत पाने के लिए दालचीनी का सेवन लाभदायक रहता है। अच्छी नींद के लिए एक गिलास गर्म दूध में दालचीनी या दालचीनी पाउडर डालकार पीना फायदेमंद रहता है।
त्वचा व बालों के लिए है फायदेमंद
दालचीनी का प्रयोग बाहरी व आंतरिक रूप में चेहरे के लिए लाभदायक है। दालचीनी का सेवन करने से व पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाने से कील मुंहासे दूर होते हैं। इसके सेवन से त्वचा की मृत कोशिकाएं समाप्त होती हैं और चेहरे पर चमक आती है।
इसके अतिरिक्त दालचीनी बालों के लिए भी फायदेमंद है। दालचीनी के प्रयोग से खून का प्रवाह तेज़ होता है जिससे आक्सीजन व अन्य पोषक तत्व बालों की जड़ों तक आसानी से पहुंचते हैं और बालों की लंबाई व चमक बढ़ती है। इसे भी पढ़ें…शूगर में रामबाण हैं इस पेड़ के पत्ते
मानसिक रोग होते है दूर
दिमाग के ऊतकों की सूजन को दूर व कम करने में दालचीनी का प्रयोग लाभदायक सिद्ध होता है। इसके सेवन से दिमाग संबंधी बीमारियों से बचा जा सकता है। दालचीनी में मौजूद तत्व पार्किंसंस, अल्जाइमर, दिमाग के ट्यूमर इत्यादि दिमाग के रोगों को दूर करने व बढ़ने से रोकने में सहायता करते हैं।
गठिया के दर्द में दे राहत
दालचीनी गठिया के दर्द को कम करने में असरदायक है। एक चमच शहद और आधा चमच दालचीनी का पाउडर मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से गठिया के दर्द में राहत मिलती है। और नियमित रूप से सेवन करने से एक महीने में बिना दर्द के चलना फिरना संभव हो सकता है।
दालचीनी के सेवन के नुकसान
दालचीनी की तासीर गर्म होती इस लिए इसका प्रयोग सीमित मात्रा में करना चाहिए। दालचीनी के अधिक सेवन से गुर्दों व लीवर संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। गर्भवती व बच्चों को दूध पिलाने वाली माताओं को दालचीनी का प्रयोग सीमित मात्रा में करना चाहिए। दालचीनी का प्रयोग चाय, दूध, शहद इत्यादि के साथ मिलाकर किया जा सकता है।
धर्मेन्द्र संधू