-स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने पूरी टीम को दी बधाई
चंडीगढ़: भारत सरकार द्वारा देशभर के 4203 शहरों के करवाए गए स्वच्छ सर्वेक्षण -2018 में पंजाब ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए उत्तरी ज़ोन के राज्यों में पहला स्थान हासिल किया। प्रधानमंत्री द्वारा बीती शाम इंदौर में करवाए गये समागम में स्वच्छ सर्वेक्षण में अग्रणी रहे पंजाब को सम्मानित किया गया। इस सर्वेक्षण में पंजाब ने राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी रैंकिंग में सुधार करते हुए नौंवां स्थान हासिल किया।
स्वच्छ सर्वेक्षण में पंजाब पड़ोसी राज्य हरियाणा, हिमाचल प्रदेश सहित देश के बड़े राज्यों गुजरात, तामिलनाडू, कर्नाटक, केरल और उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों की अपेक्षा आगे रहा। उत्तरी ज़ोन के 1008 शहरों में से पंजाब के 42 शहरों ने उत्तरी ज़ोन के पहले 100 शहरों में स्थान हासिल करके सिद्ध किया है कि पंजाब के शहरों में साफ़ -सफ़ाई और सेनिटेशन क्षेत्र में बड़ी तबदीली आई है और पंजाब की शहरी स्थानीय इकाईयों ने उल्लेखनीय प्राप्तियां हासिल की हैं। इंदौर में हुए अवार्ड वितरण समारोह में उत्तरी ज़ोन के चार ज़ोनल पुरस्कार श्रेणियों में से पंजाब ने दो अवार्ड जीते। यह अवार्ड राज्य के दो कस्बों भादसों और मुनक ने जीते। भादसों ने सर्वोत्तम सफ़ाई वाले कस्बे और मुनक ने शहरीयों द्वारा सर्वोत्तम फीडबैक वाले कस्बे का अवार्ड जीता।
स्थानीय निकाय मंत्री स. नवजोत सिंह सिद्धू ने स्वच्छ सर्वेक्षण में पंजाब की गौरव प्राप्ति पर विभाग के प्रमुख सचिव श्री ए.वेनू प्रसाद, स्वच्छ भारत मिशन के मिशन डायरैक्टर श्री अजोय शर्मा सहित पूरी टीम को बधाई देते हुए इस प्राप्ति का श्रेय उनके दिशा निर्देशों में विभाग के कर्मचारियों की मेहनत और शहरीयों के सहयोग को दिया है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण के नतीजों ने साबित किया है कि शहरों की सफ़ाई और सेनिटेशन सुविधाओं में विभाग ने और सुधार लाया है जिससे बेहतर नतीजे सामने आए हैं।
भारत सरकार की तरफ से करवाए स्वच्छ सर्वेक्षण का मुख्य मकसद जहाँ शहरों की साफ़ सफ़ाई थी वहीं सफ़ाई के काम में शहरीयों की हिस्सेदारी, सेनिटेशन सहूलतों के प्रति जागरूक करके शहरों को खुल्ले में शौच से मुक्त (ओ.डी.एफ.) करना है। पिछले साल 2017 में एक लाख से कम जनसंख्या वाले शहरों में सर्वेक्षण करवाया गया था जिसमें पंजाब के 16 शहरों ने हिस्सा लिया था। इस बार करवाए गए सर्वेक्षण में पंजाब के शहरों ने पिछले साल की अपेक्षा बेहतर प्रदर्शन दिखाया है। बड़े शहरों में करवाए सर्वेक्षण में पिछले साल पंजाब के सात शहर आखिरी 100 शहरों की सूची में थे जबकि इस बार छह शहर इस सूची में से बाहर आए और अपनी रैंकिंग सुधारी। इस बार देश के 485 शहरों में से पंजाब का सिफऱ् एक शहर आखिरी 100 में आया।
पिछले साल एक लाख या इससे अधिक जनसंख्या वाले बड़े शहरों में पंजाब का मोहाली शहर अग्रणी रहा था जिसने राष्ट्रीय रैंकिंग में 121वां स्थान हासिल किया था जबकि इस बार मोहाली ने और सुधार करते हुए 109वां रंैक हासिल किया जबकि चंडीगढ़ ट्राईसिटी का एक और शहर पंचकुला 142वें नंबर पर आया है।
स्थानीयनिकाय के प्रमुख सचिव श्री ए.वेनू प्रसाद ने कहा कि स्थानीय निकाय मंत्री स. नवजोत सिंह सिद्धू के योग्य नेतृत्व में पंजाब की स्वच्छ भारत टीम ने कड़ी मेहनत करके शहर निवासियों के सहयोग से पिछले साल की अपेक्षा बेहतर परिणाम लाए हैं जिसका खुलासा स्वच्छ सर्वेक्षण -2018 के नतीजों से होता है। उन्होंने कहा कि विभाग की स्वच्छता टीम अपनी बेहतर कारगुज़ारी आगे भी जारी रखेगी तथा और कड़ी मेहनत करके और भी बढिय़ा रैंक हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि ठोस अवशेष प्रबंधन और सेनिटेशन क्षेत्र में देश के अन्य प्रगतिशील राज्यों में हुए कामों से प्रेरणा लेकर पंजाब आने वाले समय में इस क्षेत्र में और भी बढिय़ा परिणाम लाएगा।