फ़ैसले का मकसद अच्छी गुणवत्ता वाला दूध खरीदने और सप्लाई करने के लिए सहकारी क्षेत्र को मज़बूत करना
मिल्कफैड को अन्य राज्यों और विदेशों में भी मंडीकरण की संभावना तलाशने के लिए कहा
चंडीगढ़: राज्य में सहकारी क्षेत्र को और मज़बूत करने के उद्देश्य से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज मिल्कफैड को अच्छी गुणवत्ता वाला दूध खरीदने और सप्लाई करने के लिए गाँवों में उच्च दर्जे का बुनियादी ढांचा विकसित करने के हुक्म दिए हैं। ‘दा पंजाब स्टेट कोआपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसरज़ फेडरेशन’ जिसको मिल्कफैड के तौर पर जाना जाता है, के कामकाज की प्रगति का जायज़ा लेने के लिए मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने गाँवों से गुणवत्ता भरपूर दूध एकत्रित करने के लिए और इसको प्रोसेस करने के बाद ग्राहकों को सप्लाई करने के लिए दूध की खरीद के बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।
भगवंत मान ने उम्मीद अभिव्यक्ति कि मिल्कफैड अपने प्रसिद्ध ब्रांड ‘वेरका’ के लिए नये मौके सृजित करेगा जिसका एकमात्र उद्देश्य सभी के सामुहिक विकास को यकीनी बनाना है। उन्होंने कहा कि मिल्कफैड को यह यकीनी बनाना चाहिए कि पंजाब के सभी संभावित गाँवों को भी अपने साथ जोड़ा जाये और इन गाँवों से अधिक से अधिक मात्रा में दूध खरीदा जाये। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उनकी सरकार का एकमात्र उद्देश्य सहकारिता की असली भावना को अपनाते हुए पंजाब के दूध उत्पादकों को अधिक से अधिक सहयोग करना और दूध की अच्छी कीमत मुहैया करवाना है।
उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि नौजवानों में डेयरी के धंधे को उत्साहित करने के लिए किसान समर्थकीय स्कीमों को लागू किया जाना चाहिए जिससे उनको आर्थिक तौर पर आत्म-निर्भर बनाया जा सके। भगवंत मान ने आधुनिक प्रौद्यौगिकी की विधि विकसित करने पर भी ज़ोर दिया जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि समूची प्रणाली पारदर्शी और उपभोक्ता पक्षीय बनी रहे। मुख्यमंत्री ने मिल्कफैड को न सिर्फ़ राज्य में बल्कि देश भर में और यहाँ तक कि विदेशों में भी खपतकार मंडी के बड़े हिस्से को हासिल करने के लिए मार्किटिंग के लिए ज़ोरदार मुहिम शुरू करने के हुक्म दिए हैं।
उन्होंने कहा कि इस अग्रणी सहकारी अदारे की घरेलू बाज़ार में प्रत्यक्ष मौजूदगी है क्योंकि इस क्षेत्र के घर-घर में ‘वेरका’ जाना-पहचाना नाम है। भगवंत मान ने कहा कि वेरका उत्पादों जैसे घी, दूध, मक्खन, लस्सी, खीर, दही, आईस क्रीम, मिठाईयों और अन्य ने पहले ही देश भर की मार्केट में अपना स्थान बना लिया है, जिसको ठोस यत्नों के द्वारा और आगे बढ़ाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने मिल्कफैड को वित्तीय साल 2021-2022 की 4869 करोड़ रुपए की कुल कमाई को दोगुना करके वित्तीय साल 2026-2027 तक 10,000 करोड़ रुपए करने के लिए भी कहा। उन्होंने इस नेक कार्य के लिए मिल्कफैड को पूर्ण सहयोग देने का भी भरोसा दिया। भगवंत मान ने मिल्कफैड को दिल्ली- एन. सी. आर., हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश जैसे साथ लगते राज्यों की मार्केट में बड़े स्तर पर अपनी मौजूदगी दिखाने के लिए पूरे यत्न करने के लिए भी कहा।
इस मौके पर मुख्य सचिव विजय कुमार जंजूआ, विशेष मुख्य सचिव सहकारिता रवनीत कौर, रजिस्ट्रार सहकारी सभाएं नीलकंठ एस. अवध, मिल्कफैड के मैनेजिंग डायरैक्टर अमित ढाका और अन्य भी उपस्थित थे।