स्कूल शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला द्वारा अध्यापक दिवस के अवसर पर 74 अध्यापकों का राज्य स्तरीय पुरुस्कारों से सम्मान

चंडीगढ़/पटियाला, 6 सितम्बर:
पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री श्री विजय इंदर सिंगला ने आज अध्यापक दिवस के अवसर पर राज्य के 74 अध्यापकों को उत्कृष्ट सेवाओं के बदले राज्य स्तरीय पुरुस्कारों से सम्मानित किया। श्री विजय इंदर सिंगला ने पटियाला में थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नॉलॉजी के ऑडीटोरियम में हुए समागम के दौरान वैबीनार के द्वारा राज्यभर के पुरुस्कारों के लिए चुने गए 54 अध्यापकों को स्टेट अवार्ड, 10 अध्यापकों को युवा पुरुस्कार और 10 स्कूल मुखियों /अधिकारियों को कुशल प्रबंधक पुरुस्कार प्रदान किये।
कैबिनेट मंत्री ने पटियाला के चार अध्यापकों को सर्टिफिकेट देकर निजी तौर पर सम्मानित किया जबकि बाकी के 70 अध्यापकों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा राज्य के बाकी जिला मुख्यालयों में सम्मानित किया गया। यह समागम कोविड-19 के मद्देनजर सामाजिक दूरी नियम का पालन करते हुए साधारण रूप में पंजाब के समूह जिला शिक्षा अफसरों के कार्यालयों में करवाया गया।
इस अवसर पर श्री विजय इंदर सिंगला ने देश के स्वर्गीय राष्ट्रपति, विद्वान, दार्शनिक और भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, जिनका जन्म आज के दिन 1888 को हुआ था, को अपनी श्रद्धा और सत्कार भी भेंट की। श्री सिंगला ने अपने संबोधन में राज्यभर के अध्यापकों को अध्यापक दिवस की बधाई देते हुए कहा कि वह किस्मत वाले हैं कि वह कौम की निर्माता अध्यापक जमात का हिस्सा बने हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के सरकारी स्कूलों ने जो तरक्की की है उसके लिए अध्यापकों का बहुत बड़ा योगदान है।
श्री सिंगला ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों की बेहतरी के लिए हर संभव यत्न किये जा रहे हैं। जिसके अंतर्गत स्कूलों का रूप बदल रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य के स्कूलों में सोलर व्यवस्था लगाने के लिए 70 करोड़ रुपए का प्रोजैक्ट मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व में पास हो चुका है। उन्होंने बताया कि अब तक राज्य के 45 प्रतिशत स्कूल स्मार्ट बन चुके हैं और एक साल के अंदर -अंदर राज्य के सभी स्कूल स्मार्ट स्कूलों में बदल जाएंगे। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा राज्य की शिक्षा प्रणाली में सुधार लाने के लिए निरंतर कदम उठाए जा रहे हैं।
श्री विजय इंदर सिंगला ने अध्यापकों और शिक्षा विभाग के बाकी अमले की भूमिका की प्रशंसा करते हुए कहा कि किसी भी देश के निर्माण में अध्यापकों की भूमिका अहम होती है, जिसके लिए वह आज अध्यापक दिवस के अवसर पर निजी तौर पर सभी अध्यापकों को नमन करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा के मानक को ऊँचा उठाने के लिए सरकारी स्कूलों के अध्यापक अथक सेवाएं निभा रहे हैं।
श्री सिंगला ने कहा कि अध्यापकों की समर्पित भावना के चलते राज्य में सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के दाखिलों में 15 प्रतिशत इजाफा हुआ है। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य के स्कूल कितनी तरक्की कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में किसी भी राज्य के सरकारी स्कूलों में इतनी बड़ी संख्या में कभी भी दाखिला नहीं बढ़ा। इसके अलावा इस वर्ष सरकारी स्कूलों के नतीजों ने निजी स्कूलों को भी पीछे छोड़ दिया है, यह सब अध्यापकों की मेहनत का ही नतीजा है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने इस बार अध्यापकों को दिए जाते स्टेट अवार्डों में विस्तार करते हुए युवा अध्यापकों, स्कूल मुखियों और अधिकारियों के लिए पुरुस्कार आरंभ किये हैं ताकि नौजवान अध्यापकों के उत्साह का भी लाभ लिया जाये। उन्होंने कहा कि तजुर्बे की बजाय काबलीयत को मुख्य रखकर नियुक्तियाँ की गई हैं।
शिक्षा सचिव श्री कृष्ण कुमार की देख-रेख में हुए समागम के दौरान श्री विजय इंदर सिंगला ने पटियाला जिले के तीन अध्यापकों श्री दिनेश कुमार विक्टोरिया स्कूल, स. बेअंत सिंह हामझेड़ी, श्रीमती मनीषा फीलखाना स्कूल और बी.पी.ई.ओ. नीरू बाला भुन्नरहेड़ी को मौके पर ही राज्य पुुरसकार प्रदान किये।
इस अवसर पर सचिव श्री कृष्ण कुमार ने कहा कि सरकार के यत्नों और अध्यापकों के उद्यम स्वरूप कोरोना जैसी महामारी के दौरान भी राज्य के सरकारी स्कूलों के बच्चों को ऑनलाइन विद्या, मुफ्त किताबें और दोपहर के खाने के लिए राशन उपलब्ध करवाया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य के अध्यापकों स्वरूप सरकारी स्कूलों की शिक्षा में गुणवत्ता आई है और सवैच्छा के साथ स्मार्ट स्कूल मुहिम के लिए अध्यापक सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। जिसके स्वरूप स्कूलों के लगातार दूसरे साल नतीजे निजी स्कूलों से बढिय़ा रहे हैं। इससे पहले डी.जी.एस.सी. श्री मुहम्मद तैयब ने आए हुए मेहमानों का स्वागत किया और डी.पी.आई. (ऐली.) श्री ललित किशोर घई ने सबका धन्यवाद किया।
इस अवसर पर डिप्टी डायरैक्टर (स्पोर्टस) सुनील भारद्वाज, सहायक डायरैक्टर श्रीमती करमजीत कौर और संजीव शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी (सै.) पटियाला हरिन्दर कौर, डी.ई.ओ. (ऐली.) इंजी. अमरजीत सिंह, डिप्टी डी.ई.ओ. सुखविन्दर कुमार, मधु बरुआ और मानविन्दर कौर भुल्लर समेत विभाग की तकनीकी टीम उपस्थित थी।
स्टेट अवार्ड के लिए चुने गए अध्यापकों में मोनिका सूद स.स.स.स. एम.एस.जी. रोड, मोना कौर स.स.स.स. मजीठा, रणजीत सिंह स.स.स.स. बाल कलाँ, दलजिन्दर कौर स.स.स.स. कत्थू नंगल, (सभी जिला अमृतसर), राकेश कुमार स.स.स.स. काट्टू (जिला बरनाला), राजिन्दर सिंह स.प.स. कोठे इंदर सिंह (जिला बठिंडा), हरिन्दर कौर स.प.स. बाड़ा भाईका और कुलवंत सिंह स.प.स. लंभवाली (जिला फरीदकोट), चमकौर सिंह स.प.स. भरपूरगढ़, सरबजीत सिंह स.स.स.स. संगतपुर सोढियां और डॉ. कंवलजीत कौर स.स.स.स. (लडक़े) अमलोह (जिला फतेहगढ़ साहिब), नीलम रानी स.स.स.स. काठगढ़, ममता सचदेवा स.प.स. ढाणी अमरपुरा से अमित जुनेजा स.स.स.स. साभूआना (सभी फाजिल्का), बलजिन्दर सिंह स.प.स. अतलां कलाँ, बलविन्दर सिंह स.स.स.स. बोहा, शुशील कुमार स.स.स.स. (लड़कियाँ) मानसा (सभी जिला मानसा), शंकर कुमार स.स.स.स. गिद्दड़बाहा, मनजीत सिंह स.स.स.स. खोखर (श्री मुक्तसर साहिब), तेजिन्दर सिंह स.स.स.स. जलालाबाद ईस्ट (सभी जिला मोगा), सोहण लाल स.प.स. पप्याल (जिला पठानकोट), बेअंत सिंह स.ह.स. हामझेड़ी और मोनीशा स.स.स.स. फीलखाना, दिनेश कुमार स.स.स.स. विक्टोरिया लड़कियाँ (जिला पटियाला), महल सिंह स.प.स. भंगर और जगतार सिंह स.म.स. कबर वच्चा (सभी जिला फिरोजपुर), गुरमीत सिंह स.स.स.स. कलानौर, सतिन्दरजीत कौर स.स.स.स. (लड़कियाँ) कैंप बटाला, बलविन्दर कौर स.स.स.स. (लड़कियाँ) बटाला (सभी जिला गुरदासपुर), परमजीत कौर स.प.स. सुसाना, डॉ. यशवंत राय स.स.स.स. नसराला (जिला होशियारपुर), अमनप्रीत कौर स.प.स. अमलाला, कुलजीत कौर स.स.स.स. (लड़कियाँ) कुराली और संध्या शर्मा स.स.स.स. गोबिन्दगढ़ (जिला साहिबजादा अजीत सिंह नगर), गुरकृपाल सिंह स.ए.स. (लड़कियाँ) काईरौन और गुरमीत सिंह स.स.स.स. पंडोरी गोला (जिला तरनतारन), दिलबीर कौर स.स.स.स. रंधावा मसंदां, अमनदीप कौर स.प.स. सिंधड़, अमनदीप कौंडल स.स.स.स. पूनियां, बूटा राम स.प.स. (लड़कियां) रुडक़ां कलाँ, नीलम बाला स.प.स. बाहमणियां ब्लॉक शाहकोट-1 (जिला जालंधर), जतिन्दरपाल शर्मा स.स.स.स. सियाड़, रपविन्दर कौर स.स.स.स. थरीके और परमिन्दर कौर स.प.स. जरगड़ी (लुधियाना), कविता सबरवाल स.स.स.स. राहों (लडक़े), परमानंद स.प.स. सजावलपुर (जिला शहीद भगत सिंह नगर), तेजिन्दर कौर सोही स.स.स.स. (लड़कियाँ) मालेरकोटला, बिमलजीत कौर स.प.स. लिद्धड़ां, राजेश कुमार दानी स.प.स. बीबड़ी, जसविन्दर कौर स.प.स. खेड़ी गिल्लां, सुखविन्दर सिंह स.प.स. दौलतपुर, प्रिं. अरजोत कौर स.स.स.स. फग्गूवाला (जिला संगरूर), गुरप्रीत कौर स.प.स. पासीवाल (रूपनगर), गुरविन्दर कौर स.प.स. हरदासपुर, (जिला कपूरथला) शामिल हैं।
यंग टीचर अवार्डज के लिए श्रवन कुमार यादव स.स.स.स. (लडक़े) कपूरथला, प्रितपाल सिंह स.स.स.स. राजो कि उसपार गट्टी राजोके (जिला फिरोजपुर), रुपिन्दर सिंह स.ह.स. गुरम (जिला बरनाला), अतुल कुमार स.ह.स. सूरेवाला, (श्री मुक्तसर साहिब), नवजीत कौर स.स.स.स. हीरावाली (रमसा) जिला फाजिल्का, मोनिका सोनी स.ह.स. गेट हकीमां (श्री अमृसतर), कुलविन्दर कौर स.प.स. तलवंडी नौबहार, जगदीश सिंह स.प.स. बासीअरक और निशा रानी स.प.स. हरिपुरा, (जिला संगरूर) और मनप्रीत कौर झेरियां वाली (जिला मानसा) का चयन किया गया है। प्रशासनिक पुरुस्कारों के लिए नीरू बाला ब्लॉक प्राथमिक शिक्षा अधिकारी भुनरहेड़ी-2 (जिला पटियाला), रविन्दरजीत कौर ब्लॉक प्राथमिक शिक्षा अधिकारी अमृतसर-4 हरमन्दर सिंह ब्लॉक प्राथमिक शिक्षा अधिकारी रामपुरा फूल (जिला बठिंडा) मनजीत सिंह ब्लॉक प्राथमिक शिक्षा अधिकारी दसूहा, बोध राज ब्लॉक प्राथमिक शिक्षा अधिकारी गुरदासपुर-2, राजिन्दर कौर डी.ई.ओ. (ऐली.) लुधियाना, शिवपाल डिप्टी डी.ई.ओ. (ऐली.) बठिंडा, कंवरप्रदीप सिंह काहलों प्रिंसिपल डाइट अमृतसर, सवरनजीत कौर डी.ई.ओ. (सै.) लुधियाना और बृजमोहन बेदी डिप्टी डी.ई.ओ. (सै.) फाजिल्का शामिल हैं।
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-NAV GILL

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