छोटे साहिबजादों और माता गुजरी जी को अकीदत भेंट

फतेहगढ़ साहिब, 26 दिसंबर:

शहीदी सभा के दूसरे दिन दशम पिता के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह व माता गुजरी जी को अकीदत भेंट करने के लिए कई सियासतदान पहुंचे। पंजाब के दो कैबिनेट मंत्रियों के अलावा एक सांसद और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की अध्यक्ष गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में नतमस्तक हुए।

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शनिवार सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत ने माथा टेका। उन्होंने कहा कि गुरु गोबिद सिंह जी ने मानवता के लिए अपने परिवार की कुर्बानी दी। हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेकर उनके सपनों को साकार करना चहिए। साढ़े बारह बजे एसजीपीसी की अध्यक्ष बीबी जागीर कौर फतेहगढ़ साहिब पहुंचीं। गुरुद्वारा साहिब में नतमस्तक होते हुए उन्होंने कहा कि श्री गुरु गोबिद सिंह जी के छोटे साहिबजादों ने सिख कौम, धर्म, सच और इंसाफ के लिए अपनी कुर्बानी दी। बड़े साहिबजादे भी जंग में शहीद हो गए थे।

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पूरा परिवार कुर्बान करने वाले गुरु साहिब ने खालसा पंथ की स्थापना करते हुए हर सिख को अपना पुत्र और परिवार मानते हुए सिद्धातों पर पहरा देने की शिक्षा दी थी। आज जरूरत है कि हर सिख गुरु साहिब के सुपुत्र बनकर शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि दें। उन्होंने बताया कि शहीदी सभा के संदर्भ में धार्मिक समागम हो रहे हैं। स्त्री अकाली दल भी गुरमति समागम करवा रहा रहा है। रविवार सुबह नौ बजे विशाल नगर कीर्तन गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब से निकाला जाएगा, जोकि गुरुद्वारा श्री ज्योति स्वरूप जाकर संपन्न होगा। बाद दोपहर एक बजे गुरुद्वारा श्री ज्योति स्वरूप साहिब में अरदास होगी। विश्व भर में बैठी सिख संगत को एक बजे अपने सभी कामकाज छोड़कर अरदास में शामिल होने और वाहेगुरु का सिमरन करते हुए शहीदों को अकीदत भेंट करने की अपील की गई। बाद दोपहर साढ़े तीन बजे स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिंह सिद्धू माथा टेकने पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस शहादत की मिसाल दुनिया भर में कहीं नहीं मिलती। शाम को सांसद मोहम्मद सदीक ने गुरुद्वारा साहिब पहुंच शहीदों को नमन किया।

-Nav Gill/ Agency

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