-अवैध कार्यवाही से परहेज़ करने या फिर कानून के अनुसार नतीजे भुगतने के लिए कहा
चंडीगढ़: पंजाब में मिलावटी सरसों के तेल की बिक्री का सख्ती से जायज़ा लेते हुए खाद्य और ड्रग प्रशासन के कमिशनर श्री के.एस. पन्नू ने मिलावटखोरी के धंधे में लिप्त व्यक्तियों को कानून के अनुसार सख्त कार्यवाही करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि बेईमान डीलरों, उत्पादकों द्वारा घटिया क्वालिटी के ताड़ के तेल, कच्चा राइस बरान आईल और कच्चे सोयाबीन के तेल को सरसों के तेल में मिला कर बेचा जा रहा है। यहां तक कि सरसों के तेल की अम्लता और रंग के साथ मेल के लिए रंग और रसायन भी मिलाए जा रहे हैं।
श्री पन्नू ने कहा कि मिलावटखोरों के विरुद्ध हरेक मंच पर जागरूकता गतिविधियां चलाईं गई हैं और सावधानी बरतने के साथ-साथ चेतावनी भी दी जा रही हैं। उन्होंने कहा, ‘हमने ऐसे लोगों को अपना रास्ता बदलने का मौका दिया है। अब आगे ऐसी घटिया कार्यवाहियों से परहेज़ करना या कानून के अनुसार नतीजे भुगताना, उनकी मजबूरी है।
उन्होंने कहा कि घटिया दर्जे का मिलावटी सरसों का तेल न सिफऱ् सेहत के लिए हानिकारक है बल्कि असली सरसों के तेल की बिक्री पर भी बुरा प्रभाव डाल रहा है। सूबे में सर्दियों के दौरान तकरीबन 1 लाख एकड़ ज़मीन पर राई की खेती की जाती है और लगभग 4.8 लाख क्विंटल का उत्पादन किया जाता है। मार्केट में मिलावटी सरसों के तेल की बिक्री करने वालों की भरमार होने के कारण राई की खेती करने वाले किसानों के समूह भाईचारे के मुनाफों की लूट की जा रही है और यह एक जुर्म से कही बढक़र है। वास्तव में जब खेती किसानों के लिए एक लाभप्रद पेशा न रही हो, उस समय ऐसा करके किसानों को उनके बनते मुनाफों से वंचित रखना एक पाप है।
मिलावटखोरों को चेतावनी देते हुए पन्नूं ने कहा कि विभिन्न मिलावटी इकाईयों पर छापेमारी और घटिया गुणवत्ता के मिलावटी सरसों के तेल को ज़ब्त करने के लिए कमेटियों का गठन किया जा चुका है। उत्पाद के निर्माण के लिए दिए गए नियमों की सख्ती से पालना को यकीनी बनाने के लिए सावधान करते हुए श्री पन्नू ने कहा कि लैब टेस्टिंग के बाद इस अवैध कारोबार में लिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध कानून अनुसार सख्त कार्यवाही की जायेगी।
कमिशनर ने कहा कि फूड सेफ्टी टीमों द्वारा हर किस्म के मिलावटी खाने और दवाओं से सूबे को सुरक्षित करने के लिए लगातार कोशिशों के साथ-साथ लोगों को मुहैया करवाए जाने वाले भोजन पदार्थों के असली उत्पादकों से डिलिवरी को यकीनी बनाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मिलावटखोरों के विरुद्ध कोई ढील नहीं इस्तेमाल की जायेगी और साथ ही कहा कि यह कार्यवाहियां अज्ञानतावश नहीं बल्कि योजनाबद्ध और अपराधिक कार्यवाही के मंतव्य से की जा रही हैं।