एएसआई हरजीत की सर्जरी करने वाली पीजीआईएमआर की 15-सदस्यीय टीम ‘डीजीपी ऑनर फॉर इग्जैंमपलरी सेवा टू सोसायटी’ पुरुस्कार के साथ की जायेगी सम्मानित

-मानसा मैडीकल अधिकारी और कोविड के विरुद्ध अगली कतार पर काम करने वाले 70 पुलिस कर्मचारी भी किये जाएंगे सम्मानित
चंडीगढ़, 21 अप्रैल:
पटियाला मंडी हमले में हाथ गंवाने वाले एएसआई हरजीत सिंह की प्लास्टिक सर्जरी करने वाली पीजीआईएमआर की 15 सदस्यीय टीम, मैडीकल अधिकारी मानसा और कोविड के विरुद्ध अगली कतार पर काम करने वाले 70 पुलिस कर्मचारियों को ‘डी जी पी ऑनर फॉर इग्जैंमपलरी सेवा टू सोसायटी’ के साथ सम्मानित करने के लिए चुना गया है।
इस सम्बन्धी जानकारी मंगलवार को डीजीपी दिनकर गुप्ता द्वारा दी गई, जिन्होंने कहा कि पीजीआई के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डाक्टरों, टैक्नीशियन और नर्सिंग स्टाफ की पूरी टीम द्वारा निष्ठापूर्वक काम करने के लिए सम्मान करने का फैसला किया गया है, जिन्होंने 12 अप्रैल, 2020 को एएसआई हरजीत सिंह का 8 घंटों से अधिक समय लगाकर तत्काल और सफलतापूर्वक सर्जरी की।
डॉक्टरों में विभाग के प्रमुख, प्लास्टिक सर्जरी पीजीआई, डॉ. रमेश शर्मा, डॉ. सुनील गाबा और डॉ. जैरी आर जॉन (दोनों पीजीआई की प्लास्टिक सर्जरी टीम के सलाहकार), डॉ. सूरज नायर य डॉ. मयंक य डॉ. चंद्र और डॉ. शुबेंदू (सभी सीनियर रेज़ीडेंट), डॉ. अंकुर, डॉ. अभिषेक और डॉ. पुर्णिमा (अनैसथीसिया टीम की सलाहकार और मेंबर), श्रीमती चन्द्रकांता सैनी, श्री नरेश गौतम (ओटी टैक्नीशियन) और एस / एन अरविन्द, एस/एन स्नेहा और एस/एन अर्श (नर्सिंग स्टाफ) शामिल थे।
डीजीपी ने कहा कि इसके अलावा डॉक्टर रणजीत राय, मैडीकल अफसर, पुलिस हस्पताल, मानसा को बुढ्ढलाडा में कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों की संपर्क ट्रेसिंग और तुरंत नमूने लेने में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए ‘ऑनर एंड डिस्क’ के साथ सम्मानित करने के लिए चुना गया है।
इनके अलावा डीजीपी ने बताया कि अगली कतार पर काम कर रहे 27 पुलिस जिलों में अलग-अलग रैंक के 70 पुलिस अधिकारियों को सम्मानित किया जायेगा। इनमें दो एएसपी, 22 डीएसपी, 7 इंस्पेक्टर, 13 सब-इंस्पेक्टर, 9 एएसआई और 17 एचसी / सिपाही शामिल हैं।
श्री गुप्ता ने आगे बताया कि उक्त पुरस्कार विजेताओं का चयन पुलिस कमिश्नर और एसएसपीज द्वारा पंजाब पुलिस और अन्य अधिकारियों की राज्य में अगली कतार पर कोविड-19 संचालन और गतिविधियों में बेमिसाल कामों की पहचान करके भेजी गई विभिन्न नामांकनों की जांच के बाद पुरुस्कारों की दूसरी सूची के लिए की गई है।
एच सी जतिन्दर सिंह, जोकि राज्य के सबसे अधिक सक्रिय और प्रमुख ग्रामीण पुलिस अधिकारी (वीपीओ) के तौर पर उभरे हैं, वह गाँव मुच्छल, सब डिविजन जंडियाला (अमृतसर-ग्रामीण) केे वीपीओ हैं। उनको किसी दुखी महिला ने फोन किया था कि उसके 3 दिनों के नवजात बच्चे को डॉक्टरी सहायता की तुरंत जरूरत है और उसके पास मदद के लिए कोई नहीं है। गाँव के एक वॉलंटीयर के साथ जतिन्दर उस महिला और उसके बच्चे को अपनी कार में अमृतसर के हस्पताल ले गए और उसका डॉक्टरी इलाज करवाने में सहायता की। इस घटना का वीडियो वायरल हो गया और उनके इस कारनामे ने सभी पंजाबीयों का दिल जीत लिया। इससे पहले उन्होंने गाँव के वॉलंटियरों को अपने स्रोत इक_े करने के लिए प्रेरित किया और जरूरतमंदों को राशन और भोजन बँटा। उन्होंने मुच्छल गाँव में मैडीकल कैंप लगाने की सुविधा भी मुहैया करवाई।
बठिंडा में प्रशिक्षण अधीन एएसपी अजय गांधी (आईपीएस), जो इस समय बठिंडा जिले के मोड़ थाने में एसएचओ के तौर पर तैनात हैं, को कोविड-19 सम्बन्धी अपने क्षेत्र के लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए उनकी निरंतर कोशिशों के लिए सम्मानित किया गया है। उन्होंने अधिकार क्षेत्र में पहुँचे एन.आर.आईज को ढूँढने के लिए और उनकी डॉक्टरी जांच करवाने के लिए तत्काल और प्रभावशाली कदम उठाए।
संगरूर के ए.एस.आई जगतार सिंह को एक गर्भवती महिला पुनीत कुमारी निवासी पत्नी विशाल पंडित निवासी बिहार (जो अब संगरूर के निवासी हैं) के परिवार का फोन आया, जिसमें हीमोग्लोबिन का स्तर 4.5 ग्राम / डीएल था और जो सिविल हस्पताल संगरूर में उपचाराधीन थी। जगतार सिंह ने तुरंत उस ब्ल्डग्रुप का खूनदान किया जो उस समय संगरूर में उपलब्ध नहीं था।
स. अमरोज सिंह, पीपीएस, डीएसपी (एयरपोर्ट) एस.ए.एस नगर सभी विदेशी लोगों की मैडीकल जांच यकीनी बनाने में अहम भूमिका निभाई जो चण्डीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुँचे थे। कोवीड-19 सम्बन्धी सहायता प्रदान करने और मोहाली जिले के नोडल अधिकारी होने के नाते उन्होंने मैडीकल टीमों के साथ तालमेल करके फील्ड टेस्टिंग, मरीजों को डॉक्टरी सहूलतें मुहैया करवाने, संपर्क ढूँढने और सभी विदेशी यात्रियों की घर में कुआरंटीन काम करवाने के लिए अथक मेहनत की।
श्रीमती दीपिका सिंह, पीपीएस, डीएसपी एसबीएस नगर, जिला एसबीएस नगर कोविड-19 के लिए पुलिस नोडल अधिकारी, ने गाँव पठलावा में राज्य का पहला कोरोना पॉजिटिव मामला आने पर प्रभावशाली ढंग के साथ तालाबन्दी लागू करवाई। उसने कोविड-19 मामलों की जांच और निगरानी के लिए जरुरी कदम उठाने के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रक्रिया (एसओपी) दस्तावेज तैयार किये।
रोपड़ जिले के हैड कांस्टेबल रोहित मीलू, 977 / आर ने 04.04.20 को गाँव चितामाली (रोपड़) के कोविड पॉजिटिव केस) से सम्बन्धित सभी संपर्कों की मैडीकल जांच करवाने में प्रभावशाली भूमिका निभाई थी।
एसआई अर्शप्रीत कौर, एसएचओ पीएस जोधेवाल, लुधियाना सामाजिक दूरियाँ सम्बन्धी उपायों को लागू करने समेत सब्जी मंडी लुधियाना में नियमित कामों के लिए एक व्यवस्था तैयार करने में सक्रियता के साथ शामिल थे। चाहे वह 17 मार्च को कोविड पॉजिटिव पाई गई और डीएमसी हस्पताल लुधियाना में दाखिल हैं। परन्तु वह अपने जबरदस्त वीडियो सन्देशों के द्वारा पंजाब पुलिस का मनोबल बढ़ा रही हैं और पुलिस को और उत्साहित कर रही हंै।
भाई निर्मल सिंह के संस्कार को यकीनी बनाने के लिए अमृतसर शहर के कांस्टेबल लवप्रीत सिंह ने बड़ी भूमिका निभाई। इसके अलावा वह पूरे दिल से और नि:स्वार्थ भावना के साथ गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा कर रहा है।
श्री मुक्तसर साहिब जिले की महिला कांस्टेबल जींदो रानी पिछले 2 महीनों से अपनी तनख्वाह गरीब और कमजोर लोगों को राशन मुहैया कराने के लिए खर्च कर रही है। उसने हाल ही में एक गरीब महिला को भी बचाया जिसको लकवे का दौरा पड़ा था और उसने अपनी तनख्वाह उस महिला के इलाज पर खर्च की थी।
हीना गुप्ता, डीएसपी (हैड कुआर्टरज, श्री मुक्तसर साहिब) ने गरीब गर्भवती महिलाओं की सेहत जांच करवाने की व्यवस्था करवाई और उनको फल, आयरन और फोलिक ऐसिड की गोलियाँ उपलब्ध करवाईं। उन्होंने झुग्गियों में रहने वाली महिलाओं के लिए 2000 सैनेटरी पैड भी बाँटे।

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