वंदना
एक ऐसा पेड़ जो नेपाल, भारत और श्रीलंका में पवित्र माना जाता है | जिसके साथ कई हिंदू धार्मिक आस्थाएं जुड़ी हैं| ऐसा माना जाता है कि गौतम बुध का जन्म भी इसी पेड़ के नीचे हुआ था| इसके अलावा इस पेड़ के औषधीय गुणों के कारण इसे आयुर्वेद में भी महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है । अशोक का पेड़ रोगों से छुटकारा दिलाने और शारीरिक दुख दूर करने के लिए हजारों सालों से प्रयोग किया जा रहा है।
अशोक की छाल की तासीर ठंडी होती है। अशोक के पत्ते लंबे होते हैं जिन्हें ताम्रपत्र भी कहा जाता है | इसका फूल सुंदर और सुगंधित होता है। इसका फल फलियों के रूप में होता है। अशोक के पेड़ की छाल , पत्ते ,फली , बीज सभी मेडिसिन के रूप में काम आते हैं | आयुर्वेद में इससे बनी औषधी का प्रयोग मुख्य रूप से स्त्री रोगों को दूर करने में किया जाता है | इसकी छाल में टेनिन ,उड़न शील तेल , कैल्शियम, आयरन जैसे कई गुणनशील तत्व पाए जाते हैं जो कई जटिल बिमारियों जैसे जोड़ों का दर्द, पेट के कीड़े,मूत्र रोगों से छुटकारा दिलवाने में सहायक होते है | यह मधुमेह के रोगियों के लिए भी उपयोगी होता है|
video: इन बातों का रखें ध्यान..संक्रमण व रोग रहेंगे कोसों दूर
अशोक के छाल और पत्तों के फायदे
गर्भाशय से जुडी समस्याएं करे दूर
मासिक धर्म की अनियमितता होने पर अशोक की छाल का काढ़ा बनाकर सुबह शाम पीने से मासिक धर्म नियमित हो जाता है|
मासिक धर्म के समय यदि बहुत अधिक खून आने की समस्या हैं तो भी अशोक की छाल का काढ़ा बनाकर प्रतिदिन कुछ कुछ देर में कई बार पीने से जल्दी आराम मिलता है| एक अन्य उपाय में अशोक की आठ कोमल पत्तियों को रोजाना सुबह खाने से भी आराम आता है |
अशोक की छाल का काढ़ा बनाकर दिन में दो बार पीने से रक्त प्रदर, योनि से असामान्य खून निकलना ,पेशाब से संबंधित समस्या,अनियमित मासिक धर्म या मासिक धर्म के समय अधिक खून आने जैसी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।
किसी भी प्रकार की गर्भाशय की कमजोरी ,हार्मोन का संतुलन, पेट के रोग और पैरों का दर्द जैसी कोई भी समस्या होने पर अशोकारिष्ट का प्रयोग करने से जल्दी ही आराम आ जाता है क्योंकि अशोकारिष्ट को अशोक के अर्क से बनाया जाता है। यह गर्भाशय की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है |
लिकोरिया करे खत्म
योनि की सबसे बड़ी समस्या है सफेद पानी आने की | इसके लिए एक चम्मच अशोक की छाल के चूर्ण को रोजाना दिन में दो बार गाय के दूध के साथ लेने से इस समस्या से छुटकारा मिल जाता है |
योनि करे टाइट
अशोक की छाल, बबूल की छाल और फिटकरी को बराबर मात्रा में मिलाकर बारीक पीसकर पाउडर बनाकर सूखे डिब्बे में एयर टाइट बंद कर रखना चाहिए | जब इस्तमाल करना हो तो इसकी 100 ग्राम मात्रा सूती कपड़े में बांधकर 1 लीटर पानी में तब तक उबालना चाहिए जब तक की पानी एक चौथाई ना रह जाए फिर इसे ठंडा करके रात में सोने से पहले योनि में रख लेना चाहिए कुछ ही दिनों में योनि टाइट हो जाती है |
अंडकोष की सूजन करे दूर
महिलाओं के साथ साथ यह पुरुषों के लिए भी फायदेमंद औषधि है | अंडकोष में सूजन होने पर अशोक की छाल का काढ़ा बनाकर रोज़ाना 1 सप्ताह तक दिन में दो बार पीने से अंडकोष की सूजन कम हो जाती है।
जोड़ों का दर्द करे ठीक
जोड़ों में दर्द होने पर इसकी छाल को पीस कर पेस्ट बनाकर लगाने से दर्द में आराम आ जाता है | यह दर्द से आराम पाने का सुरक्षित तरीका है |
video: आज की संजीवनी बूटी है यह ‘घास’, बस जान लीजिए इस्तेमाल का सही तरीका
टूटी हड्डी जोड़े जल्दी
हड्डी टूट जाने पर अशोक की छाल का 5 से 10 ग्राम चूर्ण प्रतिदिन दिन में दो बार दूध के साथ लेने से हड्डी काफी जल्दी जुड़ जाती है।
बवासीर करे ठीक
खूनी बवासीर की समस्या होने पर 5 ग्राम अशोक की छाल और 5 ग्राम अशोक के फूल को रात भर एक गिलास में भिगो देना चाहिए फिर सुबह इसे छानकर पीना चाहिए। इसी प्रकार सुबह भिगोकर शाम को पीने से खूनी बवासीर की समस्या में आराम मिलता है |
अशोक के फूल और बीज के फायदे
video: “फैटी लीवर” के साथ मोटापा भी होगा कम… सुने Dr. Amar Singh Azad से || fatty liver || obesity ||
पथरी करे दूर
अशोक के बीज को बारीक पीसकर 5 ग्राम पाउडर पानी के साथ लेने से पथरी की समस्या से निजात मिल जाती है|
सांस रोग करे खत्म
अगर आप पान खाने के शौकीन है और साथ ही आप को सांस की समस्या भी है तो अशोक के बीजों का 65 मिलीग्राम चूर्ण बनाकर पान के बीड़े में रखकर खाना चाहिए। इससे कुछ ही दिनों में सांस रोग से छुटकारा मिल जाएगा।
खूनी पेचिश करे ठीक
खूनी पेचिश से छुटकारा पाने के लिए तीन-चार ग्राम अशोक के फूल को पीसकर पानी के साथ लेने से लाभ मिलता है |
video: VIRUS हमारे दुश्मन नहीं, हैं दोस्त भी || Dr Amar singh Azad ||
स्किन एलर्जी करे दूर
त्वचा की एलर्जी दूर करने और रंग निखारने के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है | यह खून को साफ़ करता है | त्वचा की जलन शांत करने के लिए अशोका फूलों और पत्तों को पीसकर पेस्ट बनाकर लगाने से एलेर्जी दूर हो जाती है |
हृदय रोगी और गर्भवती महिलाओं को इसके प्रयोग बिलकुल नहीं करना चाहिए | वैसे तो इसका प्रयोग शरीर पर कोई नुकसान नहीं करता है परन्तु फिर भी इसके प्रयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए |
video: शरीर पर दिखाई दें यह लक्षण तो गलती से भी न करें नज़रअंदाज़ || Do not ignore… on your body||