भारतीय रसोई में कुछ ऐसे मसालों का प्रयोग होता जिनके बारे में लोगों को केवल इतना ही पता होता है कि यह मसाले भोजन का स्वाद बढ़ाते हैं। लेकिन अक्सर लोगों को इन मसालों के औषधीय गुणों के बारे में पता नहीं होता । यह मसाले कई प्रकार के रोगों व सेहत समस्याओं को दूर करने वाले गुणों को समेटे होते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही मसाले के बारे में जानकारी देंगे जिसका प्रयोग भोजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता है। खासकर आम के आचार के स्वाद को दोगुणा करने में यह मसाला अहम भूमिका निभाता है। हम बात कर रहे हैं ‘कलौंजी ’ की । इसमें कई प्रकार के रोगों को दूर करने वाले गुण पाए जाते हैं । कलौंजी के तेल को ब्लैक सीड आयल कहा जाता है यह तेल भी कई समस्याओं से निजात दिलाता है।
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प्राचीनकाल से ही आयुर्वेद में कलौंजी के बीज और तेल का प्रयोग एक औषधि के रूप में किया जाता रहा है। कलौंजी का पौधा छोटे आकार का होता है इस पर हल्के नीले और पीले फूल लगते हैं । इस पौधे के काले रंग के बीज को कलौंजी कहते हैं। कलौंजी के रोग नाशक गुणों को देखते हुए इसका प्रयोग यूनानी दवाईयों के निर्माण में होता है।
कलौंजी में कैल्शियम, पोटेशियम, प्रोटीन, कार्बोहाइडे्टस, फाइबर, विटामिन-ए, बी 6, बी 12, और सी पाए जाते हैं। इसके साथ ही कलौंजी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, एंटीसेप्टिक गुण भी भरपूर मात्रा में होते हैं।
कलौंजी के फायदे
खून की कमी को करे दूर
खून की कमी को दूर करने में कलौंजी बेहद उपयोगी है। इसके लिए एक कप पानी में 50 ग्राम के करीब हरा पुदीना डालकर उबालकर , इस में आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर पीने से फायदा होता है। आप इसका सेवन सुबह खाली पेट और रात को सोते समय कर सकते हैं। इस मिश्रण के नियमित सेवन से कुछ दिनों में ही खून की कमी दूर हो जाती है।
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पाचन तंत्र को रखे ठीक
पाचन तंत्र को ठीक रखने के लिए कलौंजी का सेवन लाभकारी रहता है। इसके सेवन से पेट में बनने वाले हानिकारक और जहरीले तत्व बाहर निकल जाते हैं और पेट साफ होता है। साथ ही पेट में कीड़े होने पर कलौंजी को शहद के साथ मिलाकर नियमित रूप से लेने से फायदा होता है। कलौंजी का प्रयोग भोजन बनाते समय मसाले के तौर पर किया जा सकता है।
त्वचा के लिए है फायदेमंद
कलौंजी के सेवन के साथ-साथ इसका प्रयोग त्वचा के लिए भी फायदेमंद रहता है। कलौंजी में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो त्वचा को साफ, चमकदार और जवां रखते है। नारियल तेल के तेल में कलौंजी का तेल मिलाकर त्वचा की मालिश करने से फायदा होता है। इससे झुर्रियां दूर होती हैं। इसका प्रयोग फटी एडियों पर भी किया जा सकता है।
पीलिया
पीलिया होने पर भी कलौंजी का सेवन करने से आराम मिलता है। इसके लिए दूध के साथ कलौंजी का सेवन करना फायदेमंद रहता है। एक कप दूध में आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर रोजाना सुबह खाली पेट और रात को सोते समय सेवन करने से एक हफते में ही पीलिया रोग से राहत मिल जाती है।
कैंसर से करे बचाव
कलौंजी में कैंसर से बचाव करने वाले गुण भी पाए जाते हैं। इसमें पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट्स कैंसर जैसे भयानक रोग से रक्षा करते हैं। और कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है।
गंजापन करे दूर
गंजापन दूर करने और बालों को झड़ने से रोकने में भी कलौंजी बेहद फायदेमंद है। कलौंजी को जलाकर हेयर आयल में मिलाकर सिर पर मालिश करने से गंजापन दूर होता है और बाल उगने लगते हैं। कलौंजी के तेल में ऑलिव आयल और मेंहदी पाउडर को मिलाकर हल्का गर्म करने के बाद ठंडा करके शीशी में डालकर रख लें। इस तेल से हफते में दो बार सिर की मालिश करने से गंजेपन की समस्या दूर होती है।अगर आप बालों के गिरने व टूटने से परेशान हैं तो नींबू के रस से सिर पर मालिश करने के बाद अच्छी तरह से बालों को साफ करने के बाद कलौंजी के तेल से मसाज करने से फायदा होता है।
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सर्दी-जुकाम
सर्दी-जुकाम से राहत पाने के लिए कलौंजी को तवे पर गर्म करके सूंघने से फायदा होता है। कलौंजी का तेल और जैतून का तेल एक मात्रा में लेकर कुछ बूंदें नाक में डालने से भी सर्दी-जुकाम में आराम मिलता है। इसके नियमित प्रयोग से पुराना जुकाम भी ठीक हो जाता है।
पेट दर्द में है लाभदायक
पेट का दर्द चाहे किसी भी कारण हो इससे राहत पाने के लिए एक गिलास नींबू पानी में 2 चम्मच शहद और आधा चम्मच कलौंजी का तेल डालकर दिन में 2 बार पीना फायदेमंद रहता है। गुनगुने पानी में एक चुटकी नमक डालकर और आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर पीने से पेट दर्द में आराम मिलता है।
दांत के दर्द से दिलाए राहत
दांत के दर्द और मसूड़ों के दर्द में भी कलौंजी का प्रयोग करने से फायदा होता है। कलौंजी के तेल और लौंग के तेल को मिलाकर दर्द वाले स्थान पर लगाने से दर्द से राहत मिलती है। दांतों को साफ व मजबूत बनाने के लिए सेंधा नमक को जलाने के बाद बारीक पीस कर उसमें कुछ बूंदे कलौंजी के तेल की डालकर प्रयोग किया जा सकता है। कलौंजी के तेल को लगाने से दांतों का कीड़ा मर जाता है।
जोड़ों और गठिया के दर्द में है फायदेमंद
कलौंजी के तेल की मालिश करने से जोड़ों का दर्द, गठिया और सूजन दूर होती है। इन समस्याओं में कलौंजी के तेल में लहसुन पका कर मालिश करने से फायदा होता है। कलौंजी को पीसकर प्रभावित स्थान पर लेप करने से भी आराम मिलता है।
बवासीर की समस्या को करे दूर
बवासीर होने पर कलौंजी के तेल को नारियल की राख में मिलाकर नियमित रूप से सेवन करने से फायदा होता है।
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स्मरण-शक्ति को बढ़ाए
कलौंजी का सेवन करने से स्मरण-शक्ति यानि याददाशत बढ़ती है। इसके नियमित सेवन से एकाग्रता बढ़ने के साथ-साथ दिमाग की कार्य शक्ति और कार्य क्षमता बढ़ती है।
कलौंजी के नुकसान
कलौंजी के अधिक सेवन से ब्लड प्रेशर कम हो सकता है। जिससे हाइपोटेंशन हो सकती है। गर्भवती महिलाओं को इसके सेवन से परहेज़ करना चाहिए ।
धर्मेन्द्र संधू