सरहाली आरपीजी हमला मामला: पंजाब पुलिस ने फिलीपींस से चल रहे लखबीर लंडा के सब-मॉड्यूल का पर्दाफाश किया; तीन गुर्गों को आरपीजी, रॉकेट लॉन्चर के साथ पकड़ा

डीजीपी गौरव यादव ने कहा, नए आरपीजी की बरामदगी के साथ पंजाब पुलिस ने सीमावर्ती राज्य में एक और संभावित आतंकवादी हमले को टाला

पंजाब पुलिस मुख्यमंत्री भगवंत मान के विजन के अनुसार पंजाब में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध

फिलीपींस के यादविंदर सिंह के इशारे पर काम कर रहे थे तीनों आरोपी: एसएसपी गुरमीत चौहान

चंडीगढ़/तरनतारन: राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए पंजाब पुलिस ने सरहाली रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमले के मामले की आगे की जांच में कनाडा स्थित आतंकवादी लखबीर लंडा के एक उप-मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए मंगलवार को उसके तीन गुर्गों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से रॉकेट लॉन्चर के साथ लोडेड आरपीजी बरामद किया गया है। उप-मॉड्यूल को लंडा के निर्देश पर फिलीपींस के यादविंदर सिंह द्वारा संचालित किया जा रहा था। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने गिरफ्तार किए गए गुर्गों की पहचान कुलबीर सिंह, हीरा सिंह और दविंदर सिंह के रूप में की है, जो तरनतारन के गांव चंबाल के निवासी हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपी यादविंदर सिंह का नाम भी मुकदमे में दर्ज कर लिया है।

डीजीपी ने कहा, ‘‘इस्तेमाल के लिए तैयार नए आरपीजी की बरामदगी के साथ, पंजाब पुलिस ने राज्य की शांति और सद्भाव को बिगाडऩे के उद्देश्य से एक और संभावित आतंकवादी हमले को सफलतापूर्वक विफल कर दिया है।’’
तरनतारन में पुलिस थाना सरहाली की इमारत पर 9 दिसंबर की रात करीब 11.18 बजे हुए आतंकी हमले को अंजाम देने वाले एवं कानून का उल्लंघन करने वाले दो किशोरों सहित सात लोगों की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद यह घटनाक्रम सामने आया है। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि एक खुफिया अभियान के तहत तरनतारन पुलिस ने बिलियांवाला पुल पर नाकाबंदी की, और सरहाली आरपीजी हमले के सिलसिले में दो बाइक सवार कुलबीर सिंह और हीरा सिंह को गिरफ्तार किया।

अधिक जानकारी देते हुए एसएसपी तरनतारन गुरमीत सिंह चौहान ने कहा कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि उनको फिलीपींस के मनीला में रहने वाले यादविंदर सिंह के निर्देश पर सरहाली पुलिस स्टेशन पर आरपीजी हमले के दिन एक लोडेड आरपीजी मुहैया करवाया गया था। उन्होंने कहा कि आरोपी यादविंदर ने पुलिस थाने में आरपीजी हमला करने के लिए किशोरों को आरपीजी हमला करने के लिए एक ट्यूटोरियल वीडियो भी भेजा था। एसएसपी ने कहा कि आगे की पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने एक अन्य आरोपी दविंदर सिंह के साथ यादविंदर सिंह के निर्देश पर एक और आरपीजी छुपाया हुआ है, जोकि रॉकेट लॉन्चर के साथ आरपीजी तरनतारन के गांव कीडियां में ब्यास नदी के तट पर एक निश्चित स्थान से बरामद कर लिया है।

उन्होंने कहा कि पुलिस टीमों ने आरोपी दविंदर सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है, जिसने खुलासा किया कि वे यादविंदर सिंह और लंडा के निर्देश पर राज्य में एक और आतंकवादी हमले की साजिश रच रहे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले में अगली-पिछली कड़ी की जांच कर रही है और जल्द ही और बरामदगी एवं गिरफ्तारियां होने की संभावना है।
इस बीच, तरनतारन पुलिस ने आरपीजी और रॉकेट लॉन्चर की जांच के लिए सेना के अधिकारियों और फोरेंसिक टीमों को बुलाया है।

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