स्वस्थ तन, स्वस्थ मन…खुशहाल जीवन जीने का आसान तरीका

-डॉ.धर्मेन्द्र संधू

शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए और आत्मिक शांति के लिए ध्यान यानि मेडिटेशन बेहद जरूरी है। लेकिन ध्यान लगाने के लिए कुछ बातें जरूरी है। इन बातों को जाने बिना मन स्थिर नहीं रहता और ध्यान लगाने में परेशानी आती है। आज हम इन्हीं बातों पर चर्चा करेंगे। 

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ध्यान लगाने के फायदे

निरंतर ध्यान लगाने से मन की चंचलता पर काबू रहता है। मन इधर-उधर भटकना बंद हो जाता है। साथ ही दिमाग के लिए भी ध्यान लगाना फायदेमंद है। इससे दिमाग की नसें सक्रिय होती हैं, मन शांत रहता है। रोजाना ध्यान लगाने से इंसान के जीवन में बदलाव आने लगते हैं और जीवन अनुशासित हो जाता है। ध्यान लगाने से कई प्रकार के रोग जैसे ब्लड प्रेशर, सांस संबंधी समस्याएं दूर होती हैं और दिल के रोग होने की संभावना कम हो जाती है। मानसिक तनाव, उदासी व बेचैनी दूर करने के लिए रोजाना ध्यान लगाने से फायदा होता है।

ध्यान लगाते समय इन बातों का रखें ख्याल

सरल जीवन शैली अपनाएं

ध्यान लगाने के लिए सबसे पहले सरल व सादी जीवन शैली अपनाएं। सात्विक भोजन करें, मन में सकारात्मक विचार रखें, बुरे विचारों को मन से निकालें और मन व तन को साफ रखें। यह गुण धारण करने से ध्यान लगाने में आसानी होती है और मन इधर-उधर नहीं भटकता ।

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ध्यान के समय प्राणायाम का महत्व

ध्यान के दौरान प्राणायाम का विशेष महत्व है। ध्यान लगाने से पहले सांस लेना व छोड़ना दिमाग को शांत करता है। इस क्रिया से दिमाग और शरीर को भरपूर मात्रा में आक्सीजन मिलती है। इससे मन शांत होता है और दिमाग की नसें सक्रिय हो जाती हैं। कब लगाएं ध्यान

ध्यान लगाने के लिए शांत वातावरण की जरूरत होती है। इसलिए सुबह के 3 बजे से 6 बजे तक का समय सही माना जाता है। इसके अलावा रात को 10 बजे के बाद भी ध्यान के लिए सही समय माना जाता है। क्योंकि दोनों समय वातावरण पूरी तरह से शांत होता है। 

बैठने की सही स्थिति

ध्यान के दौरान शरीर सही स्थिति में होना चाहिए। ज़मीन पर पद्मासन में बैठकर ऑंखें बंद कर लें या फिर अधखुली रखें। पीठ को बिल्कुल सीधा रखें। ध्यान लगाने से पहले आरामदायक स्थिति में बैठें। शरीर ज्यादा अकड़ा हुआ न हो और न ही ढीला। अगर आप आरामदायक मुद्रा में नहीं बैठते तो ध्यान लगाने में मुश्किल हो सकती है। 

एक बिंदु पर लगाए ध्यान

ध्यान लगाते समय मन को एक विशेष बिंदू पर केन्द्रित करें। आंखों को बंद करके ध्यान मुद्रा में बैठकर अपनी भौंहों के बीच के केन्द्र बिंदू पर ध्यान लगाने का प्रयास करें। इस दौरान मन में किसी देवी-देवता या आराध्य की छवि बनाएं।

ध्यान लगाने के लिए उचित स्थान

ध्यान लगाने के लिए बिल्कुल शांत माहौल होना चाहिए। आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी धार्मिक स्थान या मंदिर व घर पर पूजा के स्थान पर भी ध्यान लगा सकते हैं। इसके अलावा किसी पार्क में भी ध्यान लगाया जा सकता है। ध्यान लगाने के लिए नीचे आसन बिछाकर पद्मासन में बैठना सही रहता है।

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विचारों पर नियंत्रण जरूरी

ध्यान के समय मन पर काबू करना बेहद जरूरी है। इस दौरान मन में आने वाले विभिन्न विचारों पर काबू रखें। कोशिश करें कि मन में   किसी भी प्रकार का विचार न आए। अगर मन में कोई विचार आता भी है तो उसमें उलझने की बजाए मन को एकाग्र करने का प्रयास करें। ध्यान लगाने के आरंभ में कई विचार मन में आते हैं लेकिन निरंतर अभ्यास से धीरे-धीरे मन नियंत्रित होने लगता है।

निरंतर करें अभ्यास

जिस प्रकार से हम रोजमर्रा के काम करते हैं वैसे ही नियमित रूप से ध्यान लगाना भी जरूरी है। अगर आप निरंतर ध्यान नहीं लगाते तो मन को एकाग्र करना मुश्किल हो जाता है। जैसे हम रोजाना भोजन करते हैं उसी तरह से मन को संतुलित करने व शांत रखने के लिए ध्यान लगाना जरूरी है। 

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