-डॉ.धर्मेन्द्र संधू
आज हम आपको एक ऐसे पेड़ के बारे में जानकारी देंगे जो गुणों का खज़ाना है। वह गुणकारी पेड़ है ‘शीशम’। यह पेड़ पूरे भारत में पाया जाता है लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि शीशम के पत्ते और इस पेड़ से प्राप्त होने वाला तेल कई प्रकार के रोगों व सेहत समस्याओं को दूर करने में सहायक सिद्ध होते हैं। शीशम के विभिन्न हिस्सों का उपयोग आयुर्वेद में किया जाता है। इसके अलावा इसकी लकड़ी का इस्तेमाल फर्नीचर बनाने के लिए किया जाता है।
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शीशम को विभिन्न भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। अंग्रेजी में शीशम को इंडियन रेड वुड, पंजाबी में इसे टाहली, असमी में शीशु, बंगला में सिस्सू, कन्नड़ में बिराड़ी कहते हैं और मराठी भाषा में शिसावी व मलयालम में शीशम को विटी कहा जाता है।
शीशम के फायदे
पाचन तंत्र के लिए लाभकारी हैं शीशम के पत्ते
पाचन तंत्र के लिए शीशम के पत्ते लाभकारी हैं। पाचन शक्ति को सही रखने व लीवर को मजबूत करने के लिए सुबह खाली पेट शीशम के पत्ते खाए जा सकते हैं। नियमित रूप में सुबह शीशम के 1-2 पत्ते चबाकर खाने से पाचन संबंधी समस्याओं में फायदा होता है।
शीशम का तेल दर्द से दिलाए राहत
शीशम के तेल में दर्द निवारक गुण पाए जाते हैं। दांतों के दर्द से लेकर जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में यह तेल उपयोगी है। दांत के दर्द में रुई पर शीशम का तेल लगाकर दर्द वाले स्थान पर रखने से आराम मिलता है। सिर में दर्द से राहत पाने के लिए इस तेल की मालिश करने से फायदा होता है। इसके अलावा जोड़ों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए शीशम के तेल को गर्म करके मालिश की जा सकती है।
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सर्दी-जुकाम में आराम देते हैं शीशम के पत्ते
सर्दी जुकाम होने पर शीशम के पत्ते राहत दिलाते हैं। इसके लिए शीशम के पत्तों को पानी में उबालकर काढ़ा बनाकर पीने से फायदा होता है। इस काढ़े का प्रयोग दिन में दो बार कर सकते हैं।
आंखों की समस्याओं में दिलाएं आराम
शीशम के पत्ते आंखों की समस्याओं को ठीक करने में मददगार सिद्ध होते हैं। आंखों में दर्द और लाली होने पर शीशम के पत्तों को पीसकर आंखों पर बांधने से आराम मिलता है। इसके लिए इन पत्तों को साफ करके पीसकर लुगदी बना लें और सोने से पहले रात को आंखों पर लगाकर कपड़ा बांध लें। इसके अलावा अगर आपकी आंख में कोई कीट या पतंगा पड़ गया है तो उससे होने वाली जलन और लाली को दूर करने के लिए भी शीशम के पत्तों का उपयोग किया जा सकता है।
त्वचा संबंधी समस्याओं से दिलाए निजात
त्वचा संबंधी समस्याओं से निजात पाने के लिए शीशम का तेल काफी उपयोगी है। यह तेल त्वचा पर होने वाले दानों व अन्य समस्याओं से छुटकारा दिलाता है। साथ ही त्वचा के दाग-धब्बे भी दूर होते हैं। शीशम का तेल बाजार में आसानी से मिल जाता है।
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फटी हुई एडियों को करे ठीक
पैरों की सबसे आम समस्या एड़ियों का फटना है। धूल-मिट्टी के संपर्क में आने से अकसर एडियां फट जाती हैं। इस समस्या से राहत पाने के लिए भी शीशम का तेल लाभकारी है। इसके लिए रात को सोने से पहले पैरों को अच्छी तरह से धोकर व साफ करके फटी हुई एडियों पर शीशम का तेल लगाने से कुछ ही दिनों में एडियां ठीक होने लगती हैं।
घाव को जल्दी भरने में करे मदद
शीशम का तेल शरीर पर हुए घाव को जल्दी भरने में मदद करता है। घाव वाले स्थान पर शीशम के तेल में हल्दी मिलाकर लगाने से घाव जल्दी भरता है।
अवसाद व निराशा को करे दूर
कुछ लोग अवसाद और निराशा का शिकार हो जाते हैं। शीशम के तेल में इस समस्या से राहत दिलाने वाले गुण पाए जाते हैं। शीशम के तेल का सेवन करने से अवसाद, उदासी और निराशा दूर होती है। इसके नियमित सेवन से इंसान में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है। इसलिए निराशा व अवसाद का सामना कर रहे लोगों को शीशम के तेल का प्रयोग जरूर करना चाहिए ।
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दिल के रोग में फायदेमंद
दिल के रोगियों के लिए शीशम का तेल मददगार है। कोलेस्ट्राल बढ़ने की समस्या में शीशम के तेल का सेवन फायदेमंद सिद्ध हो सकता है। इससे शरीर में खून का प्रवाह व संचार सही रहता है। पाचन तंत्र को सही रखने के लिए शीशम के तेल में खाना भी पकाया जा सकता है।