डेंगू का कहर रोकने को नगर निगम ने कसी कमर

जल भराव वाले स्थानों की पहचान कर दवा डालने का काम शुरू
घरों या आसपास कहीं भी न होने दें जल भरावः कमिश्नर

पटियाला: जिला सेहत विभाग के रिकार्ड अनुसार जिले भर में अभी तक डेंगू और मलोरिया के तीन-तीन मरीजों की पहचान हो चुकी है। शहरवासियों की सेहत को ध्यान में रखते हुए नगर निगम कमिश्नर आदित्य उप्पल के निर्देशों पर ज्वाइंट कमिश्नर जीवन जोत कौर ने अपनी टीमों को फील्ड में उतार दिया है। ये टीमें शहर के जल भराव वाले स्थानों की पहचान कर वहां दवा डालने का काम करेंगी, ताकि डेंगू का लारवा साफ पानी में न पनप पाए।

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ज्वाइंट कमिश्नर जीवन जोत कौर ने बताया कि बारिश दौरान घरों की छतों पर रखे कबाड़, टायरों, गमलों, पक्षियों के लिए रखे वर्तनों आदि में बारिश के पानी भर जाता है। इसी साफ पानी में डेंगू का लारवा पनपता है। डेंगू का मच्छर बाहर से नहीं, बल्कि घरों में ही पनप कर लोगों को अपने डंक का शिकार बनाता है। डेंगू से बचाव के लिए नगर निगम और सेहत विभाग की टीमों द्वारा भरसक प्रयास किया जा रहा है, लेकिन इसकी रोकथाम के लिए लोगों का जागरूक होना बेहद जरूरी है।

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हरेक व्यक्ति को चाहिए कि वह अपने घरों की छतों पर इस बात को सुनिश्चित करें कि छत पर किसी प्रकार के सामान में जल भराव तो नहीं है। इसके साथ ही घरों में रखे कुल्लरों का पानी सप्ताह में तीन से चार बार अवश्य बदलें। घरों में रखे फ्रिज के नीचे बनी ट्रे पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि उसमें भरे पानी में लारवा पैदा न हो सके। जो लोग अपने घरों में पक्षियों के लिए कोई वर्तन रखते हैं तो वह उसके पानी को रोजाना बदलें।

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ज्वाइंट कमिश्नर का कहना है कि डेंगू से बचाव के लिए जरूरी है कि हरेक व्यक्ति अपने घर के अतिरिक्त अपने आसपास के घरों की छतों पर रखे सामान में भी जल भराव न होने दे, क्योंकि पड़ोस की छत पर भी यदि जल भराव न होना सुनिश्चित किया जाएगा, तभी आप सही रूप में खुद को और परिवार को सुरक्षित रख सकेंगे।

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ज्वाइंट कमिश्नर जीवन जोत कौर का कहना है कि जब तक बारिश का मौसम लगातार जारी रहेगा, तब तक शहर में फौगिंग की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन जैसे ही बारिशोंका दौर कम होगा, उसके तुरंत बाद सेहत विभाग की राय से शहर में फॉगिंग को शुरू कर दिया जाएगा। शहरवासियों से अपील करते हुए ज्वाइंट कमिश्नर ने कहा है कि जिस किसी स्थान पर जल भराव अधिक मात्रा में हो, वहां काला मोबलआँयल डालकर डेंगू के लारवे को पैदा होने से रोका जा सकता है, क्योंकि डेंगू का लारवा हमेशा साफ पानी में ही पनप सकता है।

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