मुख्यमंत्री द्वारा हिमाचल के नौजवानों को पारंपरिक राजनीतिक पार्टियों को बाहर कर बदलाव लाने का आह्वान

खज़़ाना लूटने और राज्य को बर्बाद करने के लिए राजनीतिक पार्टियों की कड़ी आलोचना

राजनीतिक तंत्र की गन्दगी साफ़ करने के लिए मैदान में उतरी है ‘आप’

पहाड़ी राज्य के निवासियों को 6 चुनावी गारंटियां दीं

मंडी/चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज हिमाचल प्रदेश के नौजवानों को राज्य से पारंपरिक राजनीतिक पार्टियों को बाहर का रास्ता दिखाकर बदलाव के उत्प्रेरक बनने का अरह्वान किया। पहाड़ी राज्य के निवासियों को नौजवानों के लिए नौकरियाँ, बेरोजग़ारी भत्ता, व्यापारियों के लिए सलाहकारी बोर्ड, इंस्पेक्टर राज का अंत, भ्रष्टाचार मुक्त शासन समेत छह चुनावी गारंटियां देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह उम्मीद बिल्कुल न रखो कि सत्ता आपके पास चलकर आएगी, परन्तु इसको सुनिश्चित बनाने के लिए सख़्त मेहनत करो, जिससे आपके राज्य में बेमिसाल विकास के एक नए युग की शुरुआत हो सके।’’

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दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ मुख्यमंत्री ने कहा कि पारंपरिक पार्टियों ने बारी-बारी से राज्य के खजाने को बेरहमी से लूटा है। उन्होंने कहा कि अपने बुरे कारनामों पर पर्दा डालने के लिए इन राजनीतिक पार्टियों की आपस में मिलीभगत रही है। भगवंत मान ने कहा कि इन नेताओं के हाथों असली पीडि़त तो राज्य और यहाँ के लोग हैं, जो तरक्की और खुशहाली करने से बुरी तरह पिछड़ गए।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि अब समय आ गया है जब नौजवानों को ख़ुद आगे आना चाहिए और इन पारंपरिक पार्टियों को पहाड़ी राज्य से बाहर करने के लिए मैदान में उतरना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली और पंजाब के लोग पहले ही अपने-अपने सूबों में क्रांति ला चुके हैं और अब समय आ गया है कि इस राज्य में भी यही इतिहास दोहराया जाए। भगवंत मान ने कहा कि नौजवानों को राष्ट्र निर्माण में निर्णायक भूमिका निभानी चाहिए।

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मुख्यमंत्री ने दुख के साथ कहा कि इन नेताओं की बुरी नीतियों के कारण राज्य और यहाँ के लोगों का नुकसान हुआ है, परन्तु इन नेताओं के परिवार दिनों-दिन खुशहाल होते गए। उन्होंने कहा कि जहाँ लोग दो समय की रोटी को तरस रहे हैं, वहीं राजनीतिज्ञ और उनके परिवार अय्याशी वाला जीवन व्यतीत कर रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि इस प्रथा को ख़त्म करना होगा, जिसके लिए नौजवानों को अग्रणी भूमिका अदा करनी चाहिए।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘आप’ शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार के वंशज और कांग्रेसी नेता राहुल गांधी द्वारा उच्च स्कूल से प्राप्त की गई शिक्षा और एक आम बच्चे द्वारा सरकारी स्कूल से प्राप्त की गई शिक्षा में बहुत फर्क है। भगवंत मान ने कहा कि वह यह सुनिश्चित बनाने के लिए एक मॉडल पर काम कर रहे हैं, जिससे बच्चों को मानक शिक्षा प्रदान करने के लिए सरकारी स्कूलों को आला दर्जे के स्कूलों में बदला जाए, जिससे आम व्यक्ति का बच्चा कॉन्वेंट स्कूलों में पढ़ रहे साथियों का मुकाबला कर सकें।

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मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि ‘आप’ क्रांति से उभरी पार्टी है और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की दूरदर्शी सोच को दिखाती है। उन्होंने कहा कि ‘आप’ का चुनावी निशान ‘झाड़ू’ सफ़ाई का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि वह यहाँ राजनीतिक व्यवस्था की गन्दगी साफ़ करने के लिए आए हैं। भगवंत मान ने आगे कहा कि देश के कल्याण के लिए लोगों को इस आंदोलन का समर्थन करना चाहिए।

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मुख्यमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि पंजाब में बदलाव की आँधी ने इतिहास सृजन किया, क्योंकि लोगों ने ‘आप’ को बड़ी संख्या में वोट डालीं, जिस कारण राज्य में 92 विधायक जीते। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, कैप्टन अमरिन्दर सिंह और चरणजीत सिंह चन्नी के अलावा पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया और नवजोत सिंह सिद्धू जैसे पारंपरिक पार्टियों के नेता अपने-अपने हलकों से बहुत बुरी तरह हार गए। भगवंत मान ने भविष्यवाणी की कि मतदान के बाद हिमाचल में भी यही इतिहास दोहराया जाएगा और राज्य में ‘आप’ की सरकार बनेगी।

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मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार ने पंजाब में ‘एक विधायक, एक पेन्शन’ स्कीम शुरू की है, जिससे विधायकों को ज्यादातर पेंशन देने की प्रक्रिया बंद कर खजाने की लूट ख़त्म की। उन्होंने दुख के साथ कहा कि पिछले 75 सालों में इन चुने हुए प्रतिनिधियों ने सरकारी खजाने से मोटे वेनत और पेंशन ली हैं। भगवंत मान ने कहा कि इन नेताओं को दी जाने वाली इस सुविधा का सारा बोझ करदाताओं पर पड़ा, क्योंकि इन नेताओं का पैसा लोक कल्याण के लिए इस्तेमाल किए जाने की बजाय इन नेताओं को कई पेंशन देने पर बर्बाद किया गया है।

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