हरसिमरत मुफ़्त के प्रचार के लिए चिकित्सा भाईचारे के मनोबल को चोट पहुँचाने की कोशिश कर रही: बलबीर सिद्धू

चंडीगढ़, 12 अप्रैल:
पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के दोषों को बेबुनियाद और राजनैतिक तौर पर प्रेरित करार देते हुए स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल ने अपना भरोसा और पंजाब के लोगों का समर्थन गंवा दिया है और अब श्रीमती बादल मुफ़्त के प्रचार के लिए चिकित्सा भाईचारे के अक्स को खऱाब करने और उनके मनोबल को चोट पहुँचाने की कोशिश कर रही हैं।
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भारत सरकार द्वारा जारी की गई ऐडवाइज़री पर काम कर रही है और ज़रुरी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा मिली इस फीडबैक का प्रयोग करके राज्य सरकार यकीनी तौर पर कोविड के मामलों को काबू करने के और पुख़्ता प्रबंध करेगी।

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उन्होंने कहा कि एस.ए.एस. नगर में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग सबसे अधिक की जा रही है, जबकि हरसिमरत द्वारा इसको राज्य में सबसे कम कहा गया है और पटियाला में कोविड-19 की टेस्टिंग का लक्ष्य 105 प्रतिशत हासिल किया है, जबकि इसके बारे में भी पूर्व केंद्रीय मंत्री ने इसको सबसे कम कहा है। उन्होंने कहा कि लुधियाना में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग प्रति मामला 13, पटियाला में 14 और एस.ए.एस. नगर में 23 है, जोकि राज्य में सबसे ज़्यादा है। उन्होंने कहा कि अन्य विभागों के मुलाजि़मों की मदद से कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को और बढ़ाया जा रहा है। राज्य में लैबोरेटरियों की मौजूदा स्थिति का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि आर.टी.पी.सी.आर. लैब की हर जि़ले में ज़रूरत नहीं होती। सभी जि़लों को 7 आर.टी.पी.सी.आर. लैबों के साथ जोड़ा गया है और किसी भी जि़ले को एक या डेढ़ घंटे का समय टेस्टिंग लैब से दूर नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में रोज़ाना की 35000-40000 टैस्ट किए जा रहे हैं, जिसको इस हफ़्ते में ही 50000 तक किया जायेगा। टेस्टिंग के लिए ज़्यादा प्रभावित जि़लों की तरफ विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके अलावा हर जि़ले में ट्रूनॉट आर.टी.पी.सी.आर. मशीनें भी लगाई गई हैं, जिससे एक-दो घंटे में नतीजा मिल जाता है।

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उन्होंने राज्य सरकार द्वारा स्तर-3 स्वास्थ्य संभाल सम्बन्धी किए गए प्रबंधों संबंधी रौशनी डालते हुए कहा कि हर जि़ले में स्तर-3 अस्पताल स्थापित करने की अभी ज़रूरत नहीं है और हर जि़ले को पास के स्तर-3 अस्पताल के साथ जोड़ा गया है और मरीज़ों को समय पर सेवाएं पहुंचाने के लिए ऐंबूलैंसों का पुख़्ता प्रबंध किया गया है, जिसके बारे में केंद्रीय टीमों द्वारा भी इसको सही माना गया है।
स. सिद्धू ने आगे कहा कि मैडीकल अफसरों (स्पैशलिस्टों), पैरा मैडीकल स्टाफ आदि समेत 6000 के लगभग मुलाजि़मों की भर्ती सिफऱ् पिछले एक साल के दौरान की गई है। स्पैसलिशट मैडीकल डॉक्टरों की भर्ती वॉक इन इंटरव्यू के द्वारा लगातार की जा रही है और पिछले हफ़्ते ही 50 स्पैसलिशटों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जि़लों को कोविड-19 के प्रबंधन के लिए अपने स्तर पर मैडीकल और पैरा मैडीकल स्टाफ की भर्ती करने के लिए भी अधिकृत किया गया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पंजाब द्वारा की गई मीटिंग में सभी डिप्टी कमिश्नरों को जि़ला स्तर पर प्रबंधों को और मज़बूत करने के लिए अन्य विभागों से भी मुलाजि़मों की तैनाती करने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में 4000 के करीब स्तर-1 बिस्तर और प्राईवेट अस्पतालों में 8000 के करीब बिस्तर मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि इस समय केवल 25 प्रतिशत स्थानों पर ही स्तर-2 में मरीज़ भर्ती हैं और स्तर-3 सम्बन्धी भी पुख़्ता प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय टीम द्वारा यह रिपोर्ट किया गया है कि राज्य के सभी जि़लों में मरीज़ों को एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाने के लिए ऐबूलैंसों का पूरा प्रबंध मौजूद है।

-NAV GILL

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