चंडीगढ़, 21 मई:
कोविड की तीसरी संभावी लहर और इसके बच्चों पर प्रभाव की संभावनाओं और चिंताओं को ध्यान में रखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज स्वास्थ्य विभाग को मिशन की तरह पूरी निष्ठापूर्वक तैयारियों में जुट जाने के हुक्म दिए। इन तैयारियों के अंतर्गत जून के अंत तक स्वास्थ्य विभाग के सभी डॉक्टरों को विशेष प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसी तरह मुख्यमंत्री ने ग्रामीण इलाकों में मौजूदा लहर के फैलाव को काबू में लाने के लिए घर-घर निगरानी करने के भी आदेश दिए हैं।
वर्चुअल मीटिंग के दौरान राज्य में कोविड की स्थिति का जायज़ा लेते समय मुख्यमंत्री ने डॉ. के.के. तलवार के नेतृत्व वाले राज्य स्तरीय माहिर ग्रुप को मैडीकल शिक्षा के सभी पहलूओं को जाँचने और स्वास्थ्य विभाग के लिए प्रशिक्षण संबंधी विवरण तैयार करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने राज्य में कोविड से निपटने ख़ासकर बच्चों के संदर्भ में राज्य में सभी मैडीकल अफसरों को प्रशिक्षण देने को यकीनी बनाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।
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ग्रामीण इलाकों में कोविड के पैर पसारने पर चिंता ज़ाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य विभागों की टीमों को हर गाँव में घर-घर निगारनी तुरंत शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि टीमों को बिना किसी देरी के प्राथमिक दवाओं के साथ लैस किया जाये और लक्षणों वाले व्यक्तियों की आर.ए.टी. टेस्टिंग तुरंत की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर जिले में कुछ कम्युनिटी हैल्थ सैंटरों को एल-2 सहूलतों के लिए तैयार किया जाये जहाँ ऑक्सीजन कन्संट्रेटर और उचित इलाज प्रोटोकॉल समेत डॉक्टरों की व्यवस्था हो।
इस प्रक्रिया में सरपंचों को शामिल करने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए मुख्यमंत्री ने टीकाकरण में उन्होंने सहित पंचों के साथ-साथ ब्लॉक समिति और जि़ला परिषद के चेयरमैन और सदस्यों को प्राथमिकता देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग को विलेज पुलिस अफसरों के द्वारा सहायता मुहैया करवाई जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को कोविड मरीजों से अधिक पैसे वसूल करने वाले प्राईवेट अस्पतालों के खि़लाफ़ सख़्त कर्रवाई करने के हुक्म देते हुए कहा कि इन अस्पतालों द्वारा पैसे वापस करवाए जाने चाहिएं। उन्होंने डिप्टी कमीश्नरों को ऐसीं सभी शिकायतों का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ तालमेल करने के लिए कहा। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि प्राईवेट अस्पतालों को सरकारी निर्धारित दरों को डिस्प्ले करने के लिए कहा जाना चाहिए और इनका व्यापक तौर पर प्रचार भी किया जाये।
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कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने किसी भी स्थिति से निपटने और ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी दुर्घटना को रोकने के लिए जि़ला प्रशासन के सहयोग के साथ ऑक्सीजन के लिए कंट्रोल रूम द्वारा उठाए गए कदमों पर तसल्ली ज़ाहिर की। उन्होंने इसको यकीनी बनाने के लिए बोकारो, हजीरा आदि में तैनात अफसरों की प्रशंसा की और स्वास्थ्य विभाग को ऑक्सीजन जो 700 मीट्रिक टन पर खड़ी है, की कमी के साथ-साथ टैंकरों के मामले की केंद्र सरकार के पास पैरवी करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने चार ऑक्सजीन टैंकरों के साथ राज्य की सहायता करने के लिए एच.एम.ई.एल. का धन्यवाद किया जो अगले कुछ दिनों में पहुँचने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि मार्कफैड द्वारा ऑक्सजीन रेल गाड़ीयाँ चलाने के लिए रेलवे के साथ काम करना शुरू किया जा रहा है और हजीरा और बोकारो से चार ऐसीं यात्राएं की जा चुकीं हैं। उन्होंने अपने शानदार काम के लिए सभी सिविल और पुलिस विभाग के अधिकारियों को बधाई दी।
इस तथ्य की तरफ गौर करते हुए कि अस्पतालों में इलाज अधीन कुछ मरीजों को छुट्टी मिलने के कुछ दिन बाद तक भी ऑक्सीजन की ज़रूरत पड़ती है, मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को कहा कि उनके पाँच लीटर प्रति मिनट कंसनट्रेटरों को इस मकसद के लिए अस्थायी तौर पर इस्तेमाल करने की इजाज़त दी जाये। उन्होंने विभाग को सिविल अस्पतालों में पोस्ट कोविड केयर वार्डों की स्थापना के अलावा स्वास्थ्य विभाग को ऑक्सीजन कंसनट्रेटरों का एक बैंक भी स्थापित करने के लिए कहा।
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मुख्यमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि हालाँकि बीते एक हफ्ते दौरान राज्य में कोविड के मामलों और पाजि़टिविटी दर दोनों में गिरावट देखी गई है परन्तु, इससे लापरवाह होने की ज़रूरत नहीं। उन्होंने पुलिस को निर्देश दिए कि कोविड संबंधी सभी पाबंदियाँ शहरी और स्थानीय निकाय स्तर के नेताओं का सहयोग लेकर सख़्ती के साथ लागू करवाई जाएँ।
डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने कहा कि पाबंदियाँ लागू करवाने की मुहिम पूरे ज़ोर-शोर से सम्पन्न की जा रही है जिससे अब लोग भी ज़्यादा चौकस हो गए हैं। उन्होंने आगे बताया कि 19 मार्च से लेकर अब तक कुल 25 लाख उल्लंघनाएँ दर्ज की गई हैं और 1.31 लाख चालान जारी करके 12 करोड़ रुपए की रकम हर्जाने के तौर पर जुटाई गई है। इसके अलावा उल्लंघन करने वाले 2600 व्यक्तियों को खुली जेल में भेज दिया गया है। उन्होंने आगे बताया कि लोगों के अंदर-बाहर आने जाने पर नजऱ रखने के लिए 60 प्रतिशत गाँवों में ठीकरी पहरे लगाए जा रहे हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि आने वाले कुछ दिनों में स्थिति में सुधार आएगा।
स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने इस मौके पर सुझाव दिया कि मामलों के फैलाव को रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी हेतु रैपिड रिस्पांस टीमें स्थापित की जाएँ और इस काम में आर.एम.पी. डॉक्टरों का भी सहयोग लिया जाये।
मैडीकल शिक्षा विभाग के सचिव डी.के. तिवारी ने इस मौके पर बताया कि 2 मई से 8 मई तक के हफ्ते दौरान पॉजिटिविटी की दर 18.5 प्रतिशत रही परन्तु उसके बाद इसमें गिरावट आई है। उन्होंने आगे खुलासा किया कि बैडों की स्थिति भी संतोषजनक है और अमृतसर में ऑक्सीजन की सप्लाई 6 के.एल. से बढ़ाकर 11 के.एल. कर दी गई है। टेस्टिंग संबंधी उन्होंने जानकारी दी कि बीते एक हफ्ते दौरान 2.13 लाख आर.टी.पी.सी.आर. टैस्ट किये जा चुके हैं और प्रति टैस्ट औसतन समय 7 घंटे है। इसके अलावा स्वास्थ्य स्टाफ की अलग-अलग स्तर पर की जा रही भर्ती के विवरण साझा करते हुए उन्होंने कहा कि 108 सीनियर रैज़ीडैंटस को नियुक्ति पत्र दिए जा चुके हैं। जबकि 86 नर्सों, 8 लैब टैक्नीशियनों, 9 रेडीओग्राफरों, 2 परफ्यूज़निस्टों, 2 ओपटोमैटरिस्टों और एक आडीओलोजिस्ट की नियुक्ति एक हफ्ते के अंदर कर दी जायेगी और इसके अलावा अन्रू पदों के लिए भी इश्तिहार दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग अस्पतालों /सैंटरों /लेबों में आउटसोर्सिंग पर स्टाफ की नियुक्ति की गई है और पटियाला में फ़ौज की तरफ से 84 बैडों के अस्पताल का कामकाज चलाने में मदद करने के अलावा मोहाली और बठिंडा के अस्थायी अस्पतालों का कामकाज भी सुचारू ढंग के साथ चलाने में सहायता की जा रही है।
स्वास्थ्य सचिव हुस्न लाल ने इस मौके पर बताया कि 19 मई को कुल पॉजि़टिविटी दर 6.2 प्रतिशत पर खड़ी थी और मोहाली और मालवा क्षेत्रों में काफ़ी ज़्यादा मामले थे।
राज्य के कोविड माहिरों के समूह के प्रमुख डॉ. के.के. तलवार ने कहा कि मामलों की घटती संख्या को आगे भी यकीनी बनाने के लिए मौजूदा पाबंदियाँ अगले 2-3 हफ़्तों तक कायम रहनीं चाहीएं। उन्होंने खुलासा किया कि मार्च में लिए गए नमूनों की वायरस के बदलते रूप के पक्ष से जांच किये जाने पर 96 प्रतिशत नमूनों में यू.के. का वायरस पाया गया जबकि अप्रैल के दौरान लिए गए नमूनों में सिर्फ़ एक दुगुना म्यूटेंट पाए जाने का मामला सामने आया था। मुख्य सचिव विनी महाजन ने कहा कि जिनोम सैंपलिंग के लिए अप्रैल और मई में भेजे गए नमूनों के नतीजे अभी आने बाकी हैं।
-NAV GILL