पशुओं में मुँह-खुर की बीमारी से प्रभावित जिलों में माहिर डाक्टरों की टीमें तैनातः तृप्त बाजवा

चंडीगढ़, 23 अगस्तः
राज्य के कुछ जिलों में पशुआं में मुँह-खुर की बीमारी के फैलने की रिपोर्टों का गंभीर नोटिस लेते हुए पंजाब के पशु पालन विभाग द्वारा पशु माहिरों और डाक्टरों की टीमों को तत्काल तौर पर प्रभावित जिलों में तैनात कर दिया गया है। प्रभावित गाँवों के 5 से 10 किलोमीटर के दायरे में आते 100 प्रतिशत पशुधन की रिंग वैक्सीनेशन मुकम्मल करवा ली गई है।

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इस संबंधी जानकारी देते हुए पशु पालन विभाग के मंत्री श्री तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा ने बताया कि रिपोर्टों के अनुसार पंजाब के लुधियाना, मोगा और श्री मुक्तसर साहिब जिलों में मुँह-खुर की बीमारी कुछेक पशुओं को हुई है। उन्होंने बताया कि सरकार ने तत्काल कार्यवाही करते हुए सभी प्रभावित जिलों में मुँह-खुर की बीमारी की रोकथाम के लिए रिंग वैक्सीन की 81 हज़ार ख़ुराकें बाँटीं गई थीं। श्री बाजवा ने बताया कि वह निजी तौर पर रोज़ाना प्रभावित जिलों से रिपोर्ट ले रहे हैं।
श्री बाजवा ने और ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में मुँह-खुर टीकाकरण प्रोग्राम केंद्र सरकार की एन.ए.डी.सी.पी. स्कीम के अधीन चलाया जाता है जिसके अंतर्गत राज्य में मुँह-खुर की वैक्सीन केंद्र सरकार द्वारा ही दी जाती है। उन्होंने बताया कि इस स्कीम के अंतर्गत राज्य में पिछले साल 17 अक्तूबर, 2020 को मुँह-खुर टीकाकरण शुरू हुआ था जिस अधीन राज्य के सभी पशुधन की वैक्सीनेशन की जानी थी। उन्होंने बताया कि कुछ कारणों से मुँह-खुर की वैक्सीन के सैंपल फैल होने के कारण वैक्सीन निश्चित मापदण्डों पर खरी नहीं उतर सकी और केंद्र सरकार ने पशु पालन विभाग से यह वैक्सीन वापस ले ली गई थी और उनकी तरफ से यह कहा गया था कि नयी वैक्सीन की उपलब्धता होने के बाद ही यह वैक्सीन दोबारा सप्लाई की जायेगी।
श्री तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा ने बताया कि पशु पालन विभाग, पंजाब द्वारा केंद्र सरकार के साथ लगातार संपर्क कायम रखा हुआ है और उनकी तरफ से यह उम्मीद अभिव्यक्त की गई है कि मुँह-खुर वैक्सीन सितम्बर तक उपलब्ध हो जायेगी। श्री बाजवा ने बताया कि जैसे ही विभाग को केंद्र सरकार से वैक्सीन प्राप्त होती है तो यह वैक्सीन राज्य के सभी पशुधन को लगा दी जायेगी।
पशु पालन मंत्री द्वारा बताया गया कि जहाँ तक कुछ जिलों जैसे लुधियाना, मोगा और श्री मुक्तसर साहब में मुँह-खुर की बीमारी से पशुधन प्रभावित होने की बात है तो उस सम्बन्धी विभाग की तरफ से एन.आर.डी.डी.एल. लैब जालंधर की टीमें भेजी जा चुकीं हैं।
-Nav Gill

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