अमन अरोड़ा द्वारा अधिकारियों को सी. बी. जी. प्लांटों से पैदा होती जैविक खाद की टेस्टिंग और प्रयोग को उत्साहित करने की संभावनाएं तलाशने के आदेश

पराली की समस्या से निजात पाने के लिए सी. बी. जी. प्लांट सबसे बढ़िया समाधान : कैबिनेट मंत्री

नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री ने टास्क फोर्स की पहली मीटिंग की अध्यक्षता की

चंडीगढ़ : पंजाब के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री अमन अरोड़ा ने आज अधिकारियों को कम्परैस्सड बायोगैस ( सी. बी. जी.) प्लांटों से पैदा होती फरमैंटिड आर्गेनिक मैन्योर ( जैविक खाद) के अलग उत्पाद के तौर पर टेस्टिंग और प्रयोग को उत्साहित करने के लिए संभावनाएं तलाशने और रूप-रेखा तैयार करने के आदेश दिए।

ऐसे करें घर में पानी शुद्ध || Dr.Biswaroop Roy Chowdhury

यहाँ पंजाब भवन में खेती अवशेष पर आधारित सी. बी. जी. प्रोजैक्टों से तैयार जैविक खाद की खरीद और ढुलाई संबंधी विधि विकसित करने और इस संबंधी विचार-विमर्श करने के लिए गठित 21 सदस्यीय टास्क फोर्स की पहली मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये अमन अरोड़ा ने कहा कि सी. बी. जी. प्लांट पराली जलाने की समस्या का वैज्ञानिक ढंग से उपयुक्त हल हैं क्योंकि यह प्लांट धान की पराली और अन्य खेती अवशेष से साफ़-सुथरी ऊर्जा पैदा करते हैं और किसानी भाईचारे के लिए अतिरिक्त आमदन का स्रोत बन सकते हैं।

क्या सच में MLA खरीदेगी भाजपा ? साइरस कंप्यूटर मिस्त्री मामले में नया मोड़, समंदर में मिली अजीब चीज़

उन्होंने कहा कि इस किस्म के प्रोजेक्टों से किसानों को कई तरीकों से लाभ होगा क्योंकि यह प्लांट फसलों के अवशेष को कच्चे माल के तौर पर इस्तेमाल करते हैं और किसानों पर कोई वित्तीय बोझ डाले बिना उनके खेतों में से पराली को इकट्ठा करते हैं। अमन अरोड़ा ने कहा कि हर साल 20 मिलियन टन धान की पराली का उत्पादन हो रहा है और पंजाब में खेती अवशेष पर आधारित सी. बी. जी. प्लांट लगाने की अथाह संभावनाएं मौजूद हैं। मुख्यमंत्री स. भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ऐसे पर्यावरण और किसान हितैषी प्रोजेक्टों की सुविधा प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है।

कौनसा Smart Watch और Fitness Bandआपके लिए है बेहतर ?

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्टेट एन. आर. एस. ई. नीति- 2012 के अंतर्गत स्टैंप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चारजिज़, ई. डी. सी. ओर सी. एल. यू. चार्जिज़ से छूट के इलावा इनवैस्ट पंजाब के द्वारा वन स्टाप क्लीयरेंस सिस्टम समेत अलग-अलग रियायतें प्रदान कर रही है। उन्होंने बताया कि 33.23 टन प्रति दिन की कुल क्षमता वाला एशिया का सबसे बड़ा सी. बी. जी. प्लांट संगरूर में कार्यशील है और पेडा द्वारा 492.58 टन प्रति दिन की कुल क्षमता वाले 42 सी. बी. जी. प्रोजेक्ट भी अलाट किये गए हैं। इन सभी प्रोजेक्टों के कार्यशील होने से इन प्रोजेक्टों से सालाना कम से कम 10 लाख टन जैविक खाद पैदा होने की उम्मीद है।

BJP और AAP आमने-सामने, नई योजना शुरू होने से पहले हुई बंद, जनता को झटका

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जैविक खाद का प्रयोग ज़मीन के पौष्टिक तत्वों, उपज, पौष्टिक गुणों और फसलों की गुणवत्ता में विस्तार करेगी। इन प्रोजेक्टों से 15000 कुशल/ अकुशल व्यक्तियों के लिए रोज़गार के मौके पैदा होंगे और इसके साथ-साथ राज्य में लगभग 2000 करोड़ रुपए का निवेश आने की उम्मीद है। मीटिंग में अतिरिक्त मुख्य सचिव नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत श्री ए वेनू प्रसाद, पेडा के मुख्य कार्यकारी श्री सुमित जारंगल, राज्य सरकार के अन्य सीनियर अधिकारी और एस. एस. एस. नेशनल इंस्टीट्यूट आफ बायो एनर्जी कपूरथला, एन. एफ. एल., कृभको, इफको, मैसर्ज कोरोमंडल इंटरनेशनल लिम., मैसर्ज टाटा रैलिस इंडिया लिम., मैसर्ज चंबल फर्टीलाईज़रज़ एंड कैमीकलज़ लिम., मैसर्ज सम्पूर्णा एग्री वैंचर प्राईवेट लिमटिड, मैसर्ज वरबीयो इंडिया प्राईवेट लिमटिड, मैसर्ज एवर-इनवायरो रिसोर्स मैनेजमेंट प्राईवेट लिमटिड और मैसर्ज सिटीज़ इनोवेटिव बायोफ्यूलज़ प्राईवेट लिम. के सीनियर प्रतिनिधि शामिल हैं।

कहां से आई जलेबी ? | Discover the HISTORY of JALEBI

अमन अरोड़ा द्वारा एशिया के सबसे बड़े सी. बी. जी. प्लांट का दौरा

पंजाब के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री अमन अरोड़ा ने बीते कल संगरूर ज़िले के गाँव भुटाल कलाँ में शुरू किये गए एशिया के सबसे बड़े सी. बी. जी. प्लांट का दौरा किया। कैबिनेट मंत्री ने पेडा के मुख्य कार्यकारी श्री सुमित जारंगल और डायरैक्टर श्री एम. पी सिंह के साथ खेती अवशेष पर आधारित इस प्लांट में सी. बी. जी. पैदा करने के लिए इस्तेमाल की जा रही मशीनरी के कामकाज का बारीकी से जायज़ा लिया। इस साल अक्तूबर से इस प्लांट में पराली की खपत 300 टन प्रति दिन हो जायेगी और रोज़मर्रा के 33.23 टन बायो-सी. एन. जी. का उत्पादन होगा।

LEAVE A REPLY