-सी.टी.ओ. प्रौद्यौगिकी की सहायता से अपराध के मुकाबले के लिए रोडमैप तैयार और लागू करेगा
चंडीगढ़, 28 मई:
पुलिस फोर्स को और प्रौद्यौगिकी-समर्थ और डाटा -संचालित फोर्स बनाने की कोशिश के तौर पर पंजाब पुलिस ने प्रौद्यौगिकी की सहायता से आतंकवाद और साईबर अपराध समेत हर तरह के जुर्मों के मुकाबले के लिए ध्रुव सिंघाल को अपना चीफ़ टैक्नॉलॉजी अफ़सर ( सी.टी.ओ. ) नियुक्त किया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की सहमति से पंजाब पुलिस के टैक्निकल सर्विसिजि़ विंग में ध्रुव सिंघाल को सीटीओ नियुक्त किया गया है।
काबिलेगौर है कि ध्रुव सिंघाल के पास आईटी उद्योग में 31 सालों का विशाल तजुर्बा और महारत है और इससे पहले वह ऐमाज़ौन इन्टरनेट सेवाएं प्राईवेट लिमटिड, ऐमाज़ॉन वैब्ब सर्विसिज की भारतीय सहायक कंपनी में हैड ऑफ प्रौद्यौगिकी के तौर पर काम करते थे। सिंघाल आईआईटी दिल्ली और आईआईएम कलकत्ता से ग्रैजुएट हैं और एप्लीकेशन इंटीग्रेशन, डेटाबेसज़ और बिग डेटा समेत अन्य कई क्षेत्रों में उनकी महारत है।
यह बात को मानते कि प्रौद्यौगिकी पुलिस फोर्स की ताकत को कई गुणा बढ़ा सकती है डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि उन्होंने पहले ही पंजाब पुलिस में बड़ी संख्या में टैक्नॉलॉजी और आई.टी आधारित प्रोजेक्टों के डिज़ाइन और लागू करने की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि इस सरहदी राज्य के पड़ोसी दुश्मन को देखते और नशों और हथियारों की तस्करी के लिए ड्रोनों के बढ़ रहे प्रयोग से यह ज़रूरी हो जाता है कि पुलिस फोर्स के प्रौद्यौगिकी सामथ्र्य को और बढ़ाया जाये।
ध्रुव सिंघाल ने कहा कि मैंने ब्रिटेन, आइरलैंड और यूएस में काम किया है और 25 सालों से एमएनसी के साथ रहा हैं। मैं अब अपने तजुर्बे और सूचना प्रौद्यौगिकी संबंधी ज्ञान का प्रयोग समाज के कल्याण के लिए करना चाहूँगा। जुर्म के साथ और ज्यादा प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए मैं बिग डाटा और बिजऩस इंटेलिजेंस जैसी नयी टैक्नालोजियों को अपनाने के लिए पंजाब पुलिस के साथ मिल कर काम करूँगा।
डीजीपी ने कहा कि सीटीओ पुलिस विभाग में आई.टी समेत प्रौद्यौगिकी के व्यापक प्रयोग के लिए समूचे दृष्टिकोण, रणनीति और टेक्नोलोजी के रोडमैप के विकास में तकनीकी सेवाएं विंग के प्रमुख को सलाह, सहायता और समर्थन देंगे। पंजाब पुलिस के ए.डी.जी.पी. तकनीकी सेवाएं के साथ नज़दीकी तालमेल के साथ काम करते हुए वह विभाग के कामकाज में और ज्यादा कुशलता लाने और नागरिक-केंद्रित सेवाओं को समर्थ करने के लिए सहायता देने के लिए इस रोडमैप को लागू करने के लिए मार्गदर्शन भी करेंगे।
सिंघल पंजाब में स्टेटग्रिड के डिजाइन और लागू करने के लिए नैटग्रिड (एन.ए.टी.जी.आर.आई.डी) दिल्ली के साथ तालमेल और संपर्क करेगा जो कि नैटग्रिड की तर्ज पर हथियार, हथियार लाइसेंस धारकों, हथियार डीलरों, पासपोर्टों, वाहनों, ड्राइविंग लाइसेंस धारकों, संदिग्धों आदि संबंधी डेटाबेसों का एक नैटवर्क है। उन्होंने कहा कि सी.टी.ओ. राज्य की पुलिस के लिए एक रियल टाईम क्राइम सैंटर तैयार करने और लागू करने में सहायता करेंगे, जो एक केंद्रीकृत टैक्नॉलॉजी केंद्र है, जिसका उद्देश्य फील्ड अफसरों को पैटर्न की पहचान करने और उभर रहे अपराधों को रोकने में सहायता के लिए तुरंत जानकारी देना है।
डीजीपी ने आगे कहा कि उपरोक्त प्रोजेक्टों के डिजाईन और विकास में महत्व बढ़ाने के अलावा और उसके लागूकरण को ध्यान में रखते हुए ध्रुव सिंघल से उभर रही प्रौद्यौगिकी और अलग-अलग प्लेटफार्मों को स्कैन करने की उम्मीद की जा रही है, और ऐसी दिशा प्रदान करने की योजना है जिस पर नयी टैक्नोलॉजियों को एकीकृत करके पेश किया जाना है जिनमें पंजाब पुलिस के अलग-अलग विंगों जिसमें खुफिया, जाँच, पड़ताल, प्रसाशन, फील्ड पुलिसिंग आदि शामिल हैं। कुछ प्रोजेक्टों में भी वह शामिल होंगे जिसमें सही जानकारी का डिजाईन, विकास और लागूकरण के अलावा सूचना का भंडारण करना है। डी.जी.पी. ने कहा कि विश्लेषण, शेयरिंग और आंकड़ों की पुन: प्राप्ति, ऑनलाइन इंटेलिजेंस शेयरिंग प्लेटफार्म, विलेज इन्फरमेशन सिस्टम और डाटाबेस का विकास, जी आई एस मैपिंग, क्राइम मैपिंग आदि में भी सीटीओ की तरफ से योगदान दिया जायेगा।
श्री गुप्ता ने कहा कि सीटीओ को यह भी आदेश दिया गया है कि वह ईमेल और मैसेजिंग समेत अंदरूनी संचार प्रणालियां स्थापित करने के अलावा टेक्नोलोजी प्लेटफार्म और भागीदारी के लिए रणनीति तैयार करें। वह समूचे टेक्नोलोजी के मापदण्डों को तय करेगा और मौजूदा टेक्नोलोजी प्लेटफॉम्र्ज को ट्रैक करने और विश्लेषण करने के लिए प्रौद्यौगिकी की कारगुजारी के मैट्रिक्स का प्रस्ताव देगा।