स्मृति ईरानी हुई गुरुद्वारा रकाबगंज में नतमस्तक

नई दिल्ली :  केन्द्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने आज गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में गुरू चरणों में अपने श्रद्धा सुमन भेंट किए। मोदी सरकार के 4 वर्ष का कार्यकाल पूरा करने पर गुरू साहिब जी का शुक्राना करने पहुंची ईरानी का दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा सम्मान किया गया। दरअसल ईरानी ने मानव संसाधन विकास मंत्री के पद पर रहते हुए दिल्ली के 4 खालसा कॉलेजों को अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थान के रूप में मान्यता दिलवाने में मदद की थी। 

पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कमेटी अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के. ने ईरानी का खालसा कॉलेजों को अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों के रूप में मान्यता दिलवाने के लिए दिये गये सहयोग पर धन्यवाद किया। जी.के. ने कहा कि दिल्ली में पहले से ही ईसाई एवं मुस्लिम अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थाए मौजूद थे पर खालसा कॉलेजों को मान्यता मिलने में कई प्रकार की रूकावटे खड़ी थी। इस मामले में कानूनी लड़ाई लड़ते हुए कमेटी द्वारा ईरानी से संपर्क किया गया था तथा जरूरी सहयोग इनकी ओर से मिलने के बाद खालसा कॉलेजों में 50 फीसदी सीटें सिख बच्चों के लिए आरक्षित हो गई हैं। यह दिल्ली के सिखों की बड़ी मांग पूर्ण होने के बराबर है। 

स्मृति ईरानी ने दावा किया कि मोदी सरकार ने जनता के साथ जुड़े संजीदा मसलों को हल करने के प्रति गंभीरता से कार्य किया है। इस करके जयघोष के साथ जनता हमारे साथ जुड़ रही है। दिल्ली के सिख बच्चों की सेवा करने का सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ था। इस कार्य में मैंने पुल बनकर काम किया था। इस बात को मैं अपनी खुशनसीबी समझती हूँ कि कौम एवं राष्ट्र के भविष्य में सेवा करने वाले बच्चों के लिए मैं कुछ कर सकी हूँ। इस अवसर पर कमेटी द्वारा ईरानी को शाल एवं धार्मिक पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया गया। 

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