भारत के अन्नदाता का ऐलान अब होगी नई क्रांति कहते नहीं उगाएंगे धान और गेहूं

कुरुक्षेत्र

धान और गेहूं का गढ़ माने जाने वाले कुरुक्षेत्र में अब किसान परंपरागत खेती को छोड़कर बागवानी की ओर आकर्षित होते नजर आ रहे हैं। फल केंद्र लाडवा में 18 जुलाई से 22 जुलाई तक चलने वाले फल उत्सव में नाशपाती की कई किस्में देखने को मिली जिन्हें देख किसानों का कहना है कि अब वह धान और गेहूं की परंपरागत खेती को छोड़कर फलों की खेती करेंगे ताकि कम समय में अच्छा मुनाफा कमाया जा सके।

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जानकारी देते हुए बागबानी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर व डीएचओ ने बताया कि नाशपाती की खेती किसानों के लिए काफी फायदेमंद सिद्ध हो सकती है। साथ ही उन्होंने किसानों को नाशपाती की विभिन्न किस्मों के बारे में भी जानकारी दी।

कुरुक्षेत्र से प्रदीप कुमार की रिपोर्ट

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