-डॉ.धर्मेन्द्र संधू
दीपों व रोशनी के त्योहार दीपावली के पहले ही घरों में साफ-सफाई का काम शुरू हो जाता है। लोग घरों को चमकाने व सजाने लग जाते हैं। दीपावली से पहले साफ-सफाई को मौसम के साथ जोड़कर देखा जाए तो अक्तूबर-नवंबर में सर्दी की शुरूआत होती है। न तो ज्यादा ठंड होती है न ज्यादा गर्मी कहने का मतलब मौसम खुशनुमा सा होता है। इस लिए इस मौसम में घरों की साफ-सफाई करना सही माना जाता है। दूसरा लोगों का मत है कि दीपावली के पर्व पर मां लक्ष्मी का घर पर आगमन होता है और साफ-सुथरे स्थान पर मां लक्ष्मी का वास व कृपा बनी रहती है।
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दीपावली पर भगवान गणेश व मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। मां लक्ष्मी के आगमन व पूजा का आरंभ घर के मुख्य द्वार से ही होता है। इस लिए घर के मुख्य द्वार यानि दरवाजे की साफ-सफाई और सजावट का भी विशेष महत्व है।
मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए ऐसे करें मुख्य द्वार की सजावट
द्वार पर बनाएं मां लक्ष्मी के पद चिह्न
घर के द्वार पर मां लक्ष्मी के पद चिह्न बनाएं। बाजार में फर्श पर चिपकाने वाले सटीकर रूपी मां लक्ष्मी के पैरों के निशान मिलते हैं। लेकिन परंपरा के अनुसार सिंदूर या रोली से मां के पद चिह्न बनाना शुभ माना जाता है। सिंदूर से पद चिह्न बनाने के बाद इनके ऊपर फूल भेंट करें। लेकिन ध्यान रखें कि पैरों निशान घर के अंदर की ओर हों। मान्यता है कि दीपावली के दिन जिस घर के मुख्य द्वारा पर मां के पद चिह्न अंकित हों, वहां मां लक्ष्मी खुशी से प्रवेश करती है। इसके साथ ही आप घर के बाहर रंगोली भी बना सकते हैं।
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मुख्य द्वार पर लटकाएं तोरण
दरवाजे पर लगाए तोरण सजावट को और भी बढ़ा देते हैं। आज कल बाजार में बने बनाए तोरण मिलते हैं लेकिन मां लक्ष्मी के स्वागत व मां की कृपा व आशीर्वाद पाने के लिए खुद तोरण बनाने का अलग ही आनन्द है। आप घर पर फूलों व आम के पत्तों के तोरण बना कर घर के द्वार पर लगा सकते हैं। तोरण बनाने के लिए गेंदे के फूलों और अशोक के पत्तों का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
दरवाजे पर बनाएं चांदी का स्वास्तिक
दीपावली के पर्व पर लक्ष्मी पूजा में घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक लगाने या बनाने का विशेष महत्व है। घर के मुख्य दरवाजे पर चांदी का स्वास्तिक लगाना शुभ माना जाता है। चांदी के स्वास्तिक के स्थान पर रोली या सिंदूर से भी स्वास्तिक बनाया जा सकता है। माना जाता है कि घर के मुख्य दरवाज़े पर स्वास्तिक बनाने से हर प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। साथ ही रोग भी दूर होते हैं।
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पानी से भरा कलश दरवाजे पर रखें
घर के दरवाजे पर किसी सजे हुए सुंदर कलश में साफ जल भरकर जरूर रखें। कलश के जल में सुगंधित फूल डालें। जल से भरा कलश भी नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है। इसके अलावा द्वार के दोनों ओर जल के भरे कलश रखने से धन की प्राप्ति होती है।