धर्मेन्द्र संधू
भारतीय महिलाएं सजने-संवरने के लिए कई प्रकार के सौन्दर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल करती हैं। इनमें से एक है ‘मेहंदी’। मेहंदी का प्रयोग मुख्य रूप से हाथों व पैरों को सजाने के लिए किया जाता है। साथ ही आजकल बालों को रंगने के लिए भी मेहंदी का प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा भी मेहंदी कई प्रकार से स्वास्थ्य के लिए उपयोगी है।
मेहंदी का पौधा पूरे भारत में पाया जाता है। इस पौधे की हरी पत्तियों को पीसकर प्रयोग में लाया जा सकता है। साथ ही इन पत्तियों का उपयोग छाया में सुखाकर भी कर सकते हैं। सूखी व पिसी हुई मेहंदी बाजार में भी उपलब्ध होती है। लेकिन बाजार से मेहंदी खरीदते समय ध्यान रखें कि यह मेहंदी पूरी तरह से प्राकृतिक हो क्योंकि बाजार में मिलने वाली मेहंदी में हानिकारक कैमिकल होते हैं, जो त्वचा व शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं।
मेहंदी के फायदे
बालों के लिए विशेष उपयोगी
मेहंदी को बालों के लिए प्राकृतिक कंडीशनर माना गया है। बालों की चमक बढ़ाने के लिए मेहंदी को घोलकर लगाया जाता है। अधिक लाभ के लिए मेहंदी में आंवला पाउडर व दही मिलाकर बालों में लगाएं। 1 घंटे बाद बालों को साफ पानी से धोने के बाद बाल चमकदार लगने लगते हैं। साथ ही बालों में प्राकृतिक रंग भी आता है और बालों का टूटना-झड़ना बंद होता है व रूसी की समस्या दूर होती है। इस उपयोग को आप सप्ताह में एक या दो बार कर सकते हैं।
बालों को प्राकृतिक रंगत देने के लिए मेहंदी में शहद और एक अंडा मिला लें। इस मिश्रण को कुछ देर के लिए लोहे के बने हुए बर्तन में रखें। इस घोल को बालों में लगाने के दो घंटे बाद धोने से प्राकृतिक रंगत आती है।
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सिरदर्द को करे दूर
सिर में दर्द होने पर मेहंदी को पानी में घोलकर लगाने से फायदा होता है। मेहंदी ठंडक प्रदान करती है जिससे सिर दर्द से राहत मिलती है।
मुंह के छालों को करे दूर
मुंह के छालों को दूर करने के लिए भी मेहंदी की पत्तियां फायदेमंद हैं। मेहंदी की पत्तियों को रात भर पानी में भिगोकर सुबह उस पानी से कुल्ला करने से मुंह के छालों में आराम मिलता है। कुल्ला करने से पहले पत्तियों को पानी से बाहर निकाल दें।
जलने पर उपयोगी है मेहंदी का लेप
घावों को ठीक करने व सूजन को कम करने के लिए मेहंदी का प्रयोग आयुर्वेद में सदियों से होता आ रहा है। शरीर के किसी हिस्से के जलने पर मेहंदी का लेप लगाने से आराम मिलता है। इसके लिए आप मेहंदी के पत्तों को पीसकर लेप बनाकर प्रभावित स्थान पर लगा सकते हैं। इससे जलन शांत होती है और घाव जल्दी ठीक होता है।
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दाद खुजली को ठीक करती है मेहंदी
मेहंदी में एंटी फंगल गुण पाए जाते हैं। इसलिए आप शरीर के किसी भी हिस्से पर होने वाली दाद-खुजली पर मेहंदी के पत्तों को पीसकर लगा सकते हैं। इससे कुछ ही दिनों में दाद ठीक होने लगती हैं।
जोड़ों व घुटनों के दर्द में दे आराम
जोड़ों व घुटनों के दर्द को दूर करने के लिए मेहंदी का प्रयोग कर सकते हैं। इसके लिए बराबर मात्रा में मेहंदी और अरंडी के पत्ते लें। इन पत्तों को पीसकर हल्का सा गर्म करें। इस मिश्रण को घुटनों पर लगाने से दर्द में आराम मिलता है।
शरीर की गर्मी को करे कम
मेहंदी की तासीर ठंडी होती है। शरीर की गर्मी को दूर करने के लिए मेहंदी का प्रयोग किया जा सकता है। आयुर्वेद में भी इसका उपयोग होता है। शरीर की गर्मी को कम करने के लिए पैरों के तलवों व हाथों पर मेहंदी का लेप लगाने से ठंडक मिलती है। साथ ही मेहंदी की ताजा पत्तियों को रात भर पानी में भिगो कर रख दें और सुबह इस पानी को छानकर पी लें। इससे भी शरीर की अंदरूनी गर्मी दूर होती है।
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नाखूनों की समस्याओं में फायदेमंद
नाखूनों की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए व संक्रमण से बचने के लिए मेहंदी के पत्ते उपयोगी हैं। नाखूनों पर मेहंदी का लेप लगाने से फायदा हेाता है। इससे नाखूनों के पास की त्वचा पर होने वाला संक्रमण दूर होता है। साथ ही मेहंदी के पौधे की पत्तियों को पानी में डालकर उसमें नाखूनों को डुबोकर रखने से नाखूनों का टूटना बंद हो जाता है।
पैरों के छालों को ठीक करती है मेहंदी
पैरों में छाले होने पर भी मेहंदी लाभकारी है। इसके लिए मेहंदी में नारियल का तेल मिलाकर छालों पर लगाने से आराम मिलता है। इस मिश्रण को तब भी लगा सकते हैं जब कभी चप्पल या जूते से आपका पैर छिल जाए।
मेहंदी के नुकसान
हालांकि मेहंदी की पत्तियां व मेहंदी शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद है लेकिन फिर भी इनका आंतरिक रूप में इस्तेमाल या सेवन करने से पहले आयुर्वेद के किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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