कहां होता है पितृ पक्ष और मातृ पक्ष का तर्पण ???
-भारत में 55 स्थलों पर किया जाता है पिंडदान
-धार्मिक ग्रंथों में पितरों के तर्पण का है विशेष महत्व
धार्मिक ग्रंथों में आत्मा को अजर अमर माना गया है। इंसान की मृत्यु के बाद प्रेत योनि से बचाने के लिए पितृ...
तंत्र के देवता काल भैरव की अराधना बिना है तंत्र साधना अधूरी
-भगवान शिव के रुप है भगवान काल भैरव
-अष्टमी पर काल भैरव जंयती पर पूजन कर मिलती है विशेष कृपा
भगवान काल भैरव को भगवान शिव का ही रूप माना गया है। एेसे में इनकी पूजा-अर्चना करने का विशेष महत्व माना...
केवल इस पावन सरोवर में मां के मोक्ष के लिए होता है मातृ...
-कर्दम ऋषि के 10 हजार वर्षों के तप का फल है यह सरोवर...
-ऋग्वेद, रामायण, महाभारत में भी है बिंदू सरोवर का उल्लेख
कैलाश मानसरोवर, नारायण सरोवर, पुष्कर सरोवर, पंपा सरोवर के अलावा बिंदू सरोवर भारत के प्रमुख पांच पावन सरोवर...
इस संस्कार का है विशेष वैज्ञानिक महत्व ?
-सुंदर,स्वस्थ,दीर्घायु व प्रतिभाशाली संतान के लिए जरूरी है ‘गर्भाधान संस्कार’
आज के युग में अच्छी संतान की प्राप्ति किसी विशेष को ही होती है। अकसर आपने अपने आस-पास अपनी संतान को कोसने वाले बहुत से माता-पिता देखें होंगे। किसी को...
पत्थर, धातु की नहीं 70 औषधियों से बनीं हैं इस मंदिर की मूर्तियां
-शाकाहारी मगरमच्छ करता है अनंतपुर मंदिर की रक्षा
सदियों पहले अपने ईष्ट देव की अराधना के लिए स्थापित किया गया हर मंदिर अपने आप में अनूठा व रहस्यमयी है। चाहे उस मंदिर का निर्माण हो या फिर मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठित...
सनातन धर्म में ही है गर्भाधारण से मृत्यु तक के 16 संस्कारों की परंपरा
-संस्कारों के बिना है इंसान का जीवन निराधार
-प्राचीन काल से जारी सभी संस्कारों का है विशेष महत्व
इंसान के जीवन की शुरुआत गर्भाधारण से होकर मृत्य पर जाकर संपन्न होती है। यह भी पूर्ण तौर से सत्य है कि इंसान...
भगवान राम, माता सीता जी ने भी भोगा था श्राप का संताप
-भगवान राम को देवर्षि नारद, माता सीता को एक पक्षी ने दिया था श्राप
-भगवान हो या इंसान सब भोगते हैं गलती की सजा
-श्राप कभी भी नहीं है होता बेअसर
भगवान हो या इंसान उन्हें उनकी गलती सजा जरूर भोगनी पड़ती...
भारतीय रसोई में छिपा है मसालों का खजाना है रोगों के निदान का अचूक...
-भारतीय रसोई में छिपा है मसालों का खजाना
भारतीय रसोई एक ऐसा खजाना अनमोल खजाना छिपा है। इस खजाने का उपयोग आयुर्वेद भी करता है। यदि इस खजाने का यानिकि इन मसालों का उपयोग कर सही ढंग से करना शुरु कर...
आखिर सिंदूर चढ़ाने से ही क्यों प्रसन्न होते हैं हनुमान जी ??
-सौभाग्य, सकारात्मक उर्जा का प्रतीक हैं सिंदूर
-सिंदूर चढ़ाने से प्रतिमा का होता हैं संरक्षण
यह पूर्ण तौर से सत्य है कि भगवान शिव के रुद्रावतार अजर अमर हनुमान जी इस धरा पर भक्तों के कष्टों का निवारण कर रहे हैं।...
अंधविश्वासों में महत्वपूर्ण वैज्ञानिक तथ्यों का है समावेष
-भारतीय संस्कृति में सदियों से जारी अंधविश्वास आज भी हैं कायम
भारतीय संस्कृति पूरे विश्व भर में अपनी अलग पहचान रखती है। भारतीय संस्कृति के अपने रीति रिवाज़, मान्यताएं, परम्पराएं व लोक विश्वास हैं जो कि भारतीय संस्कृति का अभिन्न...