एन.डी.ए सरकार ने संवैधानिक निजता के अधिकार का हनन किया: राणा सोढी

चंडीगढ़, 21 जुलाई:
पैगासस स्पाईवेयर स्कैंडल के मामले में भाजपा के नेतृत्व वाली एन.डी.ए. सरकार को आड़े हाथों लेते हुए पंजाब के खेल और युवक मामलों बारे मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने बुधवार को इसे निजता के संवैधानिक अधिकार पर सीधा हमला बताया, जबकि इस अधिकार की सुप्रीम कोर्ट द्वारा विभिन्न मौकों पर निंदा की गई है।

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यहाँ जारी प्रैस बयान में राणा सोढी ने कहा कि एन.डी.ए. सरकार ने संवैधानिक, न्यायिक, सामाजिक और नैतिक मूल्यों को पूरी तरह बर्बाद करके रख दिया है और अब नये खुलासों से पता चला है कि उच्च-तकनीकी उपकरणों का प्रयोग विपक्ष के नेताओं सहित प्रमुख व्यक्तियों, पत्रकार और अन्यों के फ़ोन और ईमेलों की निगरानी के लिए किया जाता था। सुप्रीम कोर्ट को सू-मोटो नोटिस लेने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि यह निजता के अधिकार का सरेआम उल्लंघन है।
केंद्र की भाजपा सकरार पर तंज़ कसते हुए राणा सोढी ने कहा ‘‘किसी अन्य देश की कोई भी एजेंसी आपकी सरकार के सीनियर अधिकारियों की इजाज़त के बिना फ़ोन टैप नहीं कर सकती और भारत के लोग भलीभांती जानते हैं कि इस बार विदेशी स्पाईवेयर को प्रमुख शखि़्सयतों के फ़ोन टैप करने, ईमेलों की जासूसी करने और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जासूसी करने के लिए किसने आदेश दिए थे।’’ उन्होंने कहा कि आर्थिक पक्ष से दिखाने के लिए एन.डी.ए. सरकार के पास कुछ भी नहीं है और अब बाग़ी सुर को दबाने के लिए ऐसी भद्दी चाल का सहारा लिया जा रहा है।
इस घटना को पूरी तरह अस्वीकार्य बताते हुए कैबिनेट मंत्री ने सवाल किया कि ‘क्या लोकतंत्र में लोगों का विश्वास बहाल करने का यही एक तरीका है, उस समय जब हर तरफ़ अफऱा-तफरी मची हुई है?’’
जि़क्रयोग्य है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा चोटी के राजनैतिक नेताओं, पत्रकारों, कारोबारियों, वैज्ञानिकों, संवैधानिक अधिकारियों और अन्यों के निजी फोनों की हैकिंग की निंदा की है, जो सिफऱ् व्यक्तिगत निजता ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी एक प्रश्न चिन्ह है।
-Nav Gill

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