धर्मेन्द्र संधू
आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपने शरीर व स्वास्थ्य की ओर पूरी तरह से ध्यान नहीं दे पाते। जिसके कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। इन तत्वों में कैल्शियम भी इंसान के शरीर के लिए बेहद जरूरी है। शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर कुछ संकेत व लक्षण दिखाई देने लगते हैं। अगर इन संकेतों को नज़रअंदाज़ किया जाए तो किसी रोग का समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है।
इसे भी देखें…बड़े काम हैं इस बेल के पत्ते… फायदे सुनकर खिसक जाएगी पैर तले की ज़मीन
ईश्वर ने मानव शरीर की रचना ही कुछ इस ढंग से की है कि किसी बड़े रोग या समस्या के आने से पहले ही शरीर पर कुछ संकेत दिखने लगते हैं। अगर इन संकेतों की ओर समय रहते ध्यान दिया जाए तो सही समय पर उपचार करवाने से किसी भी रोग को बढ़ने से रोका जा सकता है। शरीर में पाया जाने वाला 99 प्रतिशत कैल्शियम हड्डियों में होता है। यहां से ही कैल्शियम खून के द्वारा शरीर के अन्य हिस्सों में पहुंचता है। शरीर में कैल्शियम की मात्रा 8.5 से 10.2 डेसी लीटर होनी जरूरी है। इससे कम या ज्यादा मात्रा शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
कैल्शियम के लिए करें इन पदार्थों का सेवन
दूध व दूध से बने उत्पादों में भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। इसके अलावा अंडा, मछली, हरी पत्तेदार सब्जि़्यां व बादाम के साथ ही अन्य ड्राई फ्रूट भी कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत हैं। कैल्शियम की कमी से बचने के लिए अपने आहार में इन पदार्थों को जरूर शामिल करें। कई बार लोग कैल्शियम को बढ़ाने के लिए बाजार से खरीदकर खुद ही दवाई या गोलियां खाते हैं जो शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं। अगर कैल्शियम की कमी ज्यादा महसूस हो या निम्नलिखित लक्षण दिखाई दें तो डाक्टर की सलाह से कैल्शियम की जांच करवानेे के बाद ही दवाई खाएं।
इसे भी देखें…सुबह भूलकर भी खाली पेट न खाएं यह चीज़ें…उठाना पड़ सकता है नुकसान
कैल्शियम की कमीे के लक्षण
हड्डियां होती हैं कमज़ोर
हड्डियों की मजबूती व निर्माण के लिए कैल्शियम बेहद जरूरी है। अगर आप के शरीर में कैल्शियम कम है तो सबसे पहला प्रभाव हड्डियों पर दिखाई देगा। कैल्शियम की कमी से जोड़ों में दर्द होता है। यहां तक कि हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। हल्की सी चोट लगने से ही हड्डियों के टूटने व फ्रैक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है। ज्यादा देर तक कैल्शियम की कमी रहने से हड्डियों से संबंधित रोग आस्टियोपेरोसिस भी हो सकता है।
इसे भी देखें…देखने में यह पौधा लगता है हरा लेकिन शरीर के लिए है ‘सोना‘ खरा
दांतों के लिए है नुकसानदायक
दांतों के लिए भी कैल्शियम की जरूरत होती है। कैल्शियम की कमी से दांत कमज़ोर हो जाते हैं। दांतों में लगातार दर्द रहना भी शरीर में कैल्शियम की कमी का संकेत है। छोटे बच्चों के दांत देरी से निकलने का कारण भी कैल्शियम की कमी का होना है।
नाखून हो जाते हैं कमज़ोर
कैल्शियम की कमी के संकेत नाखूनों पर भी दिखने लगते है। नाखूनों के बढ़ने व विकास के लिए कैल्शियम जरूरी होता है। कैल्शियम की कमी से नाखून टूटने लगते हैं। कई बार नाखून बीच से फट जाते हैं और नाखूनों की प्राकृतिक चमक भी कम हो जाती है।
इसे भी देखें…50 % बीमारियों का इलाज आपके हाथ में, कैसे बचें और कैसे रहें सेहतमंद
मांसपेशियों पर पड़ता है प्रभाव
मांसपेशियों के निर्माण व विकास में कैल्शियम का खास महत्व है। कैल्शियम की कमी होने पर मांसपेशियों में दर्द व खिंचाव महसूस होता है। इस दौरान सबसे ज्यादा दर्द व खिंचाव पिंडलियों व जांघों में महसूस होता है।
टूटते-झड़ते हैं बाल
अगर आपके बाल रूखे व बेजान हो रहे हैं व अधिक मात्रा में टूटते-झड़ते हैं तो यह भी आपके शरीर में कैल्शियम की कमी का संकेत है। बालों के पोषण और विकास के लिए कैल्शियम महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इसे भी देखें…इन कारणों से आपका लीवर हो सकता है खराब…हो जाएं सावधान
कैल्शियम की कमी से होती है थकान
शरीर में कैल्शियम कम होने से हर समय थकान रहती है। कुछ भी काम करने को मन नहीं करता। थकान का असर नींद पर भी पड़ता है। कैल्शियम की कमी से होने वाले दर्द व थकान के कारण नींद नहीं आती।
रोग प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ता है प्रभाव
रोगों से बचने के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना बहुत जरूरी है। कैल्शियम की कमी होने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जिससे शरीर जल्दी बीमार पड़ता है। कैल्शियम की कमी से आंतो में संक्रमण भी हो सकता है।
मासिक धर्म में होती है गड़बड़ी
महिलाओं में कैल्शियम की कमी होने का असर उनके मासिक धर्म पर पड़ता है। इससे मासिक धर्म में गड़बड़ी हो जाती है। कई बार मासिक धर्म देरी से आता है और मासिक धर्म के दौरान अधिक दर्द का सामना करना पड़ता है। कैल्शियम की कमी से खून भी ज्यादा आता है।