पंजाब कला परिषद द्वारा स्वस्थ समाज सृजन के लिए ‘पंजाब सभ्याचारक मिशन’ की स्थापना

-नौजवानों को समृद्ध विरासत और सभ्याचार से जोडना
-स्वस्थ समाज सृजन के लिए ‘पंजाब सभ्याचार मिशन’ की स्थापना
-पंमी बाई के नेतृत्व अधीन 14 सदस्यीय मिशन गांवों तक स्वस्थ सभ्याचारक लहर पैदा करने का काम करेगा
-जि़ला स्तर पर मिशन के जि़ला कनवीनर बनाए जाएंगे

चंडीगढ़: नौजवान पीढ़ी को पंजाब की समृद्ध विरासत और सभ्याचार से जोडऩे और स्वस्थ समाज सृजन करने के लिए पर्यटन व सांस्कृतिक मामलों के मंत्री स. नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा ‘सभ्याचार पार्लियामेंट’ सृजन करने का सपना साकार करते हुए पंजाब कला परिषद द्वारा ‘पंजाब सभ्याचारक मिशन’ की स्थापना की गई। यह फ़ैसला सैक्टर 16 स्थित पंजाब कला भवन में परिषद के चेयरमैन डा. सुरजीत पातर की अध्यक्षता अधीन पंजाब के कलाकारों और बुद्धिजीवियों की हुई मीटिंग में लिया गया। इस मिशन का डायरैक्टर प्रसिद्ध गायक परमजीत सिंह सिद्धू ‘पंमी बाई’ को बनाया गया है।

‘पंजाब सभ्याचारक मिशन’ मुख्य कार्यालय से गाँव तक काम करके नौजवानों को अपने साथ जोड़ेगा। लोक गायकी और लोक नाचों के मुखी पंमी बाई के नेतृत्व में कुल 14 मैंबर हैं जो कला, साहित्य, सभ्याचार क्षेत्रों के माहिर हैं। इन सदस्यों में पंजाब कला परिषद के चेयरमैन डा. सुरजीत पातर और सचिव जनरल डा. लखविन्दर सिंह जौहल, प्रसिद्ध नृत्य निर्देशक प्रिंसिपल इन्द्रजीत सिंह, सीनियर पत्रकार सतनाम सिंह मानक, गुरप्रीत सिंह घुग्गी, प्रसिद्ध लोक गायक सुखी बराड़, डा. निर्मल जोढ़ा, डा. जसबीर कौर रिशी, निन्दर घुग्याणवी, डा. सुरजीत (पटियाला), डा. गुरसेवक लम्बी (पटियाला), यादविन्दर सिद्धू और अशोक बांसल शामिल हैं।

प्रवक्ता ने बताया कि ‘पंजाब सभ्याचारक मिशन’ का मुख्य मकसद पंजाब में ऐसी सभ्याचारिक लहर पैदा करना है जो स्वस्थ मूल्यों को प्रफुलित करे। पंजाब के नौजवानों को अच्छे संस्कार देने और अच्छी गायकी और कोमल कलाओंं को उत्साहित करने का उद्देश्य लेकर आगे बढ़े। पंजाब सभ्याचारिक मिशन द्वारा जिला स्तर पर कनवीनर बना के पंजाब के सभी गाँवों को अपने अधीन लिया जायेगा।

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