अप्रैंटिसशिप नौकरी के दौरान प्रशिक्षण के द्वारा नौजवानों के विकास और उनको उद्योग के लिए तैयार करने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है: दीप्ति उप्पल

चंडीगढ़: रोजग़ार सृजन, कौशल विकास और प्रशिक्षण विभाग के अधीन पंजाब कौशल विकास मिशन (पी.एस.डी.एम.) नौजवानों को न केवल कम समय-सीमा वाला प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है, बल्कि भारत सरकार की नेशनल अप्रैंटिसशिप प्रोमोशन स्कीम की वैकल्पिक ट्रेडों के द्वारा अप्रैंटिसशिप पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है। इस पहल को आगे बढ़ाते हुए पी.एस.डी.एम. द्वारा हाल ही में उद्योगों और उम्मीदवारों की अप्रैंटिसशिप पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए लुधियाना और एस.ए.एस. नगर में तकनीकी वर्कशॉप्स करवाई गईं।
श्रीमति दीप्ति उप्पल ने कहा कि अप्रैंटिसशिप एक्ट के अनुसार 30 या इससे अधिक स्टाफ (रेगुलर और कॉन्ट्रैक्ट स्टाफ) वाली सभी संस्थाओं के लिए हरेक साल अपने कर्मचारियों के 2.5 प्रतिशत-15 प्रतिशत (सीधे ठेके वाले कर्मचारियों समेत) की सीमा के लिए अप्रैंटिसशिप प्रोग्राम शुरू करना अनिवार्य है। उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार द्वारा किसी भी संस्था द्वारा अप्रैंटिसों को प्रशिक्षण दिया जाता है, उनको निर्धारित वेतन के 25 प्रतिशत या अधिक से अधिक 1500 रुपए प्रति महीना प्रति अप्रेंटिस और अप्रेंटिस जो बिना किसी औपचारिक प्रशिक्षण के सीधे तौर पर अप्रैंटिसशिप प्रशिक्षण के लिए आते हैं, सम्बन्धित प्राथमिक प्रशिक्षण के लिए इसकी लागत (7500 रुपए की सीमा तक अधिक से अधिक 500 घंटों के लिए=15 रुपए/घंटे तक) तक का भुगतान किया जाता है।
श्रीमति उप्पल ने बताया कि अप्रैंटिसशिप पोर्टल पर 3713 संस्थाएं रजिस्टर्ड हो चुकी हैं और वैकल्पिक ट्रेडों के अधीन अप्रैंटिसों और रोजग़ारदाताओं के बीच 16802 के दरमियान कॉन्ट्रैक्ट किए गए हैं। पिछले 2 महीनों के दौरान, पी.एस.डी.एम. ने 2818 उम्मीदवारों को कॉन्ट्रैक्ट की सुविधा और मंज़ूरी दी है। उन्होंने आगे बताया कि यह उम्मीदवार नाहर इंडस्ट्रीज़, आई.टी.सी. लिमिटेड, मेट्रो टायरस लिमिटेड, स्पोर्ट किंग इंडिया लिमिटेड, स्वराज इंजन लिमिटेड, ट्राइडेंट लिमिटेड, महेन्द्रा एंड महेन्द्रा, क्रीमिका फूड इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड, हीरो साईकल्ज़ प्राईवेट लिमिटेड, कम्पीटैंट सिनरजिस प्राईवेट लिमिटेड, एवलिन इंटरनेशनल और राकमैन इंडस्ट्रीज आदि औद्योगिक इकाईयों में विभिन्न ट्रेडों जैसे कि रिंग फ्रेंम डाफर और टैंटर, ऑटोमोटिव असेंबली ऑपरेटर, ऑटोमोटिव मेनटेनेंस टैकनीशियन, मशीन शॉप सुपरवाइजऱ, असेंबली लाईन सुपरवाइजऱ, पैकर, रिटेल ट्रेनी एसोसिएट, कस्टमर केयर एग्जिक्युटिव और सिलाई मशीन ऑपरेटर आदि में अप्रैंटिसशिप के अधीन हैं। इस पहल को आगे बढ़ाते हुए पी.एस.डी.एम. ने लुधियाना की अलग-अलग औद्योगिक ऐसोसीएशनों के साथ भी समझौते सहीबद्ध किए हैं।
श्रीमति दीप्ति उप्पल ने बताया कि पी.एस.डी.एम. द्वारा जि़ला स्तर पर भी जागरूकता अभियान और इंडस्ट्री आऊटरीच प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने योग्य औद्योगिक इकाईयों से अपील की कि वह अप्रैंटिसशिप की ओर कदम बढ़ाएं और अपनी ज़रूरतों के अनुसार अप्रेंटिस की भर्ती करें, जिससे स्टाफ की माँग और पूर्ति के दरमियान अंतर को कम किया जा सके और पंजाब के नौजवानों को घरेलू और विश्व स्तर पर रोजग़ार के अवसर हासिल करने के योग्य बनाया जा सके। उन्होंने आश्वासन दिया कि जि़ला प्रोग्राम प्रबंधन इकाईयों और जि़ला रोजग़ार उद्यम ब्यूरो के द्वारा रोजग़ार सृजन और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग जि़ला स्तर पर उम्मीदवारों की लामबंदी की सुविधा के लिए प्रतिबद्ध है।

LEAVE A REPLY