फिरोज़पुर/चंडीगढ़: रक्षा मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन ने रविवार को सामरिक दृष्टि से महत्तवपूर्ण हुसैनीवाला पुल राष्ट्र को समर्पित किया। यह पुल 1971 भारत पाक युद्ध में धव्स्त हो गया था। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी, एमपी शेर सिंह घुबाया, कमिश्नर सुमेर सिंह गुरजर, आई.जी गुरिंदर सिंह, डिप्टी कमिश्नर बलविंदर सिंह घालीवाल, एसएसपी प्रीतम सिंह के अलावा लेफ्टीनेंट जनरल हरपाल सिंह डीजीबीआर और लेफ्टीनेंट जनरल सुरिंदर सिंह जीओसी पश्चिमी कमान एवं अन्य गणमानय व्यक्ति भी उपस्थित थे।
सतलुज नदी पर बना 280 फुट लंबा पुल फिरोजपुर को हुसैनीवाला से जौड़ता है। यह एक मात्र साधन है जो करीब 10 गांवों को फिरोजपुर से जोड़ता है। 1971 भारत पाक युद्ध में यह पुल धवस्त होने के बाद सेना ने अस्थायी पुल बनाया था। अब बीआरओ ने यहाँ नया पुल बनाया है। इस अवसर पर बोलते हुए ऱक्षा मंत्री ने कहा पुल सेना और आम लोगों के लिए आने जाने में बहुत सहायक होगा। हुसैनीवाला, शहीद भगत सिंह , सुखदेव , राजगुरु और अन्य महान वीरों की पवित्र भूमि है। यह पुल फिरोजपुर और पंजाब के विकास में महत्वपूर्ण होगा। इससे क्षेत्र में खुशहाली, व्यापार और कृषि को बढावा मिलेगा।
रक्षा मंत्री ने बीआरओ के कार्य की सराहना की, जिसने पुल समय से पूर्व तैयार कर दिया। बीआरओ ने अब तक 52000 कि मी सडक़, 650 बड़े पुल और 19 एयर फील्ड दुर्गम क्षेत्रों में बनाए हैं। अभी बीआरओ 530 सडक़ों का निर्माण कर रहा है। 8.80 कि मी रोहतांग टनल का निर्माण भी बीआरओ कर रहा है।
रक्षा मंत्री रविवार को प्रात: फिरोजपुर पहुँची। उनके साथ लेफ्टीनेंट जनरल हरपाल सिंह डीजीबीआर और लेफ्टीनेंट जनरल सुरिंदर सिंह जीओसी पश्चिमी कमान भी थे। हेलिपैड पर लेफ्टीनेंट जनरल दुष्यंत सिंह कोर कमांडर वजरा कोर ने उनका स्वागत किया। हुसैनीवाला पहुँचने पर ब्रिगेडियर रिपु सूदन (चीफ इंजिनियर) बीआरओ ने उनका स्वागत किया।
रक्षा मंत्री ने हुसैनीवाला में शहीद समारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने स्थानीय सेना यूनिट्स और लोगों से भी बातचीत की।