स्वास्थ्य विभाग के डायरैक्टर डॉ. मनजीत सिंह द्वारा चार जिलों के सरकारी अस्पतालों की औचक जांच

चंडीगढ़, 18 अक्तूबर:
राज्यभर की सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में ऐमरजैंसी स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं को और बेहतर बनाने के मद्देनजऱ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के डायरैक्टर डॉ. मनजीत सिंह ने चार जि़लों के विभिन्न सरकारी अस्पतालों का औचक दौरा किया और आवश्यक निर्देश दिए।
एक प्रैस बयान के द्वारा नवनियुक्त डायरैक्टर डॉ. मनजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री बलबीर सिंह सिद्धू की हिदायतों के मुताबिक रोपड़, एस.बी.एस नगर, होशियारपुर और पठानकोट में जिला अस्पतालों (डी.एच.) और गढ़शंकर, मुकेरियाँ, दसूहा, बलाचौर में सब-डिविजऩल अस्पतालों (एस.डी.एच) में कल एक एकदिवसीय मुहिम के अंतर्गत औचक निरीक्षण किया गया।
डॉ. मनजीत सिंह ने बताया कि इस दौरान लोगों को दी जा रही ऐमरजैंसी चिकित्सा सुविधाओं की जांच की गई और विशेष तौर पर ऐमरजैंसी और मदर एंड चाईल्ड अस्पताल (एम.सी.एच) के वार्डों में ज़रूरी दवाओं और डॉक्टरी उपकरणों की उपलब्धता सम्बन्धी जांच की गई। अलग-अलग अस्पतालों में कोविड-19 टेस्टिंग सम्बन्धी नमूने लेने की प्रक्रिया का भी जायज़ा लिया गया। यह मुहिम लगभग 16 घंटे चली। उन्होंने आगे कहा कि मरीज़ों और उनके अटैंडंटों को अस्पतालों में मुहैया करवाई जा रही उपचार सुविधाओं बारे पूछताछ की गई। मुहिम के दौरान कुछ स्थानों पर कुछ कमीयां भी पाई गर्इं जिनको पहल के आधार पर दुरुस्त कर दिया जायेगा और इस सम्बन्ध में ज़रूरी निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
जांच के दौरान उन्होंने डॉक्टरों को हिदायत की कि सभी चिकित्सा उपकरण कार्यशील होने चाहिएं और यदि कोई नुक्स हो तो उसे तुरंत ठीक किया जाये। डॉ. मनजीत ने कहा कि हमारा लक्ष्य राज्य में सर्वोत्तम ऐमरजैंसी सेवाएं प्रदान करना है जिसके लिए पूरे स्वास्थ्य अमले का सहयोग और सहायता आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सभी ज़रूरी दवाएँ ऐमरजैंसी वार्ड में उपलब्ध होनी चाहीएंं और मरीज़ों के अटैंडंटों को कोई भी दवा बाज़ार से लाने की ज़रूरत न पड़े। उन्होंने खबरदार करते हुए कहा कि लोगों को दी जा रही चिक्तिसा सुविधाओं में किसी भी किस्म की ढील बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने अस्पताल में और वार्डों में सफ़ाई प्रबंधों को और बेहतर बनाने सम्बन्धी निर्देश भी दिए।
डॉ. मनजीत सिंह ने डॉक्टरों को मरीज़ों के साथ प्यार और हमदर्दी के साथ पेश आने और असुखद हालात होने पर भी धैर्य बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि डॉक्टर-मरीज़ का रिश्ता बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि डॉक्टर और मरीज़ के बीच अच्छे संबंधों के साथ ही मरीज़ की बीमारी, मानक इलाज सम्बन्धी जानकारी और मरीज़ की बेहतर देखभाल होगी। उन्होंने कहा कि अगर डाक्टर मरीज़ों के प्रति हमदर्दी दिखाएं तो बढिय़ा नतीजे प्राप्त होंगे। मरीज़ों को उनको दिए जा रहे इलाज से संतुष्ट होना चाहिए। मुहिम के दौरान डॉ. हरमिन्दरजीत सिंह चीमा और हैल्थ इंस्पेक्टर भूपिन्दर सिंह दाहरी भी उनके साथ थे।
-Nav Gill

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