पंडित बद्री प्रसाद शास्त्री के अनुसार भारत में इस साल दिवाली का पर्व 7 नवंबर को श्रद्धा व उल्लास से मनाया जा रहा है, लेकिन ठीक उससे दो दिन पूर्व यानि 5 नवंबर को धनतेरस का त्योहार मनाए जाने क पंरपपा है। मान्यता है कि धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी का जन्म हुआ था इसलिए इस दिन खासतौर पर उनकी पूजा की जाती है। इस दिन मां लक्ष्मी और गणेश जी की भी पूजा होती है। गौर हो पंडित बद्री प्रसाद शास्त्री शिव सेना हिंदुस्तान की शाखा श्री सनातन धर्म प्रचारक सेना के जिला अध्यक्ष हैं।
ज्योतिष के अनुसार धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त में की गई खरीदारी जीवन में ढेर सारी सफलता और समृद्धि लेकर आती है। इस दिन लोग बर्तन और गहनों की खरीदारी करते हैं। यदि इस खास पर्व पर शुभ मुहूर्त में पूजा की जाए तो घर में धन की वर्षा हो सकती है। इस साल धनतेरस के दिन पूजा करने के लिए 1 घंटा 55 मिनट तक का वक्त रहेगा। आइये जानते हैं क्या है धनतेरस में पूजा करने का शुभ मुहूर्त।
धनतेरस 2018 का शुभ मुहूर्त-
धनतेरस पर पूजा अर्चना रने का शुभ मुहूर्त: शाम 6.05 बजे से 8.01 बजे तक का है
शुभ मुहूर्त की अवधि: 1 घंटा 55 मिनट
प्रदोष काल: शाम 5.29 से रात 8.07 बजे तक
वृषभ काल: शाम 6:05 बजे से रात 8:01 बजे तक
त्रयोदशी तिथि आरंभ: 5 नवंबर को सुबह 01:24 बजे
त्रयोदशी तिथि खत्म: 5 नवंबर को रात्रि 11.46 बजे
धनतेरस के दिन इस मुहूर्त में करें खरीदारी
सुबह 07:07 से 09:15 बजे तक
दोपहर 01:00 से 02:30 बजे तक
रात 05:35 से 07:30 बजे तक
धनतेरस को स्नान आदि कामों से निपट कर किसी लक्ष्मी मंदिर में जाएं। मां लक्ष्मी को कमल के फूल अर्पित करें और सफेद रंग की मिठाई का भोग लगाएं। ये सबसे अचूक उपाय हैं।