24 MARCH 2021,
संस्कृति मंत्रालय ने ‘शहीदी दिवस’ पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया। शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के असाधारण साहस और शहादत के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए देश ने गर्व के साथ उन्हें याद किया।
इस अवसर पर पंजाब में संगीत नाटक अकादमी द्वारा शहीद-ए-आज़म सरदार भगत सिंह संग्रहालय खटकर कलां (शहीद भगत सिंह के गाँव) में शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के सम्मान में एक संयुक्त श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान श्री शमनजीत सिंह ने शहीदों का दाढ़ीवरन प्रस्तुत किया जबकि श्री गुरमीत बावा (संगीत नाटक अकदमी पुरस्कृत) और ग्लोरी बावा ने भक्ति गीत प्रस्तुत किए। नॉर्थ ज़ोन सांस्कृतिक केंद्र और लुधियाना जिला प्रशासन द्वारा शहीद सुखदेव के मोहल्ला नौग्रा स्थित पैतृक घर में भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसी तरह का समारोह दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र द्वारा राजगुरु वाडा, राजगुरु नगर, पुणे में शहीद राजगुरु के पैतृक घर में भी आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम राजगुरुनगर नगर परिषद के सहयोग से संपन्न हुआ।
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साहित्य अकादमी द्वारा हिंदी कवियों के सम्मेलन सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। इन कार्यक्रमों में दिल्ली में प्रतिष्ठित कवि श्री कुंवर बेचैन और श्री लक्ष्मी शंकर वाजपेई का कार्यक्रम, लखनऊ विश्वविद्यालय में ललित कला अकादमी द्वारा कलाकार शिविर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय सनातन धर्म विद्यालय, कानपुर में स्वतंत्रता सेनानी चित्रांकन शिविर और नई दिल्ली में संगीत नाटक अकादमी द्वारा वर्चुअल भक्ति महोत्सव भी शामिल था।
भारत सरकार ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ को ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय समिति और गृह मंत्री की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय कार्यान्वयन समिति का गठन किया गया है जो स्मरणोत्सव के तहत की जाने वाली विभिन्न आयोजनों की नीतियों और योजनाओं की रूपरेखा तैयार करेगी।
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उद्घाटन कार्यक्रम 12 मार्च 2021 को साबरमती आश्रम में आयोजित किया गया था जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री ने की थी और जहां उन्होंने साबरमती आश्रम, अहमदाबाद से गुजरात के नवसारी में दांडी तक स्वतंत्रता मार्च को भी हरी झंडी दिखाई गई थी। इस अवसर पर पूरे देश में 75 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए।
सभी कार्यक्रम संस्कृति मंत्रालय के साथ-साथ मंत्रालय के संबंधित संगठनों के यू-ट्यूब चैनलों पर लाइव प्रसारित किए जा रहे हैं।
-NAV GILL