मुख्यमंत्री द्वारा हरेक स्तर पर महिलाओं और बच्चियों के सशक्तिकरण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता कायम रखने का एलान

चंडीगढ़, 8 मार्च:
पंजाब विधानसभा ने आज सर्वसम्मति के साथ प्रस्ताव पास करके ‘मुल्क की तरक्की में औरतों के योगदान के मेहनती जज़्बे’ को सलाम किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने परिवारों, कामकाज वाले स्थानों और समाज में हरेक स्तर पर महिला और लड़कियों के सशक्तिकरण के प्रति अपनी सरकार की मज़बूत और निरंतर वचनबद्धता कायम रखने का एलान किया है।
इस दुनिया को रहने योग्य बेहतर जगह बनाने में औरतों के अथाह योगदान को मान्यता देते हुए सदन यह संकल्प लेता है, ‘‘औरतों को बराबरी, न्याय और आज़ादी भरा माहौल प्रदान करने के लिए समर्पण के साथ काम करेगा, जिससे पंजाब और देश की तरक्की में औरतें बराबर की हिस्सेदार बनकर योगदान दे सकें।’’ स्पीकर की हिदायतों के मुताबिक अकाली सदन की कार्यवाही से निलंबित रहे।

 

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राज्य सरकार द्वारा शहरी स्थानीय इकाईयाँ और पंचायत राज्य संस्थाओं में औरतों को 50 प्रतिशत और सरकारी नौकरियों में 33 प्रतिशत आरक्षण मुहैया करवाने के बारे में लिए गए फ़ैसलों की सराहना करते हुए सदन ने इस पक्ष को विचारा कि इससे फ़ैसले लेने के सामथ्र्य में औरतों की बेहतर नुमायंदगी समेत भविष्य में उनके हितों की हिफ़ाज़त सुनिश्चित की जा सकेगी।’’
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सदन में प्रस्ताव पेश करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दिन हमें यह सोचने और विचारने का मौका प्रदान करता है कि राज्य में हरेक औरत को बराबरी और स्वाभिमान वाला जीवन मुहैया करवाने के लिए हम अब तक कहाँ पहुँचे हैं और इसको सुनिश्चित बनाने के लिए पुन: समर्पित हों।’’
श्री गुरु नानक देव जी द्वारा औरतों संबंधी कथन ‘‘सो क्यों मंदा आखिए जित जमै राजान’’ का जि़क्र करते हुए मुख्यमंत्री ने औरतों के सशक्तिकरण के लिए विभिन्न कदमों की महत्ता को दिखाया। मुख्यमंत्री ने पंचायती राज संस्थाओं और शहरी स्थानीय इकाईयों में 50 प्रतिशत आरक्षण देने संबंधी उनकी सरकार के वायदे की पूर्ति होने पर ख़ुशी ज़ाहिर की। उन्होंने कहा कि राजनैतिक नुमायंदगी बढऩे से औरतों को राजनैतिक सशक्तिकरण भी मुहैया करवाएगा।
सरकार और सरकारी संस्थाओं में पंजाब की औरतों के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का जि़क्र करते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने उम्मीद ज़ाहिर की कि औरतों के सशक्तिकरण से उनका सामाजिक सशक्तिकरण बढ़ेगा। उन्होंने इस बात की ज़रूरत पर ज़ोर दिया कि हरेक बच्ची को शिक्षित बनाने के लिए हम अपने आप को वचनबद्ध करें, जिससे उसे अपने अधिकारों तक पहुँच मुहैया करवाने के योग्य बनाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने एैसे माहौल की सृजन करने को भी यकीनी बनाने की महत्ता पर ज़ोर दिया जहाँ औरतों को सुरक्षा मुहैया हो और किसी भी अपराध के लिए तुरंत और निश्चित रूप से न्याय प्रदान किया जा सके। उन्होंने पंजाब में महिला प्रमुख परिवारों के सशक्तिकरण के लिए हाल ही में लागू की गई माता तृप्ता महिला योजना राज्य में हज़ारों औरतों और उनके परिवारों को मज़बूत बनाने की तरफ एक और रचनात्मक कदम करार दिया। उन्होंने बताया कि इस स्कीम के अधीन विभिन्न विभागों द्वारा 105 उप स्कीम लागू की जाएंगी।
पंजाब के इतिहास को खंगालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदिरा गांधी, मार्गरेट थैचर और बीबी साहिब कौर जैसी महान महिला शख्सियतें हमारे इतिहास का हिस्सा हैं।
विधानसभा द्वारा पास किया गया प्रस्ताव-
यह सदन राष्ट्र की तरक्की में योगदान डालने के लिए औरतों के सब्र को सलाम करता है। औरतों ने समाज के नज़रिए और भेदभाव समेत कई कठिनाईयों का बहादुरी से सामना किया है और विकास और तरक्की में अहम योगदान डालते हुए देश और समाज में अपनी सम्मान योग्य जगह बनाई है। घर की सही देख-रेख करने की अपनी जि़म्मेदारी को बखूबी निभाने के अलावा औरतें राष्ट्र के निर्माण और देश को प्रगति की राह पर आगे ले जाने में अपना बनता योगदान भी डाल रही हैं। औरतें हमारे समाज और देश की शांतमयी सह-अस्तित्व को बरकरार रखने वाली अपेक्षित शक्ति के तौर पर उभर रही हैं।
यह सदन दृढ़तापूर्वक महसूस करता है कि औरतों को समर्थ बनाना ज़रूरी भी है और अपेक्षित भी। हमारे देश के विकास की रफ़्तार को और भी तेज़ होती, अगर औरतों का राजनैतिक, आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण बहुत पहले हुआ होता। इस देरी ने राष्ट्र की प्रगति को पीछे धकेल दिया है जिस कारण अब यह कार्य और मुश्किल हो गया है परन्तु यह सेहरा औरतों को जाता है कि बेहद कठिनाईयों के बावजूद उन्होंने आज सभी क्षेत्रों जैसे शिक्षा, सिविल सेवाओं, रक्षा, उद्यमिता, अंतरिक्ष यात्रा, कृषि या राजनीति आदि में बुलंदी को छुआ है।
यह सदन राज्य सरकार द्वारा शहरी स्थानीय इकाईयाँ और पंचायती राज संस्थाओं में औरतों को 50 प्रतिशत आरक्षण और सरकारी नौकरियों में 33 प्रतिशत आरक्षण मुहैया करवाने के फ़ैसलों की सराहना करता है। सरकार का यह कदम फ़ैसला लेने की सामथ्र्य में औरतों की बेहतर नुमायंदगी समेत उनके हितों की आगे भी रक्षा को सुनिश्चित बनाएगा।
आज, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर यह सदन इस दुनिया को रहने योग्य बेहतर जगह बनाने में औरतों के अथाह योगदान को मान्यता देता है और प्रण करता है कि उनको बराबरी, न्याय और आज़ादी का माहौल प्रदान करने के लिए समर्पण के साथ काम करेगा, जिससे पंजाब और देश की तरक्की में औरतें बराबर की भूमिका निभा सकें।
-NAV GILL

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