18 साल के बाद भी बढ़ सकता है बच्चों का कद, करें  सेवन…

-मांस, मछली, अंडों से अधिक होता है मूंगफली में प्रोटीन

-बादाम, काजू नहीं खा सकते हैं तो करें मूंगफली का सेवन

मूंगफली के बारे किसी ने सच ही कहा है कि यदि आप बादाम व काजू नहीं खा सकते हैं, तो मूंगफली का सेवन जरुर करें। भारत में मूंगफली को सस्ता काजू भी कहा जाता है। वानस्पतिक प्रोटीन का खजाना माने जाने वाली मूंगफली का सही ढंग से सेवन करने से 18 साल बाद भी बच्चों का कद बढ सकता है। इतना ही नहीं  मूंगफली में मांस, मछली, अंडों से कहीं अधिक प्रोटीन की मात्रा होती है। देश में मूंगफली का तेल, गुड़-मूंगफली की गज्जक का अधिक सेवन किया जाता है।

मूंगफली में पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा

मूंगफली में प्रकृति ने भरपूर मात्रा में प्रोटीन प्रदान किए हैं। मूंगफली (Peanut या Groundnut) का वनस्पति नाम Arachis hypogaea है। मूंगफली को तिलहन की फसल कहा जाता है। मूंगफली में विटामिन, मिनरल्स, न्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंटस होते हैं। जिससे शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है। साथ ही इससे शरीर को  एनर्जी भी मिलती है।  इसमें विटामिन B कांप्लेक्स, नियाचिन, रिबोफ्लेविन, थियामिन, विटामिन B-6, B-9 और पेंटोथेनिक एसिड पाए जाते हैं। मूंगफली में प्रोटीन की मात्रा मांस की तुलना में 1.3 गुणा, अंडों से 2.50 गुणा और फलों से आठ गुणा अधिक होती है। 100 ग्राम कच्ची मूंगफली में एक लीटर दूध के समान, मछली और अंडों में इसका प्रोटीन फीसद लगभग 10 होता है। 250 ग्राम मूंगफली से बनाए गए मक्खन से 300 ग्राम पनीर, दो लीटर दूध या 15 अंडों के बराबर उर्जा हासिल होती है। 250 ग्राम भूनी हुई मूंगफली में जितनी मात्रा में खनिज और विटामिन होते हैं, वह 250 ग्राम मांस से भी प्राप्त नहीं हो सकते है।

मूंगफली व इसके तेल सेवन से मिलते हैं भऱपूर लाभ

मूंगफली पाचन शक्ति बढ़ाने में भी कारगर है। है। मूंगफली  को सस्ता काजू कहा जाता है।  इसमें स्वाद के साथ स्वास्थ्य को लाभ पंहुचाने वाले गुण हैं। मूंगफली  को कई प्रकार से उपयोग किया जाता है। इसका तेल भी स्वाद और स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है।  मूंगफली को देश के हर तरह के खाने में इस्तेमाल किया जाता है। मीठा पकवान हो या फिर नमकीन। साथ ही कई तरह के रोगों को समाप्त करने में अहम रोल अदा करता है।

 

18 साल के बाद भी बच्चों का बढ़ सकता है कद

आमतौर पर माता पिता अपने बच्चों का कद छोटे रहने से परेशान रहते हैं, लेकिन इस समस्या का समाधान मूंगफली की गिरी में मौजूद है। मूंगफली प्रोटीन का एक बहुत बड़ा स्त्रोत है। मूंगफली में मौजूद अमीनो एसिड शरीर की ग्रोथ के लिए बहुत अच्छा होता है। इसलिए बच्चों के लिए यह बहुत लाभकारी है। एेसे में 18 साल की आयु के बाद भी बच्चों का बढ़ सकता है।

 

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दिल संबंधी रोगों से मिलती है निजात

मूंगफली में मोनो-अनसचुरेटेड फैटी एसिड खासतौर पर ऑलइक एसिड होता है। जिससे दिल संबंधी बीमारियों से छुटकारा मिलता है। मूंगफली के सेवन से बुरे कॉलेस्ट्रोल कम हो जाते हैं। और अच्छे कॉलेस्ट्रोल बढ़ाते हैं। मूंगफली शरीर में गर्माहट लाती है। इससे हार्ट अटैक या दिल संबधी रोगों का खतरा कम हो जाता है।

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पेट कैंसर की संभावना को करता है कम

मूंगफली में भारी मात्रा में मौजूद पॉली-फेनोलिक एंटीऑक्सीडेंट्स और कॉमेरिक एसिड में पेट के कैंसर की संभावना को कम करने  में मदद करता है।

मिलते हैं  सुंदर त्वचा और बाल

मूंगफली को सस्ता काजू कहा जाता है। इसका मुख्य कारण मूंगफली की गिरी काजू की तरह सफेद होती है। मूंगफली में बादाम की तरह विटामिन A की भरपूर मात्रा होती है। इससे बेहतरीन त्वचा और बाल मिलते हैं।

 

वजन बढ़ने की समस्या से मिलती है निजात

मूंगफली में पोटेशियम, मैग्नीज, कॉपर, केल्सियम,आयरन, सेलेनियम और जिंक जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स पाए जाते हैं। महिलाएं यदि मूंगफली को एक सपत्हा में कम से कम दो बार खाएं, तो वजन बढ़ने की संभावना कम हो जाती है।

 

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गैस और एसिडिटी से दिलाए निजात

सर्दियों में अधिक खाना खाने के कारण पेट फूल जाता है।  इस वजह से इंसान सही ढंग से नाश्ता और लंच नहीं कर पाता है। सर्दियों में एक मुठ्ठी मूंगफली के दाने को रात भर भिगो कर रख सुबह खाने से इस समस्या का समाधान होता है।

जोड़ो और कमर दर्द को दे राहत

सर्दियों में कमर और जोड़ों का दर्द अमूमन बढ़ जाता है। भीगी हुई मूंगफली को थोड़े गुड़ के साथ खाने से इस रोग से राहत मिलती है।

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प्रदीप शाही

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