मुख्य सचिव को रूप-रेखा तैयार करने और ज़रूरी नोटिफिकेशन जारी करवाने के लिए कहा
चंडीगढ़, 4 जुलाई: नशों के सम्बन्ध में आगे और नकेल कसते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पुलिस मुलाजिमों सहित सभी सरकारी मुलाजिमों का डोप टैस्ट अनिवार्य करवाने के हुक्म जारी किये हैं। यह टैस्ट मुलाजिमों की भर्ती और उनकी सेवा के हरेक चरण पर हुआ करेगा।
मुख्यमंत्री ने इस संबंधी रूप-रेखा तैयार करने और ज़रूरी नोटिफिकेशन जारी करवाने के लिए मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं।
एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहाँ बताया कि मुख्यमंत्री ने भर्ती और पदोन्नती के सभी मामलों में ड्रग स्क्रीनिंग अनिवार्य बनाने के लिए हुक्म दिए हैं। उन्होंने ड्यूटी के प्रकार के अनुसार कुछ विशेष मामलों में होने वाले वर्षिक डाक्टरी जांच के दौरान भी यह टैस्ट करवाने के लिए कहा है।
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार इस आदेश से पंजाब सरकार के विभिन्न विभागों में सभी प्रकार की भर्ती और पदोन्नती के अवसर पर डोप टैस्ट अनिवार्य होगा। इसी तरह पंजाब सरकार के सभी सिविल/ पुलिस मुलाजिमों के सालाना डाक्टरी जांच के दौरान भी यह टैस्ट ज़रूरी होगा।
पंजाब से नशे के ख़ात्मे के लिए पिछले तीन दिनों के दौरान मुख्यमंत्री की तरफ से श्रृंख्लाबद्ध पहलकदमियों का यह ओदश एक हिस्सा है।
एन डी पी एस एक्ट में संशोधन के द्वारा नशों के सम्बन्ध में पहली बार अपराध करने वाले को मौत की सज़ा दिए जाने की केंद्र को मंत्री मंडल की तरफ से गई सिफारिश के समय ही मुख्यमंत्री ने इस संबंधी भी फ़ैसला ले लिया था।
मुख्यमंत्री ने नशों के तस्करों को अपनी यह घिनौनी गतिविधि छोडऩे या सख़्त कार्यवाही का सामना करने की पहले ही चेतावनी दी हुई है।