तंदरुस्त पंजाब: पंजाब के स्कूली खिलाडिय़ों का दम खम बढ़ाने के लिए हिमाचल का रुख़

-सुंदरनगर में लगाया विशेष सम्मर कैंप
-खेल में पंजाब को अग्रणी स्थान दिलाना मुख्य लक्ष्य: कृष्ण कुमार
चंडीगढ़:‘तंदरुस्त पंजाब’ मिशन के अंतर्गत खेल में पंजाब की पुरानी शान बहाल करने और नौजवानों को नशों से दूर करके खेल के मैदान की ओर लाने के मकसद से पंजाब सरकार द्वारा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल मुकाबलों में सर्वोत्तम खिलाड़ी भेजने के लिए कोशिशें की जा रही हैं।
पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूली खिलाडिय़ों का दम खम बढ़ाने और सामथ्र्य बढ़ाने के लिए हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में सम्मर कैंप लगाया जा रहा है। शिक्षा विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि विभाग द्वारा शैक्षिक वर्ष के दौरान राज्य के सभी प्राथमिक, माध्यमिक और सीनियर सेकंडरी स्कूलों के विभिन्न खेल के ब्लॉक स्तर से लेकर राज्य स्तरीय मुकाबले करवाए जाते हैं। इन मुकाबलों के विजेता खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर के स्कूल खेल में राज्य की नुमायंदगी करते हैं।
इस वर्ष नई दिल्ली में पहली दफ़ा हुई ‘खेलो इंडिया स्कूल खेल’ में पंजाब 35 पदकों के साथ देशभर में ओवरऑल सातवें स्थान पर रहा। राज्य सराकार की तरफ से खेल में राज्य की दर्जाबन्दी को और सुधारने की दिशा में उठाए कदमों के अंतर्गत इस साल विशेष सम्मर कैंप हिमाचल प्रदेश के सुन्दरनगर में लगाया गया है। इस कैंप में एथलैटिक्स, बास्किटबॉल, फ़ुटबॉल, हॉकी, हैंडबॉल, कबड्डी, खो -खो, वॉलीबॉल और जूडो के 346 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। इन खिलाडिय़ों का चयन लुधियाना में हुए ट्रायल में किया गया था।
इस कैंप में खेल तकनीकों संबंधी 25 माहिर पी.टी.आई., डी.पी.आई., शारीरिक शिक्षा के लैक्चरर और अन्य खेल माहिरों की तरफ से खिलाडिय़ों का दम खम और सामथ्र्य बढ़ाने, विशेष खेल नियमों की जानकारी और आपसी तालमेल बढ़ाने संबंधी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यह सम्मर कैंप 29 जून तक जारी रहेगा।
डीपीआई (एलिमेंट्री) और स्कूल शिक्षा विभाग में खेल इंचार्ज श्री इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के दिशा निर्देशों अनुसार राज्य की खेल में दर्जाबन्दी में और सुधार के लिए कदम उठाए गए हैं और 64वेंं राष्ट्रीय स्कूल खेल में पहला स्थान हासिल करने का लक्ष्य निश्चित किया गया है और इस दिशा में पूरी शिद्दत के साथ काम किया जा रहा है।

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