धर्मेन्द्र संधू
हिन्दू धर्म में भगवान शिव को बेल पत्र अर्पित किए जाते हैं। लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि बेल पत्र यानी बेल की पत्तियां स्वास्थ्य के लिए भी गुणकारी है। आईए आपको बताते हैं कि किस प्रकार बेल पत्र रोगों से बचाव करता है।
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बेल का फल खाने से कई प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है। बेल के फल का जूस गर्मी के मौसम में बाजार में मिलता है। बेल के फल के साथ ही बेल के पत्ते भी कई प्रकार की सेहत समस्याओं को दूर करते हैं।
बेल के पत्तों के फायदे
पेट के लिए गुणकारी हैं बेल की पत्तियां
पेट की समस्याओं में बेल की पत्तियां विशेष रूप से गुणकारी हैं। बेलपत्र कब्ज, पेट दर्द व गैस आदि समस्याओं में फायदेमंद है। पेट की समस्याओं का सामना कर रहे लोगों को जब भी मौका लगे तो बेल के पेड़ की दो-चार ताज़ा पत्तियां जरूर खानी चाहिए। साथ ही पेट में कीड़े होने पर या दस्त लगने पर बेल की पत्तियों का रस पीने से लाभ होता है।
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बुखार से राहत दिलाती हैं बेल की पत्तियां
बुखार होने पर बेल की पत्तियां उपयोगी हैं। बेल की पत्तियों को साफ करने के बाद पानी में उबालकर काढ़ा बना लें। इस काढ़े को पीने से बुखार उतरना शुरू हो जाता है।
मुंह के छालों को ठीक करते हैं बेल पत्र
अगर आप मुंह में होने वाले छालों से परेशान हैं तो एक बार बेल की पत्तियों को आजमा कर देखें। बेल की एक-दो ताजा पत्तियों को चबाने से फायदा होता है। इन पत्तियों के रस को कुछ देर के लिए मुंह में ही रखें।
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दिल के रोगों से होता है बचाव
बेल की पत्तियों में दिल के रोगों से बचाव करने वाले गुण भी पाए जाते हैं। बेल की पत्तियों का काढ़ा बनाकर पीने से दिल के रोग होने का खतरा कम हो जाता है। इससे दिल को मजबूती मिलती है।
सर्दी व जुकाम में लाभकारी
मौसम बदलने पर सर्दी, जुकाम व बुखार होने पर बेल के पेड़ की पत्तियां लाभकारी हैं। सर्दी-जुकाम से राहत पाने के लिए बेल की पत्तियों का रस निकालकर इसमें शहद मिलाकर पी सकते हैं।
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बवासीर की समस्या में आराम देती हैं बेल की पत्तियां
खान-पान की आदतों में बदलाव के कारण कई लोग बवासीर की समस्या से परेशान हैं। खासकर खूनी बवासीर होने पर बेल की जड़ काफी हद तक फायदेमंद है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए बेल के पेड़ की जड़ के गुदे को पीस लें। इसे सुखाने के बाद इसमें उतनी ही मात्रा में मिश्री मिला लें। इस चूर्ण का एक चम्मच दिन में दो बार पानी के साथ लेने से फायदा होता है।
लू से बचाव करता है बेल पत्र
गर्मी के मौसम में लू लगने का खतरा बना रहता है। इस दौरान अगर आप बेल की पत्तियां खाते हैं तो लू लगने से बच सकते हैं। बेल की पत्तियों की तासीर ठंडी होती है इसलिए यह गर्मी के प्रभाव को कम कर देती हैं। गर्मी के कारण नाक से खून बहने की समस्या में भी यह पत्तियां फायदेमंद हैं। आप गर्मी के मौसम की इन समस्याओं से बचने के लिए बेल की पत्तियों का जूस बनाकर भी पी सकते हैं।
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सांस संबंधी समस्याओं में फायदेमंद है बेल की पत्तियों का रस
सांस संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे लोगों के लिए बेल की पत्तियां किसी औषधी से कम नहीं हैं। नियमित रूप से बेल की पत्तियों का रस निकालकर पीने से सांस के रोगियों को फायदा होता है।
अंदरूनी चोट या मोच आने पर उपयोगी
हाथ या पैर में मोच आने पर या शरीर के किसी हिस्से पर अंदरूनी चोट लगने पर आप बेल की पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। बेल की पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। मोच या अंदरूनी चोट लगने पर बेल की पत्तियों को पीस लें। अब इसमें थोड़ा सा गुड़ मिलाकर पका लें। इस हल्के गर्म मिश्रण को कपड़े में डालकर प्रभावित स्थान पर सेकने से फायदा होता है।
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मधुमक्खी आदि के काटने पर उपयोगी हैं बेल की पत्तियां
कई बार मधुमक्खी या ततैया काट लेता है। इन जीवों के काटने के बाद शरीर पर होने वाली जलन को कम करने में भी बेल की पत्तियां फायदेमंद हैं। जलन से राहत पाने के लिए इन पत्तियों को पीसकर रस निकालकर लगाने से जलन कम हो जाती है।
बेल के पत्तों के नुकसान
हालांकि बेल की पत्तियों के कई फायदे हैं लेकिन फिर भी इन पत्तियों का रस पीने से पहले या फिर पत्तियां खाने से पहले आयुर्वेद के विशेषज्ञ की सलाह लें और इन पत्तियों के गुणों व दोषों के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर लें।
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