धर्मेन्द्र संधू
पूरी दुनिया में लोग ईश्वर की किसी न किसी रूप में आराधना करते हैं। हर धर्म के अनुसार पूजा-अर्चना करने का तरीका व विधि अलग होती है। भारत में विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं। प्रत्येक धर्म की अपनी मान्यताएं व विश्वास हैं और अलग विधि-विधान हैं। खासकर हिन्दू धर्म में मूर्तियों को देवी-देवताओं का साकार रूप मानते हुए पूजा की जाती है और मन्नतें मांगी जाती हैं। इसके बाद मनोकामनाएं पूरी होने पर कुछ न कुछ चढ़ावा व भेंट भी आराध्य को अर्पित की जाती है। लेकिन दुनिया में एक ऐसा स्थान भी है जहां अपराधियों की पूजा की जाती है और मन्नत पूरी होने पर शराब चढ़ाई जाती है।
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कोई इंसान जब अपराध करता है तो उसे बुरा समझा जाता है। कानून में हर अपराध के लिए सज़ा व जुर्माने का प्रावधान है। अपराधियों से हर कोई बचना चाहता है और अपराधी प्रकृति के व्यक्ति से लोग दूर रहने में ही अपनी भलाई समझते हैं। लेकिन हैरानी की बात है कि ऐसा भी कोई स्थान हो सकता है जहां अपराधियों को भगवान की तरह ही पूजने की परंपरा है। सुनने में तो यह बात अजीब लगती है लेकिन यह सच है।
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यहां लोग करते हैं अपराधियों की पूजा
लैटिन अमेरिका के वेनेजूएला के निवासी अपराधियों का पूजन करते हैं। यहां लोग उन अपराधियों की पूजा करते हैं जो अब इस दुनिया में नहीं हैं यानि जिनकी मौत हो चुकी है। प्राचीन समय में कुख्यात अपराधियों की मूर्तियां बनवाकर उन्हें पूजा जाता है। यहां के निवासियों ने इन मूर्तियों को एक स्थान पर रखा हुआ है। स्थानीय भाषा में अपराधियों को देवता मानते हुए ‘सैंटोस मैलेंड्रोम’ कहा जाता है। वेनेजुएला दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप में स्थित है। यह देश कच्चे तेल का भंडार होने के कारण भी प्रसिद्ध है।
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अपराधियों की पूजा के पीछे का कारण
कहा जाता है कि जिन अपराधियों की लोग पूजा करते हैं। वह गरीबों का भला किया करते थे। यह लोग अमीरों को लूटते थे और लूटा हुआ धन गरीब लोगों को बांट देते थे। लोगों के लिए यह अपराधी राबिनहुड की तरह हैं जो गरीबों व जरूरतमंदों की मदद लूट के पैसे से किया करता था। कहते हैं कि इन अपराधियों की पूजा करने का मुख्य कारण यह है कि इन्होंने कभी किसी की हत्या नहीं की केवल धनी लोगों को लूटा ही था। लोगों का मानना है कि पूजा न करने पर यह देवता यानि ‘सैंटोस मैलेंड्रोम’ नाराज़ हो जाएंगे।
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मन्नत पूरी होने पर लोग चढ़ाते हैं शराब
अन्य धार्मिक स्थानों की तरह ही लोग यहां मन्नतें भी मांगते हैं और मन्नत पूरी होने पर इन अपराधियों को चढ़ावा भी चढ़ाया जाता है। मन्नत पूरी होने के बाद लोग शराब चढ़ाते हैं। मान्यता है कि इन अपराधियों को कम मात्रा में ही शराब चढ़ानी चाहिए नहीं तो इन लोगों को नशा हो जाता है और किसी का कोई काम नहीं बनता। लोग इन अपराधियों को देवता मानते हुए इन्हें खुश करने के लिए शराब के अलावा सिगरेट व बीयर भी चढ़ावे के रूप में चढ़ाते हैं।
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